अलवर. अजमेर-दिल्ली के बीच चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन इन दिनों पत्थरबाजों के निशाने पर है. दिल्ली कैंट, पालम और गुड़गांव के आसपास बीते 10 दिनों के दौरान तीन पत्थरबाजी की घटनाएं हो चुकी हैं. हालांकि, इस दौरान किसी यात्री को चोट नहीं लगी, लेकिन ट्रेन के कांच को खासा नुकसान पहुंचा है. चलती ट्रेन में अचानक तेज आवाज आई, तो यात्रियों ने मामले की सूचना आरपीएफ को दी. इस बात की जानकारी उत्तर-पश्चिम रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी शशि किरण ने दी है.
वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन के संचालन से पहले रेलवे के अधिकारियों ने कहा था कि ट्रेन पर पत्थर फेंकने वाले लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. उनको जेल होगी, लेकिन उसके बाद भी पत्थरबाजी की घटनाएं जारी हैं. अजमेर से दिल्ली के बीच चलने वाली राजस्थान की पहली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन पर असामाजिक तत्वों ने पत्थरबाजी की है. रेलवे के अधिकारियों ने बताया कि बीते 10 दिनों के दौरान तीन बार पत्थर के हमले की घटनाएं हुई हैं.
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मंगलवार को दिल्ली से चलकर अजमेर आने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन में दिल्ली कैंट, पालम व गुड़गांव के बीच असामाजिक तत्वों ने पत्थरबाजी की. इस दौरान ट्रेन के C4 व C5 कोच के कांच क्षतिग्रस्त हो गए. पत्थर लगने की आवाज तेजी से हुई. ऐसे में ट्रेन में बैठे यात्री खासे डर गए. उन्होंने तुरंत मामले की सूचना ट्रेन में चल रहे रेलवे कर्मियों व आरपीएफ स्टाफ को दी. जिसके बाद आरपीएफ स्टाफ ने घटना का जायजा लिया और मामले की जानकारी आरपीएफ कंट्रोल रूम जयपुर को दी.
उत्तर-पश्चिम रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी शशि किरण ने बताया कि बीते दिनों में पत्थरबाजी की घटनाओं की जानकारी आरपीएफ कंट्रोल रूम पर दर्ज हुई है. आरपीएफ इस पूरे मामले की जांच-पड़ताल कर रही है. साथ ही जिन क्षेत्रों में यह घटनाएं हुई हैं, वहां आरपीएफ की तैनाती भी की गई है. पत्थरबाजी की घटनाओं के बाद यात्रियों में डर का माहौल है. हालांकि, इन घटनाओं के दौरान किसी भी यात्री के कोई चोट नहीं लगी.
तेज रफ्तार से दौड़ने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन पर पत्थरबाजी के दौरान धमाके जैसी आवाज आती है, क्योंकि ट्रेन में लगे कांच गैस के बने होते हैं. अचानक तेज रफ्तार में पत्थर लगने से धमाका होता है. रेलवे के अधिकारियों ने कहा कि यह देश की संपत्ति है. देश की संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वाले लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.