लखनऊ: विधान परिषद की शिक्षक व स्नातक चुनाव में 11 उम्मीदवारों ने अपने नामांकन वापस ले लिए हैं. अब 11 सीटों पर 199 प्रत्याशी मैदान में हैं. इनके भाग्य का फैसला 1 दिसंबर को होने वाले चुनाव में होगा.
शिक्षक एवं स्नातक एमएलसी निर्वाचन में 215 उम्मीदवारों ने 11 सीटों पर हो रहे चुनाव में अपने नामांकन पत्र दाखिल किए थे, लेकिन अब चुनाव मैदान में सिर्फ 199 प्रत्याशी बचे हैं. क्योंकि 11 प्रत्याशी अपने नामांकन पत्र वापस लेकर चुनाव मैदान से बाहर हो गए हैं. ये सभी 11 उम्मीदवार निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव मैदान में उतरे थे. वहीं नामांकन पत्रों की जांच में 5 उम्मीदवारों के पर्चे में खामियां मिलने पर उन्हें निरस्त कर दिया गया था.
इन 11 उम्मीदवारों ने वापस लिए नाम
जिन 11 उम्मीदवारों ने अपने नामांकन वापस लिए हैं, उनमें आगरा स्नातक क्षेत्र से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में अश्वनी सिंह, गीता व मधु शामिल हैं. इसी तरह लखनऊ स्नातक क्षेत्र से पूनम सिंह निर्दलीय ने अपना नामांकन पत्र वापस लिया है. इसी प्रकार कुश पुरी, बृजेश कुमार शर्मा निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में मेरठ स्नातक क्षेत्र से नाम वापस लिया है. वहीं शशि कला मौर्या वाराणसी स्नातक क्षेत्र से, नृपेंद्र सिंह आगरा शिक्षक क्षेत्र से, बरेली मुरादाबाद शिक्षक क्षेत्र से श्रद्धा खंडेलवाल, रेनू मिश्रा और हरेंद्र सिंह ढिल्लों ने नाम वापस लिया है.
तीन दिसंबर को आएंगे चुनाव परिणाम
उत्तर प्रदेश की विधान परिषद की 11 शिक्षक और स्नातक क्षेत्र के लिए चुनाव 1 दिसंबर को होगा. इसके बाद 3 दिसंबर को मतगणना होगी और उसी दिन चुनाव परिणाम घोषित किए जाएंगे. राजनीतिक दलों में भारतीय जनता पार्टी, कांग्रेस पार्टी और समाजवादी पार्टी मुख्य रूप से इन विधान परिषद की शिक्षक व स्नातक सीटों पर चुनाव मैदान में हैं, जबकि बहुजन समाज पार्टी विधान परिषद के चुनाव से खुद को दूर रखा है.