आगरा: ताज महोत्सव का पांचवा दिन 'तुम तो ठहरे परदेसी' गाने से पहचान बनाने वाले कव्वाली गायक अल्ताफ राजा के नाम रहा. अल्ताफ राजा जब रात करीब सवा दस बजे मुक्ताकाशी मंच पर पहुंचे, तो दर्शकों ने उनका तालियों की गड़गड़ाहट और सिटीयों से स्वागत किया.
अल्ताफ राजा ने ताज महोत्सव में बांधा गीतों का समां.
अल्ताफ राजा ने अपने कार्यक्रम की शुरुआत में 'हर करम अपना करेंगे ए वतन तेरे लिए' गीत गाकर पुलवामा हमले में शहीद हुए सैनिकों को श्रद्धांजलि दी. इसके बाद अल्ताफ राजा के सुपरहिट गीत, शायरी और ग़ज़ल का सिलसिला शुरू हुआ जो देर रात तक जारी रहा.
बॉलीवुड सिंगर और कव्वाली गायक अल्ताफ राजा ने शुक्रवार रात रंग बिरंगी रोशनी से सराबोर मुक्ताकाशी मंच में अपनी महफिल सजाई. जिसमें उन्होंने एक के बाद एक अपने सुपरहिट गीत शायरी और कव्वाली और गजल के जरिए लोगों का मनोरंजन किया.
इस दौरान दर्शक दीर्घा में बैठे युवा भी सुर से सुर मिलाते रहे. 'तुम तो ठहरे परदेसी' के साथ ही अल्ताफ राजा ने 'आवारा हवा का झोंका हूं' और 'इश्क और प्यार का मजा लीजिए', जैसे गीत गाए. देर रात तक दर्शकों की फरमाइश चलती रही और अल्ताफ राजा मुक्ताकाश मंच से अपनी शेरो शायरी के साथ सुपरहिट गीत गाते सुनाते रहे.