मलयत्तूर: केरल ब्लास्ट की घटना में एक मासूम लड़की की आज मौत हो गई. उसकी मौत की खबर से परिवार के सदस्य सदमें में हैं. उसके गांव में मातम छा गया. उसके अंतिम दर्शन के लिए गांव में लोगों की भीड़ उमड़ी. एर्नाकुलम जिले के मलयत्तूर के ग्रामीण बारह वर्षीय बच्ची की मौत की खबर सुनकर दुखी हो गए. कालामस्सेरी विस्फोट में 12 वर्षीय लिबिना की मौत से गांव सदमे में है. बताया गया कि मलयट्टूर के कटुवनकुझी घर में रहने वाले तीन लोग विस्फोट में घायल हो गए. लेकिन किसी ने सोचा भी नहीं था कि लिबिना की मौत हो जाएगी.
हादसे की खबर सामने आने के बाद स्थानीय निवासियों ने उसके पिता प्रदीप से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने कोई जानकारी नहीं दी. स्थानीय लोगों को 12 वर्षीय लड़की की मौत के बारे में मीडिया के माध्यम से पता चला. प्रदीप, उनकी पत्नी और तीन बच्चों का परिवार मलयट्टूर में पारापिल्ली जोस के स्वामित्व वाले घर में रहता था.
प्रदीप एक रसोइया के काम में व्यस्त था और यहोवा के साक्षियों के सम्मेलन में शामिल नहीं हुआ. हालांकि, उनकी पत्नी सैली और तीन बच्चे कलामासेरी समरा सेंटर में यहोवा के साक्षी सम्मेलन में शामिल हुए. दुर्घटना में तीनों घायल हो गए. सैली और उनके बेटे का कलामासेरी मेडिकल कॉलेज में इलाज चल रहा है. उन्हें अपनी लाडली बेटी की मौत की खबर नहीं दी गई. सैली और उसके बच्चे नियमित रूप से यहोवा के साक्षियों के सम्मेलनों और प्रार्थनाओं में शामिल होते थे.
लिबिना मलयट्टूर के पास एसएनडीपी स्कूल नीलेश्वरम की 7वीं कक्षा की छात्रा थी. सैली अपने बच्चों को अपने साथ ले गई क्योंकि वे शनिवार और रविवार को छुट्टी पर थे. यह दुखद घटना उस समय हुई जब बच्चे दो दिन की छुट्टी के बाद वापस स्कूल जाने वाले थे. नीलेश्वरम स्कूल के छात्र विस्फोट और अपने सहपाठी की मौत के बारे में पता चलने के बाद सदमे में हैं.
मालूम हो कि छात्र की मौत पर शोक व्यक्त करने के लिए स्कूल में छुट्टी कर दी गयी थी. अपने प्रिय छात्र को खोने का गम इस स्कूल के शिक्षकों को ज्यादा है. हालाँकि प्रदीप और उसके परिवार का स्थानीय लोगों से ज्यादा संपर्क नहीं था, लेकिन जिस लड़की को वे जानते थे उसके दुखद अंत ने स्थानीय लोगों को भी दुखी कर दिया. मलयट्टूर पंचायत के जन प्रतिनिधि छोटी लड़की के अंतिम सार्वजनिक दर्शन की व्यवस्था में जुट गए.
कलामासेरी विस्फोट में इलाज करा रही मलयथुर की मूल निवासी लिबिना (12) की आज मौत हो गई. लिबिना 95 प्रतिशत जल गई थी और कलामासेरी मेडिकल कॉलेज में वेंटिलेटर पर उसका इलाज किया जा रहा था. कलामासेरी मेडिकल कॉलेज ने बताया कि विस्फोट के दस मिनट के भीतर लड़की को मेडिकल कॉलेज लाया गया और विशेषज्ञ उपचार दिया गया, लेकिन उसकी जान नहीं बचाई जा सकी.
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साथ ही इस बात की पुष्टि हुई कि कल घटनास्थल पर जिस व्यक्ति की मौत हुई, वह लेयोना करुप्पमपाडी का मूल निवासी था. वहीं, थोडुपुझा की मूल निवासी मीनाकुमारी की कल शाम कलामासेरी मेडिकल कॉलेज में मृत्यु हो गई थी. वह 90 प्रतिशत जल गई थीं. यहोवा के साक्षियों के वार्षिक सम्मेलन के दौरान कलामासेरी समरा इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में हुए विस्फोट में कुल 52 लोग घायल हो गए थे. इनमें से कुल 16 लोग गंभीर हैं. उन्हें आईसीयू में रखा गया है.