लखनऊ : सहारा ग्रुप लगभग 2.59 लाख करोड़ रुपये का है. देश भर में इसके 5000 से अधिक मॉल, बिल्डिंग, ऑफिस हैं. आईपीएल एयरलाइन में भी सहारा ग्रुप का इन्वेस्ट है. लेकिन बुधवार को ग्रुप के चेयरमैन सुब्रत रॉय सहारा की मौत के बाद अब सवाल उठ रहा है कि आखिर इतनी बड़े साम्राज्य को अब कौन संभालेगा?
स्कूटर पर नमकीन बेचने से शुरू किया था बिजनेस
10 जून 1948 को बिहार के अररिया में जन्मे सुब्रत रॉय का मुंबई के एक निजी अस्पताल में मंगलवार को इलाज के दौरान निधन हो गया. स्कूटर पर नमकीन बेचने से शुरू किया गया उनका बिजनेस कुछ ही वक्त में अरबों के व्यापार में बदल गया. सुब्रत अपने पीछे अपनी पत्नी स्वप्ना और दो बेटे सुशांतो व सीमांतो को छोड़ गए हैं. पत्नी और बेटों के अलावा सुब्रत रॉय के परिवार में और भी लोग हैं, जो सहारा ग्रुप की अलग अलग कंपनियों में डायरेक्टर या सक्रिय भूमिका में हैं.
छोटे भाई जयब्रत रॉय संभालते हैं कंपनी का लेखा-जोखा
सुब्रत रॉय की पत्नी स्वप्ना रॉय भले ही कंपनी में बड़े ओहदे हों, लेकिन छोटे भाई जयब्रत रॉय ही कंपनी का लेखाजोखा रखते हैं. माना जाता है कि जयब्रत कंपनी में सुब्रत रॉय के बाद सेकेंड मैन हैं. पत्नी, बेटों और भाई के अलावा सहारा ग्रुप में सुब्रत रॉय की बहन और बहनोई भी सक्रिय भूमिका में हैं. बहन कुमकुम और बहनोई अशोक रॉय चौधरी सहारा में डायरेक्टर हैं.
सहारा ग्रुप के पास अरबों की जमीन, देश-विदेश में होटल और घर
सहारा ग्रुप के के पास दस करोड़ निवेशक हैं. इसके अलावा ग्रुप की अलग-अलग कंपनियों के 5000 से ज्यादा ऑफिस, मॉल और बिल्डिंग हैं. उनके पास अरबों रुपये की जमीन और देश-विदेश में होटल और घर भी हैं. कंपनी ने रियल एस्टेट, फाइनेंस, इंफ्रास्ट्रक्चर, मीडिया, एंटरटेनमेंट, हेल्थ केयर, हॉस्पिटयलिटी, रिटेल और इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी सेक्टर में अपना विस्तार किया है. सहारा सालों तक इंडियन क्रिकेट टीम की स्पांसर भी रही. इतना ही नहीं, आईपीएल में पुणे वारियर्स और फार्मूला वन टीम भी सहारा ने खरीदी थी. सहारा एयरलाइन, ऐंबी वैली और लग्जरी हाउसिंग में कंपनी ने हाथ आजमाया था.
सुब्रत की पत्नी और बेटे रिपब्लिक ऑफ मेसिडोनिया के नागरिक
सुब्रत राय सहारा भले ही मरते दम तक भारतीय नागरिक रहे, लेकिन उनकी पत्नी स्वप्ना रॉय और बेटे सुशांतो ने कानून के शिकंजे से फंसने से बचने के लिए यूरोपीय देश रिपब्लिक ऑफ मेसिडोनिया की नागरिकता ले रखी है. हालांकि दूसरे बेटे सीमांतो रॉय की नागरिकता के बारे में अभी कोई जानकारी नहीं मिली है. बताया जा रहा है कि उनका भी अमेरिका में व्यापार है. मंगलवार देर रात सुब्रत राय सहारा के निधन के बाद यह बात खुलकर सामने आ रही है.
मेसिडोनिया में बिजनेस की योजना बनाई थी योजना
निवेशकों का पैसा न लौटने को लेकर सुब्रत कानूनी विवाद में फंस गए थे. नतीजा यह हुआ कि सुब्रत को जेल तक जाना पड़ा. इसके बाद पत्नी स्वप्ना और बेटे सुशांतो ने भारत की नागरिकता छोड़कर यूरोपीय देश रिपब्लिक ऑफ मैसेडोनिया की नागरिकता ले ली. दूसरे देश की नागरिकता लिए जाने पर जब भी कंपनी से पूछा गया तो कभी खुलकर इस पर कुछ नहीं कहा गया. लेकिन सहारा के ही सूत्रों के मुताबिक कंपनी ने मेसिडोनिया में बिजनेस की योजना बनाई थी. वहां फिल्म प्रोडक्शन के साथ ही डेयरी और सेवन स्टार होटल खोलना था.
चार लाख यूरो का निवेश कर बन सकते हैं नागरिक
जानकारी के मुताबिक दक्षिण पूर्वी यूरोपीय देश मेसिडोनिया की नागरिकता लेने के लिए किसी को भी सिर्फ चार लाख यूरो का निवेश करना होता है. उसे देश के 10 लोगों को नौकरी पर रखना होता है. इसके साथ ही रियल एस्टेट में 40,000 यूरो से ज्यादा का इन्वेस्ट करने पर एक साल तक मेसिडोनिया में रहने का अधिकार भी किसी को मिल जाता है. मेसिडोनिया की नागरिकता आसानी से मिलने के पीछे यहां की गरीबी और बेरोजगारी है. इसी गरीबी और बेरोजगारी से लड़ने के लिए मेसिडोनिया किसी भी बिजनेसमैन को अपने यहां निवेश करने पर नागरिकता दे देता है.
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