बांदा: बुंदेलखंड में भीषम गर्मी का कहर जारी है. पिछले कुछ दिनों से यहां तापमान 47 से 48 डिग्री बना हुआ है. इसके चलते लोगों का जीना मुहाल हो गया है. लोगों को रोजमर्रा के काम करने में खासा मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. तेज गर्मी के चलते अस्पतालों में मरीजों की तादाद में भी काफी इजाफा हुआ है.
आसमान से बरस रही आग
बुंदेलखंड की सूखी धरती यूं तो हर साल गर्मियों में सूरज के गुस्से का सामना करती है, लेकिन इस बार गर्मी का सितम इस कदर हो गया है कि लोगों का घर से निकलना दूभर कर दिया है. लोग गला तर करने के लिए ठंडे पदार्थों का सेवन कर रहे हैं. थोड़ी देर में ही गला सूख जाता है और फिर पानी की जरूरत महसूस होने लगती है. जूस, कोल्ड ड्रिंक्स और लस्सी जैसे ठंडे पेय पदार्थ लोगों का सहारा बन रहे हैं. वहीं लोगों का कहना है कि इस बार पिछले सालों के मुकाबले गर्मी का कहर ज्यादा है.
इस बार गर्मी अधिक है. तापमान 48 डिग्री तक पहुंच गया है. दिन में बाहर निकलना तो बीमारी को दावत देने जैसा है. जल्द से जल्द बारिश हो तो थोड़ी निजात मिल सकती है.
- रामकुमार, स्थानीय
इतनी गर्मी में जहां तक मुमकिन हो धूप में निकलने से बचना चाहिए. अगर घर से निकलें तो शरीर पर पूरे कपड़े होने चाहिए. साथ ही ज्यादा से ज्यादा पेय पदार्थों का सेवन करना चाहिए. धूप से जितना भी बचा जा सके उतना बचने का प्रयास करें. अगर एहतियात बरते जाएं तो बीमार होने से बचा जा सकता है.
- डॉ. विनीत सचान, चिकित्सक