आजमगढ़: जिले में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के अंतर्गत जिन किसानों के द्वारा अपना आधार संशोधन नहीं कराया जा रहा है. उसे डुप्लीकेट डाटा मानते हुए उनके डाटा को डिलीट करने की तैयारी कृषि विभाग द्वारा की जा रही है. इसकी पुष्टि आजमगढ़ के जिलाधिकारी राजेश कुमार ने की.
मीडिया से बातचीत करते हुए जिलाधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि जनपद में 65600 किसानों का आधार संशोधन किया जाना लंबित है. इसमें से 22262 किसानों के आधार के अनुसार नाम संशोधन किया जाना है, जबकि 43338 किसान ऐसे हैं जिनके आधार नंबर में त्रुटियां होने के कारण उन्हें सम्मान की धनराशि नहीं प्राप्त हो रही है. जिलाधिकारी ने बताया कि किसानों को जागरूक किए जाने के बावजूद आधार संशोधन न होने से ऐसा प्रतीत होता है कि यह सभी पंजीकरण डुप्लीकेट हैं.
ऐसे सभी किसानों को एक सप्ताह का समय देते हुए जिलाधिकारी ने बताया कि यदि एक सप्ताह के अंदर डाटा का संशोधन नहीं कराया जाता है. तो यह मानते हुए कि सभी डाटा डुप्लीकेट हैं उन्हें डिलीट कर दिया जाएगा. जनपद में लगातार बढ़ रहे कोरोना मरीजों को ध्यान में रखते हुए 59 कंटेनमेंट ज़ोन बना दिए गए हैं. इसके साथ ही जिलाधिकारी ने विभिन्न बैंकों में स्वयं सहायता समूह के 237 खाते लंबित और 347 सीसीएल का निस्तारण लंबित पाए जाने पर यूबीआई के अधिकारियों को इसका निस्तारण करने का निर्देश दिया है.
अभी तक जनपद में 733473 किसानों के द्वारा पंजीकरण कराया गया, जिसमें से 32698 किसान पात्रता की श्रेणी में हैं. जनपद में 618003 किसानों के खाते में नियमित रूप से किसान सम्मान निधि की धनराशि जा रही है.