बुलंदशहर: प्राथमिक विद्यालयों में व्यवस्था चुस्त-दुरूस्त करने के लिए प्रशासन ने कमर कस ली है. इसी के तहत शिक्षा विभाग के आला अधिकारियों ने जिले के जर्जर और दयनीय 100 विद्यालयों को चिन्हित किया है. जिन्हें कान्वेंट की तर्ज पर संवारा जाएगा.
बुलंदशहर जिले में बेसिक शिक्षा के अंतर्गत आने वाले कुल 2399 विद्यालय हैं. जिनमें अधिकतर विद्यालयों की दिशा और दशा दयनीय और जीर्ण सिर्ण अवस्था में है. इन विद्यालयों की जिलाधिकारी ने सुध लेने के बाद इनकी दशा सुधारने की कवायद शुरू कर दी है. जिलाधिकारी का कहना है कि दुर्दशा झेल रहे 100 विद्यालयों के न सिर्फ दिन बहुरने चाहिए, बल्कि शिक्षा भी कान्वेंट की तर्ज पर होनी चाहिए. उन्होंने बताया कि पहले चरण में ऐसे विद्यालय चिन्हित किए गए हैं जो बुनियादी सुविधाओं के अभाव में बना हुआ था.
उन्होंने आगे बताया कि इन विद्यालयों में मॉडर्न क्लास भी चलेंगे. अगर इसके लिए जिले के संस्थाओं और उद्यमियों से भी सहयोग की आवश्यकता हुई तो उसकी भी रणनीति तैयार की गई है. वहीं बेसिक शिक्षा अधिकारी का कहना है कि इसके लिए हर स्तर से अब स्कूलों का चयन कर लिया गया है. इन्हें जल्द ही सरकारी और गैर सरकारी सहयोग के बल पर बेहतर बनाया जाएगा.
विद्यालयों की दशा सुधरने के बाद छात्रों के भी शिक्षा स्तर में सुधार होगा, बल्कि असुविधाओं और अपर्याप्त संसाधनों की कमी पूरी हो जाने पर बच्चों के परिजनों का भी ध्यान जाएगा. महंगे निजी प्राइवेट स्कूलों में जाने के बजाय बच्चे इन विद्यालयों में भी कॉन्वेंट की तर्ज पर शिक्षा ले सकेंगे.