नई दिल्लीः दिल्ली की राजनीति इस दिनों सुर्खियों में है. दरअसल, डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया के आवास पर सीबीआई के छापे के बाद 'आप और BJP में आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी है. आप नेता लगातार बीजेपी पर गंभीर आरोप लगा रहे हैं. वहीं, बीजेपी भी आप के खिलाफ सड़क से लेकर सदन तक विरोध छेड़े हुए हैं. अब सीएम केजरीवाल ने अपने ही सरकार के खिलाफ दिल्ली विधानसभा में विश्वास मत लाने का फैसला लिया है. इस पर सोमवार को सदन में कार्यवाही होगी. इस बीच, ट्विटर पर दो मुख्यमंत्रियों दिल्ली के केजरीवाल और असम के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा सरमा के बीच पिछले पांच दिनों से जंग छिड़ गई है.
दरअसल, एक वेबसाइट ने असम के स्कूलों की खबर प्रकाशित की थी, जिसमें कहा गया था कि परीक्षा परिणाम खराब आने के चलते राज्य सरकार ने असम के 34 स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया है. इसी खबर को सीएम अरविंद केजरीवाल ने तंज कसते हुए री-ट्वीट किया था कि स्कूल बंद करना समाधान नहीं है. हमें तो अभी पूरे देश में ढेरों नए स्कूल खोलने की जरूरत है. स्कूल बंद करने की बजाय स्कूल को सुधार कर पढ़ाई ठीक कीजिए.
इस ट्वीट के ठीक अगले दिन यानी 25 अगस्त को सरमा ने री-ट्वीट करते हुए कहा, 'प्रिय अरविंद केजरीवाल जी. हमेशा की तरह आपने बिना किसी होमवर्क के टिप्पणी कर दी! शिक्षा मंत्री के रूप में मेरे प्रारंभिक दिनों से अब तक कृपया ध्यान दें, असम सरकार ने 8610 नए स्कूलों की स्थापना/अधिग्रहण किया है. आप बताएं, दिल्ली सरकार ने पिछले 7 वर्षों में कितने नए स्कूल शुरू किए हैं?'
अगले दिन यानी 26 अगस्त को केजरीवाल ने इस ट्वीट को री-ट्वीट किया, 'अरे, लगता है आप बुरा मान गए. मेरा मकसद आपकी कमियां निकालने का नहीं था. हम सब एक देश हैं. हमें एक दूसरे से सीखना है. तभी तो भारत नम्बर वन देश बनेगा. मैं आता हूं ना असम. बताइए कब आऊं? आप शिक्षा के क्षेत्र में अपने अच्छे काम दिखाना. आप दिल्ली आइये, मैं आपको दिल्ली के काम दिखाता हूं.'
इसी दिन असम के सीएम ने केजरीवाल के ट्वीट को री-ट्वीट करते हुए लिखा, 'और हां, जब आप असम आने की सख्त इच्छा रखते हैं, तो मैं आपको हमारे मेडिकल कॉलेजों में ले जाऊंगा, जो आपके मोहल्ला क्लिनिक से 1000 गुना बेहतर है. आप हमारे बेहतरीन सरकारी स्कूल के शिक्षकों और छात्रों से भी मिलें. और हां, आप देश को नंबर 1 बनाने की चिंता छोड़ दें, वो मोदी जी कर रहे हैं.'
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इसके तुरंत बाद केजरीवाल ने इस ट्वीट को री-ट्वीट किया, 'हमारे यहां कहावत है. कोई पूछे “मैं कब आऊं” और आप कहें “कभी भी आ जाओ” इसका मतलब होता है “कभी मत आओ”. मैंने आपसे पूछा “आपके सरकारी स्कूल देखने कब आऊं” आपने बताया ही नहीं. बताइए कब आऊं, तभी आ जाऊंगा.' इस ट्वीट को री-ट्वीट करते हुए असम के सीएम ने कहा, 'आप दिल्ली को लंदन और पेरिस जैसा बनाने के वादे के साथ सत्ता में आए थे, याद है न अरविंद केजरीवाल जी? कुछ नहीं कर पाए तो दिल्ली की तुलना असम और नॉर्थईस्ट के छोटे शहरों से करने लगे! यकीन मानिए, दिल्ली जैसा शहर और संसाधन BJP को मिले, तो पार्टी उसे विश्व का सबसे समृद्ध शहर बनाएगी.'
इसके बाद केजरीवाल ने इसी ट्वीट को री-ट्वीट किया, 'आपने मेरे प्रश्न का जवाब नहीं दिया. “आपके सरकारी स्कूल देखने कब आऊं?” अगर स्कूल अच्छे नहीं हैं तो कोई बात नहीं. मिल के ठीक करेंगे ना.'
केजरीवाल ने इसके बाद एक और ट्वीट किया, 'यकीन मानिए, जब असम में “आप” की सरकार बनेगी तो वहां भी दिल्ली जैसा विकास करेंगे. भ्रष्टाचार खत्म करेंगे तो वहां भी संसाधनों की कमी नहीं होगी.'