लखनऊ : अगले साल 2022 की शुरुआत में उत्तर प्रदेश में विधानसभा के चुनाव होने हैं. इन चुनावों को लेकर सभी राजनीतिक दलों में हलचल तेज हो गई है. कोई अपनी सत्ता बरकरार रखने के लिए रणनीति बनाने में व्यस्त है, तो कोई खोई प्रतिष्ठा पाने के लिए जी तोड़ मेहनत कर रहा है. सम्मेलनों, दौरों और बैठकों का दौर तेज हो गया है. इन्हीं विषयों पर बात की भाजपा के कद्दावर नेता और प्रदेश के कानून मंत्री बृजेश पाठक से.
उत्तर- भारतीय जनता पार्टी एक चुनाव को लेकर न रणनीति बनाती है और न राजनीति करती है. हमारी पार्टी पूरे वर्ष लगातार जनता के बीच में रहकर अपने कार्यकर्ताओं के बल पर जनता के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम करती है. जनता का हित कैसे हो सकता है, इसकी चिंता करती है.
प्रश्न- विपक्ष कई मसले उठाता है और आपकी अपनी उपलब्धियां हैं. आपकी कुछ तो तैयारी होगी ही ?
उत्तर- विपक्ष के पास न कोई नीति है और न एजेंडा. अपने ही दल और परिवार में उनकी स्वीकार्यता नहीं है. यह पूरा प्रदेश और देश जानता है. भाजपा सर्व समाज की पार्टी है. हम सबको साथ लेकर चलते हैं.
प्रश्न- आपकी सरकार को साढ़े चार साल हो चुके हैं. इनमें दो वर्ष कोविड में चले गए. कोविड के दौरान आप काफी सक्रिय रहे. लोगों की चिंता की, लेकिन इस दौरान कहीं न कहीं आपकी नाराजगी भी दिखी प्रशासन को लेकर ?
उत्तर- उत्तर प्रदेश में जो हाल था, वह आप सब जानते हैं. जिस प्रकार से हमारी सरकार ने महामारी को संभाला आज पूरी दुनिया में उसकी तारीफ हो रही है. पूरी सरकार ने मिलजुल कर कोरोना को परास्त किया. जब दुनिया के विकसित देशों में टीका आया तब भारत में भी आ गया था. हमारी सरकारों ने कोरोना नियंत्रण के लिए हर संभव प्रयास किया.
प्रश्न- फिर भी इस दौरान कहीं न कहीं आपकी नाराजगी तो दिखी ही ?
उत्तर- हमारी कोई नाराजगी नहीं थी. हमने सुझाव दिए थे. उन सुझावों को सरकार ने माना और बेहतरीन काम किया.
प्रश्न- क्या आप यह नहीं मानते कि कोविड के शुरुआती दौर ने सरकार से देर हुई ?
उत्तर- नहीं, कोई देरी नहीं हुई थी. जब अचानक बड़ी संख्या में रोगी आ गए तो हमने मात्र एक सप्ताह के भीतर स्थितियों को कंट्रोल किया. मुख्यमंत्री जी ने लगातार मॉनिटरिंग की. मुझे यह कहने में खुशी है कि जहां विपक्षी दल सोशल मीडिया तक सीमित थे, वहीं हमारी सरकार ने बहुत अच्छा काम किया.
प्रश्न- बीते साढ़े चार साल में सरकार ने विकास के तमाम काम किए हैं, लेकिन विपक्ष कहता है अभी आपकी सरकार ने एक भी शिलान्यास नहीं किया है ?
उत्तर- विपक्ष जिस ढंग से राजनीति करता है, उसे लगता है कि राजनीति किसी के घर की होती है. यह एक लगातार चलने वाली प्रक्रिया है. जो भी काम होते हैं वह सरकार के होते हैं, जनता के होते हैं. समाजवादी पार्टी के लोगों को मैंने कहते सुना है कि हमने किया था. यह किसी चाचा की, किसी पापा की सरकार नहीं है. सरकार लोगों की होती है और जो सरकार में रहेगा वह कामों को आगे बढ़ाएगा. हमने अधूरे कामों को पूरा किया है. हमने मेट्रो का काम पूरा किया. आगरा एक्सप्रेस वे का काम भी हमने पूरा किया. हमारी सरकार व्यवस्थित ढंग से काम कर रही है. हम कानपुर और आगरा मेट्रो ले गए.
प्रश्न- विपक्ष कहता है कि मेट्रो पर भी आपकी सरकार एक इंच आगे नहीं बढ़ पाई ?
उत्तर- उन्होंने मेट्रो के कितने मीटर का उद्घाटन किया था, इसी पुराने रिकॉर्ड में देखा जा सकता है. बिना प्लेटफार्म के उद्घाटन कर श्रेय लेने की कोशिश हुई.
प्रश्न- आप लखनऊ में सक्रिय रहते हैं और जानते हैं कि शहर की जरूरतें क्या हैं ? मेट्रो की एक और लाइन होनी चाहिए.
उत्तर- हम लगातार अध्ययन करा रहे हैं. जनसंख्या घनत्व को देखा जा रहा है. लखनऊ का कल्चर दूसरे ढंग का है. मेट्रो की सवारियों की क्या स्थिति है आपसे छिपा नहीं है. एक और लाइन पर हम काम कर रहे हैं और अगले प्रोजेक्ट में इसे शामिल किया जाएगा.
प्रश्न- चौक में अभी एक फ्लाईओवर बनाया है सरकार ने, जहां बहुत चौड़ी सड़क है. क्या अतिक्रमण से निपट पाने में सरकार नाकाम है ?
उत्तर- हमारी सरकार ने लखनऊ में करीब पांच फ्लाईओवर बनाए हैं. कई निर्माणाधीन हैं और कई प्रस्तावित हैं. दरअसल यातायात के संसाधन बहुत बड़ी संख्या में हो गए हैं. शहर का काफी विस्तार हो चुका है. इस कारण स्थिति को देखते हुए व्यवस्था करनी होती है. 105 किलो मीटर की आउटर रिंग रोड बन रही है, जिससे भारी वाहन शहर में प्रवेश किए बिना दूसरे शहरों को जा सकेंगे.
प्रश्न- आप छात्र नेता रहे हैं. प्रदेश को एक युवा नेता मिला. आपकी सरकार यह प्रयास नहीं कर रही कि फिर से छात्रसंघ चुनाव हों ? युवा राजनीति में आएं ?
उत्तर- छात्र राजनीति में आएं यह हमारा लगातार मानना है. विभिन्न जनपदों में चुनाव हो भी रहे हैं. जहां तक बात लखनऊ की है, तो यह मामला उच्च न्यायालय में विचाराधीन है. जैसे ही प्रकरण समाप्त होगा हम चुनाव कराने के लिए प्रतिबद्ध हैं.
प्रश्न- विशेषज्ञ कह रहे हैं कि कोरोना की तीसरी लहर आ सकती है. क्या तैयारी है ?
उत्तर- तीसरी लहर के लिए सरकार पूरी तरह से तैयार है. रिसर्च में कहा गया है कि तीसरी लहर बच्चों को प्रभावित कर सकती है. इस लिहाज से हमारी सरकार ने सभी जिलों में आईसीयू बेड का प्रबंध कर दिया है. ऑक्सीजन की कोई कमी न हो इसका भी इंतजाम है. हम हर चुनौती के लिए तैयार हैं.
प्रश्न- पिछले कुछ दिनों से प्रदेश के राजनीतिक दलों में ब्राह्मण राजनीति को लेकर तेजी आई है. इस पर क्या कहेंगे ?
उत्तर- विपक्षी दल केवल वोट के लिए काम करते हैं. भारतीय जनता पार्टी सबको साथ लेकर के चलती है. मेरा मानना है कि जब भी चुनाव आते हैं, आदि काल से ऐसे लोग आते हैं और चले जाते हैं. भारतीय जनता पार्टी लगातार सबको साथ लेकर चलने का काम करती है.
पढ़ेंः जब मौलिक अधिकारों और संविधान को कुचला जाए तो चुप रहना पाप है : सोनिया गांधी