बलिया : उत्तर प्रदेश सरकार के राज्यमंत्री आनंद स्वरूप शुक्ल ने महबूबा मुफ्ती और फारूक अब्दुल्ला के बयानों पर सवाल उठाया. उन्होंने कहा कि अगर महबूबा मुफ्ती को शरिया कानून अच्छा लगता है तो वो अफगानिस्तान चलीं जाएं.
उन्होंने कहा कि महबूबा मुफ्ती को खुशी-खुशी पाकिस्तान या अफगानिस्तान चले जाना चाहिए. शरिया कानून लागू हो गया तो जिस तरह से पूर्व मुख्यमंत्री बयान दे रही हैं, वो नहीं दे पाएंगी. राज्यमंत्री आनंद स्वरूप शुक्ल ने कहा कि अफगानिस्तान में तालिबान जिस तरह महिलाओं और बच्चों पर सितम कर रहा है, महबूबा मुफ्ती भी महिला हैं, उन्हें महिलाओं के अधिकार की आवाज उठानी चाहिए.
पाकिस्तान द्वारा तालिबान की मदद किए जाने को लेकर राज्य मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ल ने कहा कि जो जैसा बोता है, वैसा ही काटता है. आने वाले समय में पाकिस्तान की बुरी स्थिति दिखाई देगी. अफगानिस्तान में जो तालिबानी व्यवस्था बनाई जा रही है, वही पाकिस्तान को भी अपने कब्जे में लेगा.
जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री व पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती (Mehbooba Mufti) ने बुधवार को तालिबान की तरफदारी करते हुए कहा था कि अगर वह अपनी छवि बदलता है तो दुनिया के लिए मिसाल बन सकता है. तालिबान को असली शरिया का पालन करना होगा, जो कुरान शरीफ में है, जिसमें महिलाओं के हक हैं, न कि वो जिसे तालिबान बताता है. महबूबा मुफ्ती ने कहा था कि तालिबान हकीकत बनकर सामने आ रहा है.
राज्यमंत्री आनंद स्वरूप शुक्ल अपने विवादित बयानों के लिए जाने जाते हैं. इससे पहले उन्होंने जुलाई महीने में शायर मुन्नवर राणा को लेकर विवादित बयान दिया था. योगी सरकार में राज्य मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ला ने शायर मुनव्वर राणा को लेकर कहा था कि जो भी भारतीयों के खिलाफ खड़े होंगे, वह एनकाउंटर में मारे जाएंगे.
तब उन्होंने कहा था कि मुन्नवर राणा उन लोगों में से हैं, जो 1947 के बंटवारे के बाद भारत में रुक गए थे और देश को अंदर से तोड़ने की साजिश रचने वालों में शामिल रहे. ऐसे में जो भी लोग भारतीयों के खिलाफ खड़े होंगे, वो एनकाउंटर में मारे जाएंगे.