नागपुर: केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी (Central Minister Nitin Gadkari) को हमेशा से नए प्रयोगों के लिए जाना जाता है. उन्होंने कई कीर्तिमान स्थापित किए हैं. इसके अलावा वह सड़कों व गाड़ियों की सेफ्टी (Vehicle Safety) के साथ-साथ ग्रीन एनर्जी (Green Energy) के इस्तेमाल पर जोर देते रहते हैं. हाल ही में हाइड्रोजन से चलने वाली कार (Hydrogen Car) की सवारी कर वह चर्चा में रहे थे. अब मंत्री ने एक दावा किया है कि अगले पांच साल में भारत की सड़कों से पेट्रोल कारें गायब हो जाएंगी. उन्होंने यहां तक कह दिया कि पांच साल के बाद भारत में पेट्रोल की जरूरत ही नहीं बचेगी.
उन्होंने उम्मीद जताई है कि आने वाले सालों में वाहनों में पेट्रोल की उपयोगिता पूरी तरह से खत्म हो जाएगी. गडकरी ने महाराष्ट्र के अकोला में एक बयान में यह बात कही. केंद्रीय मंत्री को अकोला में ही डॉ पंजाबराव देशमुख कृषि विद्यापीठ द्वारा डॉक्टर ऑफ साइंस की मानद उपाधि से सम्मानित किया गया था.
यहां भाषण के दौरान उन्होंने हरित हाइड्रोजन, एथेऩॉल और अन्य हरित ईंधन के उपयोग पर जोर दिया. उन्होंने कहा, मुझे पूरा विश्वास है कि पांच साल बाद देश से पेट्रोल खत्म हो जाएगा. आपकी कारें और स्कूटर पूरी तरह हरित हाइड्रोजन, एथेनॉल, सीएनजी या एलएनजी पर आधारित होंगे. गडकरी ने कृषि शोधकर्ताओं और विशेषज्ञों से अगले पांच वर्षों में कृषि वृद्धि दर को 12 प्रतिशत से बढ़ाकर 20 प्रतिशत करने के लिए काम करने की भी अपील की.
द्वारका एक्सप्रेसवे 2023 में चालू होगा: गडकरी
द्वारका एक्सप्रेसवे, जिसे नॉर्दर्न पेरिफेरल रोड के नाम से भी जाना जाता है, 2023 में चालू हो जाएगा. केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने सोमवार को यह जानकारी दी. इस एक्सप्रेसवे के चालू होने के बाद दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेसवे पर यातायात का भार कम होगा. गडकरी ने ट्विटर पर लिखा कि द्वारका एक्सप्रेसवे, जिसे भारत में पहले एलिवेटेड अर्बन एक्सप्रेसवे के रूप में विकसित किया जा रहा है, दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेसवे और पश्चिमी दिल्ली की अन्य सड़कों पर यातायात के दबाव को कम करेगा.
दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेसवे स्वर्णिम चतुर्भुज की 'दिल्ली- जयपुर- अहमदाबाद- मुंबई' शाखा का एक हिस्सा है. सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग-8 पर 50-60 प्रतिशत यातायात को नए एक्सप्रेसवे की ओर मोड़ा जाएगा, जिससे सोहना रोड और गोल्फ कोर्स रोड की ओर यातायात में सुधार होगा. उन्होंने कहा कि 2023 में इसके चालू होने के बाद दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण को कम करने में भी काफी मदद मिलेगी.
मंत्री ने कहा कि यह एक्सप्रेसवे 16 लेन का है, जिसमें दोनों तरफ न्यूनतम तीन लेन की सर्विस रोड का प्रावधान है.
इनपुट- एजेंसी