लखनऊ: डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय ने कोरोना संक्रमण के चलते अपने माता-पिता को खो देने वाले छात्र-छात्राओं की मदद के लिए एक बड़ा फैसला लिया है. ऐसे सभी छात्र-छात्राओं की बची हुई सारी फीस को जमा करने की जिम्मेदारी विश्वविद्यालय उठाएगा. कुलपति प्रोफेसर विनय कुमार पाठक की अध्यक्षता में शनिवार को ही वित्त समिति की बैठक में यह फैसला लिया गया है. विश्वविद्यालय प्रशासन ने साफ किया है कि एकेटीयू के सभी सरकारी और प्राइवेट कॉलेजों में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को इसका लाभ दिया जाएगा.
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शिक्षकों के परिवारों को 5 लाख की मदद
विश्वविद्यालय में शनिवार को आयोजित वित्त समिति की यह 58वीं बैठक थी. प्रवक्ता आशीष मिश्रा ने बताया कि बैठक में कोरोना संक्रमण के चलते अपनी जान गंवाने वाले सभी सरकारी और निजी कॉलेजों में कार्यरत शिक्षकों के परिवारों को भी आर्थिक मदद देने का फैसला लिया गया है. बैठक में विवि द्वारा उनके परिवारीजनों को पांच लाख रुपये की सहायता धनराशि प्रदान करने का निर्णय लिया गया है. बैठक में विशेष सचिव प्राविधिक शिक्षा कृपाशंकर, प्रतिकुलपति प्रो. विनीत कसंल, विवि के वित्त अधिकारी जीपी सिंह, कुलसचिव नन्द लाल सिंह, परीक्षा नियंत्रक प्रो. राजीव कुमार, डीन एफओए प्रो. वंदना सहगल सहित अन्य समस्त सदस्य उपस्थित रहे.
इन प्रस्तावों पर भी लगाई गई मुहर
- बैठक में आईईटी लखनऊ में बीटेक बायोटेक का पाठ्यक्रम स्ववित्तपोषित मोड में संचालित किए जाने को हरी झंडी प्रदान की गई.
- बायोटेक के क्षेत्र में उच्च स्तरीय शोध कार्यों को बढ़ावा देने के लिए एक सेंटर फॉर एक्सीलेस की स्थापना किए जाने निर्णय लिया गया है. यह सेंटर फॉर एक्सीलेंस विवि के सेंटर फॉर एडवांस स्टडीज, लखनऊ में स्थापित किया जाएगा. इस सेंटर को स्थापित करने के लिए लगभग 6 करोड़ रूपये के बजट का प्रावधान किया गया है.
कर्मचारियों के लिए विशेष पुरस्कार
कोविड-19 महामारी के दौरान विवि परिवार और उनसे जुड़े व्यक्तियों के स्वास्थ्य सम्बन्धी देखभाल एवं चिकित्सा सम्बन्धी सुविधाएं मुहैया करवाने में अद्वितीय योगदान प्रदान करने के लिए विवि द्वारा डॉ. आयुष श्रीवास्तव, सहायक कुलसचिव, एकेटीयू, तुलसीराम, वाहन चालक, एकेटीयू एवं अशोक कुमार, एम्बुलेंस चालक, आईईटी, लखनऊ को पुरुस्कृत किए जाने का निर्णय लिया गया है. डॉ. आयुष श्रीवास्तव को पुरुस्कार स्वरुप रुपये पचास हजार, तुलसीराम एवं अशोक कुमार को दस-दस हजार रुपये की पुरस्कार धनराशि प्रदान किए जाने का निर्णय लिया गया है.