लखनऊ: समाजवादी पार्टी से जुड़े युवजन सभा कार्यालय को खाली कराने का बवाल थमता नहीं दिख रहा. 23 फरवरी को राज्य संपत्ति विभाग ने खाली कराने के लिए लखनऊ जिला प्रशासन को निर्देशित किया था इसके बावजूद शनिवार दोपहर तक जिला प्रशासन का कोई भी अधिकारी लाल बहादुर शास्त्री मार्ग स्थित युवजन सभा कार्यालय को खाली कराने नहीं पहुंचा.
विशेष सचिव एवं राज्य संपत्ति अधिकारी योगेश कुमार शुक्ल द्वारा जारी किए गए निर्देश को लेकर जब जिला प्रशासन के अधिकारियों से बात की गई, तो सभी अधिकारी इस बारे में बात करने से बचते हुए नजर आए.
युवजन सभा का यह कार्यालय एडीएम ईस्ट के क्षेत्र में आता है. ऐसे में एडीएम ईस्ट वैभव मिश्रा का कहना है कि कार्यालय को खाली कराने के संदर्भ में उन्हें कोई आदेश प्राप्त नहीं हुआ है. लिहाजा वो इस ओर कोई ठोस कदम नहीं उठा रहे हैं.
वहीं मामले की गंभीरता को देखते हुए राज्य संपत्ति अधिकारी सुधीर कुमार रुंगटा युवजन सभा कार्यालय पहुंचे. जहां उन्होंने कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों से बात की. इसके बाद पदाधिकारियों ने राज्य संपत्ति अधिकारी से कार्यालय खाली कराने के लिए समय मांगा. लंबी बातचीत के बाद राज्य संपत्ति अधिकारी सुधीर कुमार रूंगटा ने युवजन सभा के पदाधिकारियों को 3 दिन में कार्यालय खाली करने का समय दिया.
कार्यालय खाली करने को लेकर जब युवजन सभा के पदाधिकारियों से बात की गई तो उन्होंने कहा कि अगर हमारा आवंटन नियम के तहत नहीं है, तो हम कार्यालय खाली करने के लिए तैयार हैं, लेकिन अभी तक हमें किसी तरीके की लिखित सूचना या आदेश प्राप्त नहीं हुआ है. उनका कहना है कि अगर कार्यालय खाली कराना है तो विभाग को हमें कुछ दिनों का समय देना चाहिए, जिससे हम अपना सेटअप किसी दूसरी जगह लगा सकें.
22 साल पुराना है कार्यालय
लाल बहादुर शास्त्री मार्ग स्थित युवजन सभा का कार्यालय 22 साल पुराना है. 22 साल से समाजवादी पार्टी से जुड़े हुए लोग इस कार्यालय का प्रयोग कर रहे हैं. ऐसे में लोकसभा चुनाव से ठीक पहले इसे खाली कराने के आदेश मिलने से समाजवादी पार्टी के लोग इसे राजनीति से जोड़कर भी देख रहे हैं.