कीव / मॉस्को / लवीव : यूक्रेनी अधिकारियों ने बताया है कि रूसी सेना ने युद्धग्रस्त मारियुपोल में एक स्कूल पर बमबारी की है, जहां लगभग 400 लोगों ने शरण ले रखी थी. रूस ने यूक्रेन के बंदरगाह शहर मारियुपोल में अधिकारियों का कहना है कि रूसी सेना ने एक कला विद्यालय पर बमबारी की है. समाचार एजेंसी एपी की खबर के मुताबिक यहां करीब 400 लोगों ने शरण ली थी. स्थानीय अधिकारियों ने रविवार को कहा कि स्कूल की इमारत नष्ट हो गई और कई लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है. हताहतों की संख्या पता नहीं लगी है.
बता दें कि रूसी सेना ने बुधवार को भी ऐसी जगह को निशाना बनाया था जहां लोगों ने शरण ली थी. खबर के मुताबिक मारियुपोल में एक थिएटर पर बमबारी की गई थी. अधिकारियों के मुताबिक 130 लोगों को बचा लिया गया है, लेकिन कई लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है. इसी बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने रविवार तड़के कहा कि मारियुपोल की घेराबंदी इतिहास में रूसी सैनिकों द्वारा किए गए युद्ध अपराध (Zelenskyy cites war crimes) के रूप में दर्ज होगी.
रविवार को रूसी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता मेजर जनरल इगोर कोनाशेनकोव ने कहा कि किंजल हाइपरसोनिक मिसाइल से मायकोलाइव के काला सागर बंदरगाह के पास कोस्तियांटिनिव्का में एक यूक्रेनी ईंधन डिपो को निशाना बनाया गया. बता दें कि रूस की ओर से यूक्रेन पर दूसरा किंजल मिसाइल हमला किया गया है. किंजल ध्वनि की गति से 10 गुना तेज गति से 2,000 किलोमीटर (1,250 मील) दूर के लक्ष्य को भेदने में सक्षम है. शनिवार को रूसी सेना ने यूक्रेन में किंजल का पहला प्रयोग बार पश्चिमी इलाके में कार्पेथियन पर्वत में डिलियाटिन क्षेत्र में बने गोला बारूद डिपो को नष्ट करने के लिए किया था.
इसी बीच मारियुपोल के और भीतरी क्षेत्रों में रूसी सैनिकों के घुसने की भी खबर आई है. स्थानीय लोगों ने मदद की अपील की है. समाचार एजेंसी एपी के मुताबिक रूसी सेना से चारों ओर से घिरे और युद्ध से सबसे अधिक प्रभावित यूक्रेन के बंदरगाह शहर मारियुपोल में रूस के सैनिक और भीतरी क्षेत्र तक प्रवेश कर गए हैं. मारियुपोल में भीषण लड़ाई के कारण एक प्रमुख इस्पात संयंत्र को बंद कर दिया गया है और स्थानीय अधिकारियों ने पश्चिमी देशों से और अधिक मदद की गुहार लगाई है.
मारियुपोल के पुलिस अधिकारी माइकल वर्शनिन ने पश्चिमी नेताओं को संबोधित एक वीडियो में आस पास सड़क पर मलबे बिखरे दृश्य को दिखाते हुए कहा, 'बच्चे, बुजुर्ग मर रहे हैं. शहर को नष्ट कर दिया गया है और धरती से इसका नामो निशान मिटा दिया गया है.'
'द न्यूयॉर्क टाइम्स' से यूक्रेन के एक सैन्य अधिकारी ने बताया कि पिछले दिनों दक्षिणी शहर मायकोलाइव में हुए एक रॉकेट हमले को लेकर जानकारी भी सामने आनी शुरू हो गई है, जिसमें 40 नौसैनिक मारे गए थे. रूसी सेनाओं ने पहले ही मारियुपोल का संपर्क अजोव सागर से काट दिया है. यूक्रेन के गृह मंत्री के सलाहकार वादिम देनिसेंको ने कहा कि यूक्रेन और रूसी सेना ने मारियुपोल में अजोवस्टल लौह संयंत्र को लेकर लड़ाई लड़ी. देनिसेंको ने टेलीविजन पर कहा, 'यूरोप में सबसे बड़े धातुकर्म संयंत्रों में से एक वास्तव में नष्ट हो रहा है.'
मारियुपोल नगर परिषद ने इसके कुछ समय बाद दावा किया कि रूसी सैनिकों ने शहर के हजारों निवासियों ज्यादातर महिलाओं और बच्चों को रूस में जबरन स्थानांतरित कर दिया. हालांकि, उन्होंने यह नहीं बताया कि लोगों को कहां ले जाया गया और 'एपी' इस दावे की तुरंत पुष्टि नहीं कर सकता.
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के सलाहकार ओलेक्सी एरेस्टोविच ने कहा कि मारियुपोल की सहायता करने वाली नजदीकी सेना पहले से ही 'दुश्मन की भारी ताकत' के विरुद्ध संघर्ष कर रही थी और 'वर्तमान में मारियुपोल का कोई सैन्य समाधान नहीं है.'
युद्ध में रूसी सैनिकों की मौत के आंकड़े में भिन्नता है लेकिन एक अनुमान के मुताबिक इस युद्ध में रूस के हजारों सैनिक मारे गए हैं. 2008 में जॉर्जिया के साथ युद्ध के दौरान पांच दिनों की लड़ाई में रूस के 64 सैनिकों की जान गई थी. अफगानिस्तान में 10 वर्षों में लगभग 15,000 और चेचन्या में लड़ाई के वर्षों में 11,000 से अधिक रूसी सैनिक मारे गए.
रूसी सेना ने शनिवार को कहा कि उसने युद्ध में पहली बार अपनी नवीनतम हाइपरसोनिक मिसाइल का इस्तेमाल किया. मेजर जनरल इगोर कोनाशेनकोव ने कहा कि किंजल मिसाइलों ने इवानो-फ्रैंकिवस्क के पश्चिमी क्षेत्र में यूक्रेन की मिसाइलों और विमान से दागे जाने वाले गोला-बारूद के एक भूमिगत गोदाम को नष्ट कर दिया.
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हालांकि, अमेरिकी रक्षा विभाग के मुख्यालय पेंटागन के प्रेस सचिव जॉन किर्बी ने कहा कि अमेरिका हाइपरसोनिक मिसाइल के इस्तेमाल की पुष्टि नहीं कर सकता. युद्ध शुरू होने के बाद से संयुक्त राष्ट्र के संगठनों ने 847 से अधिक नागरिकों की मौत की पुष्टि की है, हालांकि वे मानते हैं कि वास्तविक संख्या बहुत अधिक होने की आशंका है. संयुक्त राष्ट्र का कहना है कि 33 लाख से अधिक लोग यूक्रेन से पलायन कर गए हैं.
(इनपुट- पीटीआई-भाषा)