सुलतानपुर: जिले के गभडिया मोहल्ले में आंगनबाड़ी केंद्र संचालित किया गया है और बाकायदा केंद्र के बाहर मेन्यू भी लगाया गया है, किस दिन कौन सा भोजन बनता है, लेकिन आंगनबाड़ी केंद्र से कर्मचारी नदारद हैं और केंद्र बंद रहता है. ऐसे में कुपोषित बच्चों को पुष्टाहार का लाभ नहीं मिल पा रहा है और जिले के अधिकारी हाथ पर हाथ धरे बैठे हुए हैं.
जानिए क्या है मामला-
- आंगनबाड़ी केंद्र संचालित हो रहे हैं या नहीं इसकी जिले के अधिकारियों को भनक तक नहीं है.
- आला अधिकारी चेंबर में बैठकर कुपोषण मिशन को सफल बनाने का मैनुअल बना रहे हैं.
- जिला मुख्यालय के गभडिया मोहल्ले में आंगनवाड़ी केंद्र संचालित है.
- केंद्र के बाहर खाने का मेन्यू भी लगाया गया है, किस दिन कौन सा खाना बनना है.
- वहीं आगंनवाड़ी केंद्र बंद पड़ा है और कर्मचारी केंद्र से नदारद हैं और कुपोषित बच्चों को पुष्टाहार का लाभ नहीं मिल पा रहा है.
- पोषक तत्व जो पैकेज के जरिए केंद्रों से दिए जाते हैं, वह खाली अभिलेखों में ही वितरित हो रहे हैं.
- वहीं इस ईटीवी भारत से बात करते हुए स्थानीय लोगों ने बताया कि आंगनवाड़ी केंद्र कभी नहीं खुलता है और जब खुलता ही नहीं है, तो लोगों का इस का क्या लाभ मिलेगा.
आंगनवाड़ी केंद्र सुपरवाइजर और कार्यक्रम अधिकारी के अधीनस्थ होते हैं. हमने महसूस किया है कि यहां इंफ्रास्ट्रक्चर डिवेलप करने की जरूरत है. जागरूकता बढ़ाने की जरूरत है. प्रधानों से इस बारे में बात करने की तैयारी की जा रही है, जिससे गर्भवती महिलाओं का यहां टीकाकरण किया जा सके. कुपोषित महिलाओं को खुराक मिल सके.
-मधुसूदन नागराज, मुख्य विकास अधिकारी