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लखीमपुर हिंसा : भाजपा कार्यकर्ता के घर जाने पर एसकेएम ने योगेंद्र यादव को निलंबित किया

संयुक्त किसान मोर्चा ने लखीमपुर खीरी में तीन अक्टूबर को हुई हिंसा में मारे गए एक भाजपा कार्यकर्ता के घर जाने पर सामाजिक कार्यकर्ता योगेन्द्र यादव को एक महीने के लिए निलंबित कर दिया.

योगेंद्र यादव
योगेंद्र यादव
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Published : Oct 21, 2021, 11:01 PM IST

Updated : Oct 22, 2021, 4:48 AM IST

नई दिल्ली : संयुक्त किसान मोर्चा ने एक महीने के लिए योगेंद्र यादव को सस्पेंड कर दिया है. किसान मोर्चा ने यह कार्रवाई इसलिए की है कि क्योंकि हाल में योगेंद्र यादव ने लखीमपुर हिंसा में मारे गए भाजपा कार्यकर्ता शुभम मिश्रा के परिजनों से मुलाकात की थी. उस मुलाकात के बाद से ही योगेंद्र का किसानों द्वारा विरोध हो रहा था.

योगेंद्र यादव ने ट्विटर पर उस मुलाकात की अपनी तस्वीरें भी साझा की थी. उन्होंने ट्वीट कर लिखा था कि शहीद किसान श्रद्धांजलि सभा से वापिसी में बीजेपी कार्यकर्ता शुभम मिश्रा के घर गए. परिवार ने हम पर गुस्सा नहीं किया. बस दुखी मन से सवाल पूछे, क्या हम किसान नहीं? हमारे बेटे का क्या कसूर था? आपके साथी ने एक्शन रिएक्शन वाली बात क्यों कही? उनके सवाल कान में गूंज रहे हैं!.

  • शहीद किसान श्रद्धांजलि सभा से वापिसी में बीजेपी कार्यकर्ता शुभम मिश्रा के घर गए। परिवार ने हम पर गुस्सा नही किया। बस दुखी मन से सवाल पूछे: क्या हम किसान नहीं? हमारे बेटे का क्या कसूर था? आपके साथी ने एक्शन रिएक्शन वाली बात क्यों कही?
    उनके सवाल कान में गूंज रहे हैं! pic.twitter.com/q0sYAT8gV6

    — Yogendra Yadav (@_YogendraYadav) October 12, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

यादव संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) की कोर समिति के सदस्य रहे हैं. मोर्चा केन्द्र के तीन नये विवादित कृषि कानूनों के खिलाफ पूरे देश में विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहा है.

एक वरिष्ठ किसान नेता ने बताया कि संयुक्त किसान मोर्चा की आम सभा में इस आशय का फैसला लिया गया. किसान नेता ने कहा कि अपनी बैठक में एसकेएम ने योगेन्द्र यादव को एक महीने के लिए निलंबित कर दिया क्योंकि वह उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी (घटना) में मारे गए भाजपा कार्यकर्ता के परिवार से मिलने गए थे. उन्होंने कहा कि वह (यादव) संयुक्त किसान मोर्चा की बैठकों और अन्य गतिविधियों में हिस्सा नहीं ले सकते हैं. यादव ने गुरुवार को हुई संयुक्त किसान मोर्चा की आम सभा में हिस्सा लिया था.

यह भी पढ़ें- लखीमपुर हिंसा मामला: अब 26 अक्टूबर को सुप्रीम कोर्ट में होगी सुनवाई

उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले में तीन अक्टूबर को हुई हिंसा में आठ लोग मारे गए थे. उनमें से चार किसान थे जिन्हें कथित रूप से भाजपा कार्यकर्ताओं को लेकर जा रहे वाहन ने कुचल दिया था. घटना से गुस्साए किसानों ने वाहनों में सवार कुछ लोगों की पीट-पीट कर हत्या कर दी थी.

घटना में भारतीय जनता पार्टी के दो कार्यकर्ता और उनका ड्राइवर भी मारे गए थे.

नई दिल्ली : संयुक्त किसान मोर्चा ने एक महीने के लिए योगेंद्र यादव को सस्पेंड कर दिया है. किसान मोर्चा ने यह कार्रवाई इसलिए की है कि क्योंकि हाल में योगेंद्र यादव ने लखीमपुर हिंसा में मारे गए भाजपा कार्यकर्ता शुभम मिश्रा के परिजनों से मुलाकात की थी. उस मुलाकात के बाद से ही योगेंद्र का किसानों द्वारा विरोध हो रहा था.

योगेंद्र यादव ने ट्विटर पर उस मुलाकात की अपनी तस्वीरें भी साझा की थी. उन्होंने ट्वीट कर लिखा था कि शहीद किसान श्रद्धांजलि सभा से वापिसी में बीजेपी कार्यकर्ता शुभम मिश्रा के घर गए. परिवार ने हम पर गुस्सा नहीं किया. बस दुखी मन से सवाल पूछे, क्या हम किसान नहीं? हमारे बेटे का क्या कसूर था? आपके साथी ने एक्शन रिएक्शन वाली बात क्यों कही? उनके सवाल कान में गूंज रहे हैं!.

  • शहीद किसान श्रद्धांजलि सभा से वापिसी में बीजेपी कार्यकर्ता शुभम मिश्रा के घर गए। परिवार ने हम पर गुस्सा नही किया। बस दुखी मन से सवाल पूछे: क्या हम किसान नहीं? हमारे बेटे का क्या कसूर था? आपके साथी ने एक्शन रिएक्शन वाली बात क्यों कही?
    उनके सवाल कान में गूंज रहे हैं! pic.twitter.com/q0sYAT8gV6

    — Yogendra Yadav (@_YogendraYadav) October 12, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

यादव संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) की कोर समिति के सदस्य रहे हैं. मोर्चा केन्द्र के तीन नये विवादित कृषि कानूनों के खिलाफ पूरे देश में विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहा है.

एक वरिष्ठ किसान नेता ने बताया कि संयुक्त किसान मोर्चा की आम सभा में इस आशय का फैसला लिया गया. किसान नेता ने कहा कि अपनी बैठक में एसकेएम ने योगेन्द्र यादव को एक महीने के लिए निलंबित कर दिया क्योंकि वह उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी (घटना) में मारे गए भाजपा कार्यकर्ता के परिवार से मिलने गए थे. उन्होंने कहा कि वह (यादव) संयुक्त किसान मोर्चा की बैठकों और अन्य गतिविधियों में हिस्सा नहीं ले सकते हैं. यादव ने गुरुवार को हुई संयुक्त किसान मोर्चा की आम सभा में हिस्सा लिया था.

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उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले में तीन अक्टूबर को हुई हिंसा में आठ लोग मारे गए थे. उनमें से चार किसान थे जिन्हें कथित रूप से भाजपा कार्यकर्ताओं को लेकर जा रहे वाहन ने कुचल दिया था. घटना से गुस्साए किसानों ने वाहनों में सवार कुछ लोगों की पीट-पीट कर हत्या कर दी थी.

घटना में भारतीय जनता पार्टी के दो कार्यकर्ता और उनका ड्राइवर भी मारे गए थे.

Last Updated : Oct 22, 2021, 4:48 AM IST
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