नई दिल्ली: छह बार की विश्व चैम्पियन एम सी मैरी कॉम (Mary Kom) ने गुरुवार को अपने फ्लाईवेट (51 किग्रा) प्री क्वार्टर फाइनल में 'खराब फैसलों' के लिए अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) को दोषी ठहराया. उनके इस बयान का समर्थन करते हुए केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू (Kiren Rijiju) ने कहा कि आप हम सभी के लिए स्पष्ट विजेता थीं. केंद्रीय मंत्री के अलावा फिल्मी पर्दे पर मैरी कॉम बनी अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा ने बॉक्सर मैरी कॉम के प्रति अपना समर्थन दिखाया है. पूर्व विश्व सुंदरी के अलावा एक्टर रणदीप हुड्डा, ईशान खट्टर, और फरहान अख्तर सोशल मीडिया पर मैरी कॉम को हौसला देते दिखे.
केंद्रीय विधि और न्याय मंत्री ने ट्वीट में कहा, 'आप टोक्यो ओलंपिक में महज एक अंक से हारीं, लेकिन मेरे लिये आप हमेशा एक चैंपियन हो. आपने वो हासिल किया है जो दुनिया में कोई महिला मुक्केबाज हासिल नहीं कर सकी है. आप 'लीजेंड' (महान) हो. भारत को आप पर गर्व है और मुक्केबाजी और ओलंपिक को आपकी कमी खलेगी. उन्होंने कहा कि सभी भारतीयों के लिये कहा, मैरीकॉम 'स्पष्ट' विजेता थीं लेकिन जजों की अपनी गणना होती है.
बताते चलें कि मैरी कॉम ने मात्र एक अंक से हार के बाद आईओसी की कड़े शब्दों में आलोचना करते हुए कहा कि मैं नहीं जानती और इस फैसले को नहीं समझ सकती, कार्यबल के साथ क्या गड़बड़ है ? आईओसी के साथ क्या गड़बड़ है? कहा कि मैं भी कार्यबल की एक सदस्य थी. मैं साफ सुथरी प्रतियोगिता सुनिश्चित करने के लिए उन्हें सुझाव भी दे रही थी और उनका सहयोग भी कर रही थी, लेकिन उन्होंने मेरे साथ क्या किया ?
उन्होंने कहा कि मैं रिंग के अंदर भी खुश थी, जब मैं बाहर आई, मैं खुश थी, क्योंकि मेरे दिमाग में था कि मैं जानती थी कि मैं जीत गई थी. जब वे मुझे डोपिंग के लिये ले गए तो भी मैं खुश थी. जब मैंने सोशल मीडिया में देखा और मेरे कोच (छोटेलाल यादव ने मुझे दोहराकर बताया) तो मुझे अहसास हुआ कि मैं हार गई थी.
मैरी कॉम ने कहा कि मैंने पहले इस मुक्केबाज को दो बार हराया है. मैं विश्वास ही नहीं कर सकी कि रेफरी ने उसका हाथ उठाया था. कसम खाती हूं कि मुझे अहसास ही नहीं हुआ कि मैं हार गई थी, मुझे इतना भरोसा था. कहा कि सबसे खराब बात है कि फैसले की समीक्षा या विरोध नहीं दर्ज करा सकते. ईमानदारी से कहूं तो मुझे भरोसा है कि दुनिया ने देखा होगा, उन्होंने जो कुछ किया, यह कुछ ज्यादा ही है. मुझे दूसरे राउंड में सर्वसम्मति से जीतना चाहिए था, तो यह 3-2 कैसे था?
मैरी कॉम मुक्केबाजी कार्यबल की एथलीट ग्रुप का है हिस्सा
मैरी कॉम पैनल में एशियाई ब्लॉक का प्रतिनिधित्व करती हैं जिसमें यूक्रेन के दो बार के ओलंपिक और विश्व स्वर्ण पदक विजेता महान मुक्केबाज वासिल लामाचेंको (यूरोप) और पांच बार के विश्व चैम्पियन और 2016 ओलंपिक के स्वर्ण पदक विजेता जूलियो सीजर ला क्रूज (अमेरिका) भी शामिल हैं. कहा कि एक मिनट या एक सेकेंड के अंदर एक एथलीट का सब कुछ चला जाता है. जो हुआ वह दुर्भाग्यपूर्ण है. मैं जजों के फैसले से निराश हूं.
लेकिन वह खेल को अलविदा कहने के मूड में नहीं हैं, जबकि उनका ओलंपिक का सफर टोक्यो के बाद से ही खत्म हो गया है. उन्होंने कहा कि मैं ब्रेक लूंगी, परिवार के साथ समय बिताऊंगी. लेकिन मैं खेल नहीं छोड़ रही हूं. अगर कोई टूर्नामेंट होता है तो मैं जारी रखूंगी और अपना भाग्य आजमाऊंगी.