लखनऊ: राजधानी के चारबाग रेलवे स्टेशन पर गुरुवार को सीनियर डीसीएम के नेतृत्व में बेटिकट यात्रियों के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा था. इस दौरान सादा वर्दी में खुद को जीआरपी का सिपाही बताते हुए एक व्यक्ति वहां आ पहुंचा. सीनियर डीसीएम ने उससे आईकार्ड मांगा तो उसके पास कार्ड नहीं निकला. इससे डीसीएम भड़क गए और उसे जीआरपी थाने में बंद करने की धमकी दी. स्टेशन पर घूम रहे इस व्यक्ति के पास टिकट भी नहीं निकला तो डीसीएम उसका चालान काटने पर अड़ गए.
क्या है पूरा मामला
- चारबाग रेलवे स्टेशन पर ट्रेनों में बेटिकट यात्रियों के खिलाफ छापेमारी की जा रही थी.
- इस दौरान खुद को जीआरपी का जवान बताते हुए एक व्यक्ति सीनियर डीसीएम जगतोष शुक्ला से ही पूछताछ करने लगा.
- इसके बाद डीसीएम जगतोष शुक्ला ने उस व्यक्ति से परिचय पूछा और आईडी कार्ड दिखाने को कहा, लेकिन उस व्यक्ति के पास आई कार्ड नहीं निकला.
- सीनियर डीसीएम को शक हुआ तो उन्होंने उस व्यक्ति से कहा कि अपने अधिकारी का नाम बताओ. वह अपने अधिकारी का नाम भी नहीं बता पाया.
- उन्होंने टिकट मांगा तो उस व्यक्ति ने कहा कि मैं अपने परिवार को स्टेशन छोड़ने आया हूं, मेरे पास टिकट नहीं है.
- इसके बाद सीनियर डीसीएम ने उससे प्लेटफार्म टिकट मांगा, तो उसने इससे भी इंकार कर दिया.
- इसके बाद डीसीएम भड़क गए और तत्काल मौके पर ही टीटीई को बुलाया और उसका टिकट बनाने को कहा.
- वह व्यक्ति कई दलीलें देता रहा, लेकिन डीसीएम ने सख्त लहजे में समझाया कि मैं तुम्हारी नौकरी भी ले सकता हूं. उन्होंने कहा कि अगर तुम जीआरपी में हो तो तुम्हें उसी थाने में डलवा सकता हूं.
- मौके पर पहुंचे टीटीई ने उस व्यक्ति का छोटी दूरी का टिकट बनाकर ही जाने दिया.