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WBSSC Scam : शिक्षिका ने की आत्महत्या

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Published : Dec 5, 2022, 12:35 PM IST

पश्चिम बंगाल शिक्षक भर्ती घोटाले में जांच के दायरे में आने वाली एक शिक्षिका ने आत्महत्या कर ली. भर्ती घोटाले में जिन शिक्षकों की सूची सामने आई थी, उसमें नाम आने से वह बहुत निराश व हताश थीं.

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कॉन्सेप्ट फोटो

कोलकाता : पश्चिम बंगाल के पूर्वी मिदनापुर जिले के नंदीग्राम में एक सरकारी स्कूल की शिक्षिका तुम्परानी मोंडल परुआ (30) ने शिक्षक भर्ती घोटाले में जांच के दायरे में आने की आशंका के चलते खुदकुशी कर ली. रविवार देर रात मृतक के घर से शव बरामद किया गया. मृतका के परिवार के सदस्यों ने स्थानीय पुलिस को सूचित किया है कि हाल ही में एक सूची वायरल हुई थी.

इसमें कथित तौर पर शिक्षकों की भर्ती से संबंधित कलकत्ता उच्च न्यायालय में चल रहे विभिन्न मामलों के मद्देनजर जांच के दायरे में आने वाले कुछ शिक्षकों के नाम थे. इस सूची में नाम आने से तुम्पारानी बहुत निराश व हताश थीं. पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज मामले की जांच शुरू कर दी है.

पश्चिम बंगाल स्कूल सेवा आयोग (डब्ल्यूबीएसएससी) के रिकॉर्ड के अनुसार तुम्पारानी को 2016 में कक्षा 9 और 10 के लिए एक शिक्षक के रूप में चुना गया था. 2019 में वह नंदीग्राम के देबीपुर मिलन विद्यापीठ स्कूल में नियुक्त हुईं. वह मूल रूप से पूर्वी मिदनापुर जिले के चांदीपुर थाना क्षेत्र के बुरुंडा गांव की निवासी थीं.

कोलकाता : पश्चिम बंगाल के पूर्वी मिदनापुर जिले के नंदीग्राम में एक सरकारी स्कूल की शिक्षिका तुम्परानी मोंडल परुआ (30) ने शिक्षक भर्ती घोटाले में जांच के दायरे में आने की आशंका के चलते खुदकुशी कर ली. रविवार देर रात मृतक के घर से शव बरामद किया गया. मृतका के परिवार के सदस्यों ने स्थानीय पुलिस को सूचित किया है कि हाल ही में एक सूची वायरल हुई थी.

इसमें कथित तौर पर शिक्षकों की भर्ती से संबंधित कलकत्ता उच्च न्यायालय में चल रहे विभिन्न मामलों के मद्देनजर जांच के दायरे में आने वाले कुछ शिक्षकों के नाम थे. इस सूची में नाम आने से तुम्पारानी बहुत निराश व हताश थीं. पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज मामले की जांच शुरू कर दी है.

पश्चिम बंगाल स्कूल सेवा आयोग (डब्ल्यूबीएसएससी) के रिकॉर्ड के अनुसार तुम्पारानी को 2016 में कक्षा 9 और 10 के लिए एक शिक्षक के रूप में चुना गया था. 2019 में वह नंदीग्राम के देबीपुर मिलन विद्यापीठ स्कूल में नियुक्त हुईं. वह मूल रूप से पूर्वी मिदनापुर जिले के चांदीपुर थाना क्षेत्र के बुरुंडा गांव की निवासी थीं.

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(IANS)

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