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भारत में आतंकी हमले की साजिश रचने वाले IS के आतंकी को रूस ने पकड़ा

रूस ने भारत में आतंकी हमले की साजिश रच रहे आईएस के आत्मघाती हमलावर को अरेस्ट कर लिया है. ये आतंकी मध्य एशिया के किसी देश का मूल निवासी है और भारत में एक बड़े नेता के खिलाफ आत्मघाती हमले की प्लानिंग कर रहा था. रूसी रक्षा सिक्योरिटी एजेंसी FSB ने सोमवार को आतंकी को पकड़ा है.

IS Terrorsit arrested in russia
IS Terrorsit arrested in russia
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Published : Aug 22, 2022, 1:56 PM IST

Updated : Aug 22, 2022, 7:02 PM IST

मॉस्को : रूस ने पैगंबर मोहम्मद पर अपमानजनक टिप्पणी करने के लिए शीर्ष भारतीय नेतृत्व जमात के एक सदस्य पर आत्मघाती हमला करने की साजिश (terrorist attack plotting in India) रचने के लिए इस्लामिक स्टेट (ISIS) के एक आतंकवादी को पकड़ा (Russia detains IS suicide bomber) है. रूस की शीर्ष खुफिया एजेंसी ने सोमवार को बताया कि यह शख्स एक मध्य एशियाई देश का रहने वाला है. सरकारी समाचार एजेंसी 'तास' ने खबर दी है कि रूस की खुफिया एजेंसी 'संघीय सुरक्षा सेवा' (FSB) के मुताबिक, प्रतिबंधित इस्लामिक स्टेट के एक सरगना ने इस साल अप्रैल से जून के बीच तुर्की में प्रवास के दौरान एक विदेशी नागरिक को आत्मघाती हमलावर के तौर पर संगठन में भर्ती किया था.

एफएसबी ने कहा कि संघीय सुरक्षा सेवा ने अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी संगठन 'इस्लामिक स्टेट' के सदस्य की रूस में पहचान की और उसे पकड़ लिया. हिरासत में लिया गया शख्स मध्य एशिया के एक देश का नागरिक है और उसने भारत के सत्तारूढ़ दल के शीर्ष नेतृत्व में शामिल एक सदस्य पर आत्मघाती हमला करने की योजना बनाई थी. एफएसबी के सेंटर फॉर पब्लिक रिलेशन्स (सीपीआर) ने बताया कि सोशल मीडिया मंच टेलीग्राम और इस्तांबुल में आईएसआईएस के एक प्रतिनिधि के साथ व्यक्तिगत मुलाकात के दौरान उसके दिमाग में संगठन की विचारधारा को भरा गया.

खबर के मुताबिक, एफएसबी ने उल्लेख किया कि आतंकवादी ने आईएसआईएस के अमीर (प्रमुख) के प्रति निष्ठा की शपथ ली, जिसके बाद उसे रूस जाने और जरूरी दस्तावेज़ हासिल करने के लिए निर्देशित किया गया, ताकि वह भारत जा सके और इस आतंकवादी कृत्य को अंजाम दे सके. रूस की खुफिया एजेंसी ने आतंकवादी की पहचान उजागर नहीं की. उसने स्वीकार किया है कि वह पैगंबर मोहम्मद का अपमान करने के लिए भारत के सत्तारूढ़ दल के एक सदस्य के खिलाफ आतंकवादी कृत्य को अंजाम देने की तैयारी कर रहा था.

सीपीआर की ओर से उससे पूछताछ का वीडियो सोमवार को जारी किया गया जिसमें आतंकवादी कह रहा है कि उसने अप्रैल 2022 में आईएसआईएस के अमीर के प्रति निष्ठा की शपथ ली थी और एक विशेष प्रशिक्षण लिया था जिसके बाद वह रूस आया और यहां से भारत जाता. उसने कहा कि पैगंबर मोहम्मद का अपमान करने के लिए आईएसआईएस के इशारे पर आतंकवादी हमला करने के लिए मुझे वहां चीजें दी जानी थीं.

बता दें कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की तत्कालीन प्रवक्ता नुपुर शर्मा और पार्टी के दिल्ली ईकाई के मीडिया प्रकोष्ठ के तत्कालीन प्रमुख नवीन कुमार जिंदल ने पैगंबर को लेकर विवादित टिप्पणियां की थी जिसके बाद मुस्लिम देशों ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया दी थी और पार्टी ने नुपुर को निलंबित और कुमार को निष्कासित कर दिया था. खूंखार आतंकवादी संगठन आईएसआईएस और इससे संबंधित सभी संगठनों को भारत में प्रतिबंधित किया गया है. वे इराक और सीरिया में कई हमले करने के लिए जिम्मेदार हैं.

गृह मंत्रालय ने आतंकवादी समूह पर प्रतिबंध लगाते हुए कहा है कि भारत के युवाओं की संगठन में भर्ती और उन्हें कट्टर बनाया जाना देश के लिए गंभीर चिंता का विषय है, खासकर जब ऐसे युवा भारत लौटते हैं तो राष्ट्रीय सुरक्षा पर इसके संभावित प्रभाव पड़ सकते हैं.

मॉस्को : रूस ने पैगंबर मोहम्मद पर अपमानजनक टिप्पणी करने के लिए शीर्ष भारतीय नेतृत्व जमात के एक सदस्य पर आत्मघाती हमला करने की साजिश (terrorist attack plotting in India) रचने के लिए इस्लामिक स्टेट (ISIS) के एक आतंकवादी को पकड़ा (Russia detains IS suicide bomber) है. रूस की शीर्ष खुफिया एजेंसी ने सोमवार को बताया कि यह शख्स एक मध्य एशियाई देश का रहने वाला है. सरकारी समाचार एजेंसी 'तास' ने खबर दी है कि रूस की खुफिया एजेंसी 'संघीय सुरक्षा सेवा' (FSB) के मुताबिक, प्रतिबंधित इस्लामिक स्टेट के एक सरगना ने इस साल अप्रैल से जून के बीच तुर्की में प्रवास के दौरान एक विदेशी नागरिक को आत्मघाती हमलावर के तौर पर संगठन में भर्ती किया था.

एफएसबी ने कहा कि संघीय सुरक्षा सेवा ने अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी संगठन 'इस्लामिक स्टेट' के सदस्य की रूस में पहचान की और उसे पकड़ लिया. हिरासत में लिया गया शख्स मध्य एशिया के एक देश का नागरिक है और उसने भारत के सत्तारूढ़ दल के शीर्ष नेतृत्व में शामिल एक सदस्य पर आत्मघाती हमला करने की योजना बनाई थी. एफएसबी के सेंटर फॉर पब्लिक रिलेशन्स (सीपीआर) ने बताया कि सोशल मीडिया मंच टेलीग्राम और इस्तांबुल में आईएसआईएस के एक प्रतिनिधि के साथ व्यक्तिगत मुलाकात के दौरान उसके दिमाग में संगठन की विचारधारा को भरा गया.

खबर के मुताबिक, एफएसबी ने उल्लेख किया कि आतंकवादी ने आईएसआईएस के अमीर (प्रमुख) के प्रति निष्ठा की शपथ ली, जिसके बाद उसे रूस जाने और जरूरी दस्तावेज़ हासिल करने के लिए निर्देशित किया गया, ताकि वह भारत जा सके और इस आतंकवादी कृत्य को अंजाम दे सके. रूस की खुफिया एजेंसी ने आतंकवादी की पहचान उजागर नहीं की. उसने स्वीकार किया है कि वह पैगंबर मोहम्मद का अपमान करने के लिए भारत के सत्तारूढ़ दल के एक सदस्य के खिलाफ आतंकवादी कृत्य को अंजाम देने की तैयारी कर रहा था.

सीपीआर की ओर से उससे पूछताछ का वीडियो सोमवार को जारी किया गया जिसमें आतंकवादी कह रहा है कि उसने अप्रैल 2022 में आईएसआईएस के अमीर के प्रति निष्ठा की शपथ ली थी और एक विशेष प्रशिक्षण लिया था जिसके बाद वह रूस आया और यहां से भारत जाता. उसने कहा कि पैगंबर मोहम्मद का अपमान करने के लिए आईएसआईएस के इशारे पर आतंकवादी हमला करने के लिए मुझे वहां चीजें दी जानी थीं.

बता दें कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की तत्कालीन प्रवक्ता नुपुर शर्मा और पार्टी के दिल्ली ईकाई के मीडिया प्रकोष्ठ के तत्कालीन प्रमुख नवीन कुमार जिंदल ने पैगंबर को लेकर विवादित टिप्पणियां की थी जिसके बाद मुस्लिम देशों ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया दी थी और पार्टी ने नुपुर को निलंबित और कुमार को निष्कासित कर दिया था. खूंखार आतंकवादी संगठन आईएसआईएस और इससे संबंधित सभी संगठनों को भारत में प्रतिबंधित किया गया है. वे इराक और सीरिया में कई हमले करने के लिए जिम्मेदार हैं.

गृह मंत्रालय ने आतंकवादी समूह पर प्रतिबंध लगाते हुए कहा है कि भारत के युवाओं की संगठन में भर्ती और उन्हें कट्टर बनाया जाना देश के लिए गंभीर चिंता का विषय है, खासकर जब ऐसे युवा भारत लौटते हैं तो राष्ट्रीय सुरक्षा पर इसके संभावित प्रभाव पड़ सकते हैं.

Last Updated : Aug 22, 2022, 7:02 PM IST
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