बालोद: छत्तीसगढ़ में बालोद जिले के लोहारा ब्लॉक अंतर्गत पाटेश्वर धाम सेवा संस्थान में रविवार से बवाल जारी है. यहां कुछ लोगों पर आरोप है कि उन्होंने पाटेश्वर धाम में बलि दी. जबकि इस दौरान पाटेश्वर धाम सेवा संस्थान के संत राम बालक दास प्रवास पर जिले से बाहर गए हुए थे. (Pateshwar Dham sacrificial system in Balod). जैसे ही संत रामबालक दास को इसकी जानकारी मिली, उन्होंने एसडीएम तहसीलदार को मामले से अवगत कराया. इसके बाद पुलिस प्रशासन की टीम आश्रम पहुंची. कुछ ही समय बाद वहीं से थोड़ी दूर तुएगोन्दी में पथराव जैसा मामला बलि को लेकर सामने आया. जहां आदिवासी समाज के लोग एकत्र थे. पथराव में बहुत से लोग घायल हुए. रविवार रात तक गहमा गहमी का माहौल रहा. मामले में 10 लोगों के खिलाफ जिले के मंगचुआ थाने में मामला दर्ज है.
यूं शुरू हुआ बवाल : ब्लॉक मुख्यालय से लगभग 10 किलोमीटर दूर वनांचल के जुंगेरा में पाटेश्वर धाम स्थित है. यहां रविवार दोपहर लगभग 12 बजे एक पक्ष के लोगों की तरफ से बलि दी गई. इसी मुद्दे पर यहां दूसरा पक्ष आ गया और दोनों पक्ष आपस में भिड़ गए. इसके बाद कुछ अन्य लोग भी वहां पहुंच गए और विवाद शुरू हो गया. बात इतनी बढ़ी कि लाठी-डंडे और पत्थर चलने लगे. सूचना मिलने पर पुलिस पहुंची और स्थिति को नियंत्रित किया. बताया जा रहा है कि रविवार की रात को भी यहां हंगामा हुआ. एसडीएम डौंडीलोहारा मनोज मरकाम ने कार्रवाई जारी होने और बयान लेने की बात कही है.
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पाटेश्वर धाम को अपवित्र करने का आरोप : इस विषय में रामबालक दास ने दूसरे पक्ष पर आरोप लगाया है कि "पाटेश्वर धाम को अपवित्र करने की कोशिश की गई है. उन्होंने कहा कि गुरुदेव राज योगी बाबा को साकेत गमन किए अभी एक महीने भी पूरे नहीं हुए है कि अब लोग यहां माहौल खराब कर रहे हैें. उन्होंने यहां बलि देने का आरोप भी लगाया है".रामबालक दास के मुताबिक यहां 46 साल से बलि प्रथा बंद है. उन्होंने दूसरे पक्ष पर बलि प्रथा को इस धार्मिक स्थान पर शुरू करने का आरोप लगाया. रामबालक दास ने आरोपियों पर कार्रवाई की मांग की है.