वाराणसी. महादेव की नगरी काशी में जन्माष्टमी की धूम देखने को मिल रही है. जिले के मिस एंड मिसेज बनारस क्लब की ओर से जन्माष्टमी के मौके पर महिलाओं ने बुधवार को जमकर सोहर गाए. भगवान श्री कृष्ण की पूजन-अर्चन और गंगाजल से अभिषेक किया गया, साथ ही नए वस्त्र पहनाकर लड्डू गोपाल भगवान कृष्ण को तैयार किया.
वाराणसी में किसी भी पर्व को हर्ष और उल्लास के साथ मनाया जाता है. यही वजह है कि काशी में एक दिन पहले से ही लोगों में जन्माष्टमी को लेकर उत्साह देखने को मिल रहा है. हिंदू पंचांग के अनुसार श्री कृष्ण जन्माष्टमी 19 अगस्त को मनाया जाएगा.
इस मौके पर पूरे विधि विधान से पूजन-पाठ करने के बाद राधा के रूप में सज-धज के आई महिलाओं ने जमकर ठुमके लगाए. कोई श्री कृष्ण बना तो कोई राधा के रूप में नजर आया. भक्ति गानों से लेकर गरबा और श्री कृष्ण-राधा के गानों पर महिलाएं जमकर झूमती नजर आई.
मौहाल ऐसा कि काशी के सामने घाट स्थित शिव रुद्राक्ष रिसोर्ट में वृंदावन और मथुरा का नजारा दिखने लगा. यहां सभी ने हर-हर महादेव के साथ श्री कृष्ण राधे के जयकारे लगाए.
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ज्योतिषाचार्य अनूप जायसवाल ने बताया कि पूरा काशी हर्ष और उल्लास के साथ जन्माष्टमी मना रहा है. गोपी के रूप में जो महिलाएं नाच रही है, झूम रही है और जमकर रासलीला कर रही हैं. पूरा काशी शिव मय के साथ-साथ आज कृष्णमय नजर आ रहा है.
महिलाएं सज-धज कर गोपी के रूप में हर्ष और उल्लास के साथ श्री कृष्ण जन्माष्टमी मनाया जा रहा है. वहीं श्री कृष्ण जन्माष्टमी के मौके पर गोपी बनी साक्षी पांडेय ने बताया की लग रहा है कि भगवान श्रीकृष्ण यहां पर मौजूद हैं और हम लोग रासलीला कर रहे हैं. आज तो शिवजी भी कृष्ण की भक्ति में सराबोर हो गए हैं.
काशी आज भगवान श्री कृष्ण की नगरी लग रही है. कार्यक्रम में भगवान श्री कृष्ण का रूप धारण करने वाली पलक जायसवाल ने कहा कि आज श्री कृष्ण जन्माष्टमी का शुभारंभ है और श्री कृष्ण भगवान मेरे फेवरेट हैं. उनका रूप धारण करके बहुत ही अच्छा लग रहा है. यहां पर मां गंगा किनारे हम लोग रासलीला कर रहे हैं.
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