नई दिल्ली : दक्षिणपंथी समूह विश्व हिंदू परिषद की शिकायत के बाद त्रिपुरा में पत्रकार समृद्धि सकुनिया और स्वर्णा झा के खिलाफ मामला दर्ज कर उन्हें हिरासत में लिया है. इससे पहले केंद्रीय गृह मंत्रालय ने शनिवार को कहा कि त्रिपुरा में एक मस्जिद को नुकसान पहुंचाने और तोड़फोड़ के बारे में सोशल मीडिया पर प्रसारित खबरें फर्जी हैं और गलतबयानी की गई है.
मंत्रालय ने यह भी कहा कि त्रिपुरा में ऐसी किसी भी घटना में साधारण या गंभीर रूप से घायल होने अथवा बलात्कार या किसी व्यक्ति की मौत की कोई सूचना नहीं है जैसा कि कुछ सोशल मीडिया पोस्ट में आरोप लगाया गया है.
गृह मंत्रालय ने कड़े शब्दों वाले बयान में कहा कि हाल के दिनों में त्रिपुरा में किसी मस्जिद के ढांचे के क्षतिग्रस्त होने का कोई मामला सामने नहीं आया है और लोगों को शांत रहना चाहिए और ऐसी फर्जी खबरों से गुमराह नहीं होना चाहिए. मंत्रालय ने कहा है, ऐसी खबरें फैलायी गई है कि त्रिपुरा में गोमती जिले के काकराबन इलाके में एक मस्जिद को क्षतिग्रस्त कर दिया गया. ये खबरें फर्जी हैं और गलतबयानी हैं. गृह मंत्रालय ने कहा कि काकराबन के दरगाबाजार इलाके में मस्जिद को नुकसान नहीं हुआ है और गोमती जिले में त्रिपुरा पुलिस शांति बनाए रखने के लिए काम कर रही है.
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त्रिपुरा में हुई घटनाओं के विरोध में शुक्रवार को मुस्लिम संगठनों द्वारा निकाली गई रैलियों के बाद महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में हिंसा हुई है. महाराष्ट्र के अमरावती में, त्रिपुरा में अल्पसंख्यक समुदाय के खिलाफ अत्याचार को रोकने की मांग को लेकर एक ज्ञापन सौंपने के लिए शुक्रवार को 8,000 से अधिक लोग जिलाधिकारी कार्यालय के बाहर जमा हुए थे. अमरावती, नांदेड़, मालेगांव, वाशिम और यवतमाल से हिंसा की सूचना मिली थी. शुक्रवार की घटनाओं के संबंध में पुलिस ने अब तक दंगा सहित विभिन्न आरोपों में 20 प्राथमिकी दर्ज कर 20 लोगों को गिरफ्तार किया है और चार अन्य को हिरासत में लिया है.
(आईएएनएस)