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मायावती की अखिलेश को खरी-खरी, सोनिया और राहुल के खिलाफ उतारो प्रत्याशी

सपा-बसपा गठबंधन ने सोनिया और राहुल की सीटों पर उम्मीदवार नहीं उतारने का फैसला किया है, लेकिन कांग्रेस ने बंदायू से सलीम शेरवानी को टिकट दिया है. यहां से अभी सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के भाई धर्मेंद्र यादव सांसद हैं. इसको लेकर अखिलेश और मायावती दोनों नाराज हैं.

बसपा सुप्रीमो मायावती और अखिलेश यादव
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Published : Mar 14, 2019, 7:57 AM IST

लखनऊ :बसपा प्रमुख मायावती ने बुधवार की शाम अखिलेश यादव को खूब खरी-खरी सुनाई. उन्होंने कांग्रेस के साथ किसी भी गठबंधन की संभावना को नकारते हुए अखिलेश यादव से कहा कि अमेठी और रायबरेली में प्रत्याशी न उतारने का फैसला बड़ी भूल है. अभी सुधार की गुंजाइश है. अगले 2 से 3 दिन में दोनों सीटों पर प्रत्याशियों का एलान कर दें.

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मायावती से मुलाकात के बाद अपना एक फोटो जारी किया है, जो मायावती के घर में खींचा गया है. इस फोटो के साथ अखिलेश ने लिखा है कि 'एक मुलाकात महापरिवर्तन के लिए.' पार्टी के जानकार लोगों का कहना है कि मायावती से मुलाकात के बाद महापरिवर्तन का फैसला तो हुआ है, लेकिन अभी यह परिवर्तन चुनावी तालमेल में दिखाई देगा.

बसपा प्रमुख मायावती और अखिलेश यादव की मुलाकात.

सपा-बसपा गठबंधन ने राहुल गांधी और सोनिया गांधी के लिए अमेठी और रायबरेली सीट पर प्रत्याशी न उतारने का फैसला किया था. बुधवार को जब दोनों नेताओं की मुलाकात हुई तो उसमें सैफई परिवार के सांसद धर्मेंद्र यादव की सीट बदायूं से कांग्रेस की ओर से सलीम शेरवानी को प्रत्याशी घोषित किए जाने का मुद्दा भी उठा. दोनों नेताओं ने कांग्रेस की सीटों को लेकर चर्चा की.

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बसपा प्रमुख मायावती और अखिलेश यादव.

कांग्रेस की भूमिका से नाराज दिख रहीं मायावती ने अखिलेश यादव से कहा कि वह कांग्रेस के प्रति अपने नरम रुख में बदलाव लाएं. कांग्रेस नेताओं के लिए जो 2 सीटें गठबंधन ने छोड़ी हैं, उन पर भी तुरंत अपना प्रत्याशी घोषित कर दें. मायावती ने भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर और प्रियंका गांधी की मुलाकात को लेकर भी नाराजगी जताई है.

उनका कहना है कि कांग्रेस जब सपा-बसपा के साथ गठबंधन नहीं कर रही है तो कांग्रेस के लिए सीटें छोड़ना किसी भी तरह से उचित नहीं है. मायावती ने अखिलेश यादव से कहा कि वह 2 से 3 दिन के अंदर रायबरेली और अमेठी सीट पर भी अपने प्रत्याशियों के नाम का एलान कर दें. उन्होंने कहा कि अब सपा-बसपा को किसी दूसरे दल से समझौता करने की जरूरत नहीं है.

लखनऊ :बसपा प्रमुख मायावती ने बुधवार की शाम अखिलेश यादव को खूब खरी-खरी सुनाई. उन्होंने कांग्रेस के साथ किसी भी गठबंधन की संभावना को नकारते हुए अखिलेश यादव से कहा कि अमेठी और रायबरेली में प्रत्याशी न उतारने का फैसला बड़ी भूल है. अभी सुधार की गुंजाइश है. अगले 2 से 3 दिन में दोनों सीटों पर प्रत्याशियों का एलान कर दें.

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मायावती से मुलाकात के बाद अपना एक फोटो जारी किया है, जो मायावती के घर में खींचा गया है. इस फोटो के साथ अखिलेश ने लिखा है कि 'एक मुलाकात महापरिवर्तन के लिए.' पार्टी के जानकार लोगों का कहना है कि मायावती से मुलाकात के बाद महापरिवर्तन का फैसला तो हुआ है, लेकिन अभी यह परिवर्तन चुनावी तालमेल में दिखाई देगा.

बसपा प्रमुख मायावती और अखिलेश यादव की मुलाकात.

सपा-बसपा गठबंधन ने राहुल गांधी और सोनिया गांधी के लिए अमेठी और रायबरेली सीट पर प्रत्याशी न उतारने का फैसला किया था. बुधवार को जब दोनों नेताओं की मुलाकात हुई तो उसमें सैफई परिवार के सांसद धर्मेंद्र यादव की सीट बदायूं से कांग्रेस की ओर से सलीम शेरवानी को प्रत्याशी घोषित किए जाने का मुद्दा भी उठा. दोनों नेताओं ने कांग्रेस की सीटों को लेकर चर्चा की.

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बसपा प्रमुख मायावती और अखिलेश यादव.

कांग्रेस की भूमिका से नाराज दिख रहीं मायावती ने अखिलेश यादव से कहा कि वह कांग्रेस के प्रति अपने नरम रुख में बदलाव लाएं. कांग्रेस नेताओं के लिए जो 2 सीटें गठबंधन ने छोड़ी हैं, उन पर भी तुरंत अपना प्रत्याशी घोषित कर दें. मायावती ने भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर और प्रियंका गांधी की मुलाकात को लेकर भी नाराजगी जताई है.

उनका कहना है कि कांग्रेस जब सपा-बसपा के साथ गठबंधन नहीं कर रही है तो कांग्रेस के लिए सीटें छोड़ना किसी भी तरह से उचित नहीं है. मायावती ने अखिलेश यादव से कहा कि वह 2 से 3 दिन के अंदर रायबरेली और अमेठी सीट पर भी अपने प्रत्याशियों के नाम का एलान कर दें. उन्होंने कहा कि अब सपा-बसपा को किसी दूसरे दल से समझौता करने की जरूरत नहीं है.

Intro:लखनऊ. बसपा सुप्रीमो मायावती ने बुधवार की शाम अखिलेश यादव को खूब खरी खरी सुनाई उन्होंने कांग्रेश के साथ कैसे भी गठबंधन की संभावना को नकारते हुए अखिलेश यादव से कहा अमेठी और रायबरेली में प्रत्याशी उतारने का फैसला बड़ी भूल है अभी सुधार की गुंजाइश है अगले 2 से 3 दिन में दोनों सीटों पर प्रत्याशियों का ऐलान कर दें.


Body:समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मायावती से मुलाकात के बाद अपना एक फोटो जारी किया है जो मायावती के घर में खींचा गया है इस फोटो के साथ अखिलेश ने लिखा है कि एक मुलाकात महा परिवर्तन के लिए. पार्टी के जानकार लोगों का कहना है कि मायावती से मुलाकात के बाद महापरिवर्तन का फैसला तो हुआ है लेकिन अभी यह परिवर्तन चुनावी तालमेल में दिखाई देगा .सपा बसपा गठबंधन ने कांग्रेश प्रमुख राहुल गांधी और यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी के लिए अमेठी और रायबरेली सीट का प्रत्याशी ने उतारने का फैसला किया था. बुधवार को जब दोनों नेताओं की मुलाकात हुई तो उसमें सैफई परिवार के सांसद धर्मेंद्र यादव की सीट बदायूं में कांग्रेस की ओर से सलीम शेरवानी को प्रत्याशी घोषित किए जाने का मुद्दा भी उठा बताया जाता है कि दोनों नेताओं ने कांग्रेस की सीटों को लेकर चर्चा की जहां सपा बसपा गठबंधन को नुकसान हो सकता है बताया जाता है कि कांग्रेस की भूमिका से नाराज दिख रही मायावती ने अखिलेश यादव से कहा कि वह कांग्रेश के प्रति अपने नरम रुख में बदलाव लाएं कांग्रेश नेताओं के लिए जो 2 सीटें गठबंधन ने छोड़ी हैं उन पर भी तुरंत अपना प्रत्याशी घोषित कर दे मायावती ने भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर और कांग्रेस नेत्री प्रियंका गांधी की मुलाकात को लेकर भी नाराजगी जताई है उनका कहना है कि कांग्रेस जब सपा-बसपा के साथ गठबंधन नहीं कर रही है तो कांग्रेस के लिए सीटें छोड़ना किसी भी तरह से उचित नहीं है. मायावती ने अखिलेश यादव से कहा है कि वह 2 से 3 दिन के अंदर रायबरेली और अमेठी सीट पर भी अपने प्रत्याशियों के नाम का ऐलान कर दें उन्होंने कहा कि अब सपा बसपा को किसी दूसरे दल से समझौता करने की जरूरत नहीं है

पीटीसी अखिलेश तिवारी


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