कानपुर: क्यों, पहचान गए...पहचान गए... पहचान गए. अमेठी निवासी आरिफ के इन शब्दों को सुनते ही कानपुर जू के बाड़े में बंद सारस खुशी से झूम उठा. आरिफ को देखने के बाद सारस की गतिविधियां ऐसी थीं, कि मानों वह बाड़े को तोड़कर सीधे आरिफ से लिपटना चाह रहा हो. आरिफ ने अपनी उंगलियां बाड़े में रखीं तो फ़ौरन ही सारस ने उन उंगलियों को अपनी चोंच से चूम लिया. इस पूरी गतिविधि का आरिफ ने वहीं पर खड़े होकर वीडियो भी बनाया. आरिफ के सामने सारस उसी तरह बेताब दिख रहा था, जैसे मानों किसी छोटे बच्चे को कई सालों बाद उसके परिजन मिल गए हों. इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
आरिफ और सारस की दोस्ती पूरी दुनिया में चर्चा का विषय बनी थी. इस मामले की जानकारी मिलने के बाद सूबे के पूर्व सीएम अखिलेश यादव अमेठी में आरिफ से मिलने गए थे. हालांकि उसके कुछ दिनों बाद ही वन विभाग के अफसरों ने सारस को आरिफ से अलग कर नियमानुसार कानपुर जू में भेज दिया था. ऐसे में किसी तरह का कोई विवाद न हो तो आरिफ गुरुवार को ज़ब जू पहुंचा तो उसने मास्क पहन रखा था ताकि उसे कोई पहचाने नहीं. इसके बाद ज़ब वह जू से वापस लौटा तो उसने शुक्रवार को सोशल मिडिया एकाउंट से अपना पूरा वीडियो वायरल कर दिया. आरिफ का वीडियो देखने के बाद जू के प्रशासनिक अफसरों के होश उड़ गए.
आरिफ ने सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल कर कहा कि सारस बहुत दुबला हो गया है. आरोप लगाया कि जू में उसकी बेहतर ढंग से देखभाल नहीं हो पाती है. उसने कहा कि सरकार को सारस को आज़ाद कर देना चाहिए. जिससे वह खुली हवा में सांस ले सके.