बाराबंकी: जिले में आशा सम्मेलन कराए जाने की मांग को लेकर सोमवार को आशा वर्करों ने सीएमओ कार्यालय पर प्रदर्शन किया. कहा कि जब बिहार में चुनावी रैली हो सकती है, तो आशा सम्मेलन क्यों नहीं हो सकता. सम्मेलन में वर्ष में उत्कृष्ट कार्य करने वाली आशा वर्करों को सम्मानित होने का मौका मिलता है. इसे सरकार ने छीन लिया है.
नहीं मिल रहा बढ़ा हुआ मानदेय
सम्मेलन नहीं कराने से नाराज आशा वर्करों ने कहा कि उन्हें मातृत्व वंदना का पैसा और बढ़ा हुआ मानदेय भी नहीं दिया जा. सरकार उनकी उपेक्षा कर रही है. ऐसे में काम करने का कोई मतलब नहीं है. आशा बहू स्वास्थ्य समिति की जिला अध्यक्ष सुनीता देवी ने कहा कि आशा सम्मेलनों के जरिये वर्ष में उत्कृष्ट कार्य करने वाली आशा वर्करों को सम्मानित किया जाता है. सम्मान पाकर वर्कर दोहरे उत्साह से काम करती हैं. आशा वर्करों ने स्वास्थ्य केंद्रों के अधीक्षकों पर लापरवाही का भी आरोप लगाया. वर्करों ने कहा कि भुगतान में जानबूझकर देरी की जाती है.