अलीगढ़: इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय का 32वां दीक्षांत समारोह टीका राम कॉलेज के सभागार में आयोजित किया गया. अलीगढ केंद्र में करीब 1200 विद्यार्थियों ने इग्नू से अध्ययन कर परीक्षाएं पास की. इनमें से 70 विद्यार्थियों को दीक्षांत समारोह में उपाधियां प्रदान की गई. 2017 में अलीगढ केंद्र में कुल 7 हजार 977 विद्यार्थियों ने प्रवेश लिया था.
जबकि 2018 में 7 हजार 449 विद्यार्थियों ने इग्नू के क्षेत्रीय केंद्र में एडमिशन लिया है. उपाधि प्राप्त करने वालों में 42% छात्र पोस्ट ग्रेजुएशन और 41% छात्र ग्रेजुएशन के हैं. वहीं 17% छात्र विभिन्न डिप्लोमा प्राप्त करने वाले है.
इस दौरान दीक्षांत समारोह में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के प्रोफेसर मोहम्मद नफीस अहमद ने कहा कि इग्नू ने दूरस्थ शिक्षा के क्षेत्र में परिवर्तन कर मिसाल कायम की है क्लासरूम शिक्षा से दूरस्थ शिक्षा की ओर आकर्षण न केवल शहरी क्षेत्रों के विद्यार्थियों में बढ़ा है, बल्कि ग्रामीण क्षेत्र के विद्यार्थी और नौकरी पेशा वर्ग में भी इस ओर रुझान हुआ है.
उन्होंने कहा कि इस शिक्षा पद्धति में न केवल अधिक से अधिक विद्यार्थियों को अपने साथ जोड़ने की क्षमता है, बल्कि उद्योग, कृषि, विज्ञान और तकनीकी से जुड़े हुए सभी पहलुओं को गुणात्मक और रोजगार परक शिक्षा के लिए अनुकूल वातावरण तैयार कर लोगों के जीवन स्तर में सुधार लाने की क्षमता है.
डिग्री धारक शारिक अहमद ने बताया कि इग्नू से पढ़ाई करना बेहद आसान है. उन्होंने कहा कि लोगों में भ्रांतियां फैली है कि इग्नू से पास करना कठिन होता है, लेकिन यह आसानी से और अच्छे तरीके से पढ़ाई कर पास कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि इग्नू के नोट काफी महत्वपूर्ण होते है.