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Mumbai Train Firing: मुंबई में चलती ट्रेन में फायरिंग, चार की मौत, आरोपी आरपीएफ कांस्टेबल गिरफ्तार

मुंबई-जयपुर एक्सप्रेस में चार लोगों की हत्या करने के आरोपी आरपीएफ जवान चेतन को मंगलवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा. दरअसल,आज सुबह करीब साढ़े पांच बजे एक आरपीएफ जवान ने मुंबई-जयपुल एक्सप्रेस में गोली मारकर चार लोगों की हत्या कर दी थी. इस बीच आरोपी का एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है, जिसमें हत्या के बाद लाशों के सामने खड़े होकर उन्हें इस जघन्य कांड को अंजाम देने का कारण समझाते हुए आरोपी नजर आ रहा है.

mumbai train firing
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Published : Jul 31, 2023, 8:37 AM IST

Updated : Jul 31, 2023, 10:42 PM IST

मुंबई: रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के एक कांस्टेबल ने सोमवार को महाराष्ट्र के पालघर रेलवे स्टेशन के पास एक चलती ट्रेन में चार लोगों की गोली मारकर कथित तौर पर हत्या कर दी. एक अधिकारी ने बताया कि कांस्टेबल चेतन कुमार चौधरी ने अपने स्वचालित हथियार से तड़के करीब पांच बजे जयपुर-मुंबई सेंट्रल एक्सप्रेस में सवार आरपीएफ के एक सहायक उपनिरीक्षक (एएसआई) और तीन अन्य यात्रियों को गोली मार दी जिससे उनकी मौत हो गई. इस मामले में आरोपी आरपीएफ कांस्टेबल को गिरफ्तार कर लिया गया है. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के अनुसार, आरोपी आरपीएफ जवान मानसिक रूप से परेशान है.

रेलवे पीआरओ से इस मामले पर बात करते ईटीवी भारत के संवाददाता

महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई से पालघर की दूरी करीब 100 किलोमीटर है. अधिकारी के मुताबिक, चेतन कुमार चौधरी ने अपने एस्कॉर्ट ड्यूटी प्रभारी एएसआई टीका राम मीणा को चलती ट्रेन में गोली मार दी. उन्होंने बताया कि अपने वरिष्ठ अधिकारी को गोली मारने के बाद कांस्टेबल एक अन्य बोगी में गया और उसने तीन यात्रियों को गोली मार दी.

RPF जवान ने जयपुर-मुंबई ट्रेन में ASI समेत चार लोगों की हत्या की

वारदात का वायरल वीडियो: एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है, जिसमें रेलवे सुरक्षा बल के कांस्टेबल बता रहा है कि उसने यह चरम कदम क्यों उठाया. सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में आरोपी आरपीएफ कॉन्स्टेबल तीन यात्रियों के शवों में से एक के सामने खड़ा नजर आ रहा है. उन्हें यह कहते हुए सुना जा सकता है, 'पाकिस्तान से ऑपरेट हुए हैं. तुम्हारी मीडिया... यहीं देश की मीडिया ये खबरें दिखा रही है, पता चल रहा है उनको, सब पता चल रहा है, इनका आका है वहां...अगर हिंदुस्तान में रहना है, तो मैं कहता हूं...'' मारे गए व्यक्ति को वीडियो में आरोपी कांस्टेबल के पैरों के पास खून से लथपथ देखा जा सकता है, जबकि अन्य यात्री भयभीत होकर आरोपी को देख रहे हैं, क्योंकि वह लोगों को गोली मारने के बारे में समझाता रहता है.

  • #UPDATE | Four casualties, including the ASI have been reported in the firing incident inside the Jaipur Express train (12956). The accused has been arrested. DCP North GRP has been informed: Railway Protection
    Force

    — ANI (@ANI) July 31, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

सरकारी रेलवे पुलिस (जीआरपी) आयुक्त रवींद्र शिसवे से आरोपी कांस्टेबल द्वारा हत्याओं को सही ठहराने के वीडियो के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि अन्य सामग्रियों के साथ वीडियो क्लिप की जांच की जा रही है. शिस्वे ने कहा, 'किसी भी निष्कर्ष पर पहुंचना जल्दबाजी होगी और इस स्तर पर, कुछ भी टिप्पणी करना और जांच के बारे में कोई विवरण साझा करना जल्दबाजी होगी." उन्होंने कहा कि पुलिस जांच कर रही है. उन्होंने कहा, 'चलती ट्रेन में इस की वारदात को अंजाम देने का यह पहला मामला है. यात्री डरे हुए हैं. हम उन्हें आश्वस्त करना चाहते हैं कि पुलिस घटना की विस्तार से जांच करेगी.'

  • Four people were shot dead in the firing incident inside the Jaipur Express train (12956). The accused has been arrested.

    Visuals from Mumbai Central Railway Station pic.twitter.com/RgNjYOTbMD

    — ANI (@ANI) July 31, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने पीटीआई-भाषा को बताया कि आरोपी आरपीएफ कांस्टेबल बहुत गुस्सैल प्रकृति का था. जीआरपी के मुताबिक, सिंह ने अपने स्वचालित हथियार से 12 राउंड फायरिंग की. घटना के बाद जीआरपी ने उसके स्वचालित हथियार से आठ गोलियां बरामद कीं. घटना के बाद ट्रेन को सुबह 6.21 बजे से 7.15 बजे तक लगभग एक घंटे तक बोरीवली स्टेशन पर रोके रखा गया. ट्रेन की परिचालन स्थिति के अनुसार, यह अपने अंतिम गंतव्य मुंबई सेंट्रल स्टेशन पर लगभग 72 मिनट की देरी से सुबह 8.07 बजे पहुंची. बी5 और बी6 कोच से अधिकांश यात्री बोरीवली स्टेशन पर उतरे.

अधिकारी के अनुसार, आरोपी ने मीरा रोड और दहिसर के बीच ट्रेन से भागने की कोशिश की, लेकिन राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) के कर्मियों ने उसे पकड़ लिया और उसका हथियार भी जब्त कर लिया. उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश के हाथरस का रहने वाला आरोपी मीरा रोड रेलवे पुलिस की हिरासत में है. उन्होंने बताया कि बोरीवली रेलवे स्टेशन पर शवों को ट्रेन से बाहर निकाला गया. रेलवे अधिकारियों के अनुसार, कांस्टेबल चौधरी समेत आरपीएफ के चार कर्मी सोमवार को गुजरात में सूरत स्टेशन से रवाना हुई जयपुर-मुंबई सेंट्रल एक्सप्रेस में पहरा दे रहे थे.

  • #WATCH | Mumbai: DRM Neeraj Kumar says, "At around 6 am we got to know that an RPF constable, who was on escorting duty opened fire...Four people have been shot dead...Our railway officer reached the spot. The families have been contacted. Ex-gratia will be given." pic.twitter.com/Zl7FfoUd8i

    — ANI (@ANI) July 31, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इससे एक दिन पहले उन्होंने दादर-पोरबंदर-सौराष्ट्र एक्सप्रेस में सूरत स्टेशन तक पहरा दिया था. वापसी पर वे जयपुर-मुंबई सेंट्रल एक्सप्रेस में अपनी ड्यूटी पर तैनात थे. लंबी दूरी की ट्रेन में पहरा देने की ड्यूटी पर अक्सर जीआरपी और आरपीएफ के चार से पांच कर्मियों को तैनात किया जाता है. वे अपने-अपने रेलवे मंडल में ट्रेनों की सुरक्षा में तैनात रहते हैं और उसके बाद अन्य मंडलों के उनके समकक्ष सुरक्षा की जिम्मेदारी संभालते हैं.

पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी सुमित ठाकुर ने बताया कि आरोपी कांस्टेबल यहां लोअर परेल आरपीएफ चौकी में तैनात था जबकि एएसआई टीका राम मीणा दादर आरपीएफ चौकी में तैनात था. जयपुर-मुंबई सेंट्रल एक्सप्रेस रविवार दोपहर दो बजकर एक मिनट पर राजस्थान में जयपुर स्टेशन से रवाना हुई और सूरत स्टेशन पहुंची जहां सुरक्षा दल देर रात करीब दो बजकर 47 मिनट पर ट्रेन में चढ़ा.

आधिकारिक सूचना के अनुसार, सोमवार सुबह छह बजकर 21 मिनट पर मुंबई में बोरीवली स्टेशन पर पहुंचने से पहले ट्रेन गुजरात के वापी में रुकी जहां से वह एक मिनट की देरी से चार बजकर आठ मिनट पर रवाना हुई. ठाकुर ने बताया कि दहीसर स्टेशन के समीप ट्रेन की चेन खींचीं गयी जहां आरोपी कांस्टेबल उतरा और भाग गया लेकिन उसे मीरा रोड पर पकड़ लिया गया.

ये भी पढ़ें- संगम विहार में फायरिंग करने वाला गिरफ्तार, बदला लेने के लिए चलाई थी गोली

ट्रेन को जंजीर खींचे जाने के बादकरीब एक घंटे तक सुबह छह बजकर 21 मिनट से सवा सात बजे तक बोरीवली स्टेशन पर रोका गया और उसके बाद वह रवाना हुई तथा करीब एक घंटे 12 मिनट की देरी से सुबह आठ बजकर सात मिनट पर अपने गंतव्य मुंबई सेंट्रल स्टेशन पहुंची. पश्चिम रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मृतक एएसआई मीणा के परिजनों के लिए 25 लाख रुपये की अनुग्रह राशि की घोषणा की गयी है. पश्चिम रेलवे के प्रवक्ता सुमित ठाकुर ने बताया कि मीणा के परिजनों को रेलवे सुरक्षा कल्याण निधि से 15 लाख रुपये दिए जाएंगे तथा इसके अलावा अंतिम संस्कार के खर्च के लिए 20,000 रुपये दिए जाएंगे. अन्य तीन मृतकों के परिवार के लिए मुआवजे के बारे में पूछे जाने पर ठाकुर ने बताया कि उन्हें भी अनुग्रह राशि दी जाएगी.

इन धाराओं में केस दर्ज : आरोपी जवान के खिलाफ 946/2023, धारा 302 आईपीसी के साथ धारा 3, 25, 27 भारतीय हथियार अधिनियम के साथ धारा 152 भारतीय रेलवे अधिनियम दर्ज किया गया है. आरोपी जवान चेतन सिंह उत्तर प्रदेश के हाथरस का मूल निवासी है. उसके परिवार का दावा है कि वह मानसिक रूप से अस्वस्थ हैं और पिछले कई दिनों से तनाव में है.

चेतन के पिता भी आरपीएफ जवान थे. 2007 में दिल का दौरा पड़ने से उनकी मृत्यु हो गई. फिर 2009 में चेतन को उनकी जगह अनुकंपा नौकरी मिल गई. पुलिस सूत्रों के अनुसार थाने में मेडिकल रिपोर्ट के लिए डॉक्टर जवान की जांच करेंगे. उसे कल कोर्ट में पेश किया जाएगा.

जांच के लिए विशेष जांच दल नियुक्त: इस घटना में मारे गये तीन लोगों की पहचान कर ली गई है. मृतकों की पहचान टीकाराम मीना (उम्र 58 वर्ष), अजगर अब्बास शेख (उम्र 48 वर्ष) और जवान के सहकर्मी अब्दुल कादरभाई मोहम्मद हुसैन मानपुरवाला (उम्र 62 वर्ष) के रूप में की गई है. मामले की जांच के लिए एक विशेष जांच दल नियुक्त किया गया है. पुलिस आगे की जांच कर रही है.

मुंबई: रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के एक कांस्टेबल ने सोमवार को महाराष्ट्र के पालघर रेलवे स्टेशन के पास एक चलती ट्रेन में चार लोगों की गोली मारकर कथित तौर पर हत्या कर दी. एक अधिकारी ने बताया कि कांस्टेबल चेतन कुमार चौधरी ने अपने स्वचालित हथियार से तड़के करीब पांच बजे जयपुर-मुंबई सेंट्रल एक्सप्रेस में सवार आरपीएफ के एक सहायक उपनिरीक्षक (एएसआई) और तीन अन्य यात्रियों को गोली मार दी जिससे उनकी मौत हो गई. इस मामले में आरोपी आरपीएफ कांस्टेबल को गिरफ्तार कर लिया गया है. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के अनुसार, आरोपी आरपीएफ जवान मानसिक रूप से परेशान है.

रेलवे पीआरओ से इस मामले पर बात करते ईटीवी भारत के संवाददाता

महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई से पालघर की दूरी करीब 100 किलोमीटर है. अधिकारी के मुताबिक, चेतन कुमार चौधरी ने अपने एस्कॉर्ट ड्यूटी प्रभारी एएसआई टीका राम मीणा को चलती ट्रेन में गोली मार दी. उन्होंने बताया कि अपने वरिष्ठ अधिकारी को गोली मारने के बाद कांस्टेबल एक अन्य बोगी में गया और उसने तीन यात्रियों को गोली मार दी.

RPF जवान ने जयपुर-मुंबई ट्रेन में ASI समेत चार लोगों की हत्या की

वारदात का वायरल वीडियो: एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है, जिसमें रेलवे सुरक्षा बल के कांस्टेबल बता रहा है कि उसने यह चरम कदम क्यों उठाया. सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में आरोपी आरपीएफ कॉन्स्टेबल तीन यात्रियों के शवों में से एक के सामने खड़ा नजर आ रहा है. उन्हें यह कहते हुए सुना जा सकता है, 'पाकिस्तान से ऑपरेट हुए हैं. तुम्हारी मीडिया... यहीं देश की मीडिया ये खबरें दिखा रही है, पता चल रहा है उनको, सब पता चल रहा है, इनका आका है वहां...अगर हिंदुस्तान में रहना है, तो मैं कहता हूं...'' मारे गए व्यक्ति को वीडियो में आरोपी कांस्टेबल के पैरों के पास खून से लथपथ देखा जा सकता है, जबकि अन्य यात्री भयभीत होकर आरोपी को देख रहे हैं, क्योंकि वह लोगों को गोली मारने के बारे में समझाता रहता है.

  • #UPDATE | Four casualties, including the ASI have been reported in the firing incident inside the Jaipur Express train (12956). The accused has been arrested. DCP North GRP has been informed: Railway Protection
    Force

    — ANI (@ANI) July 31, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

सरकारी रेलवे पुलिस (जीआरपी) आयुक्त रवींद्र शिसवे से आरोपी कांस्टेबल द्वारा हत्याओं को सही ठहराने के वीडियो के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि अन्य सामग्रियों के साथ वीडियो क्लिप की जांच की जा रही है. शिस्वे ने कहा, 'किसी भी निष्कर्ष पर पहुंचना जल्दबाजी होगी और इस स्तर पर, कुछ भी टिप्पणी करना और जांच के बारे में कोई विवरण साझा करना जल्दबाजी होगी." उन्होंने कहा कि पुलिस जांच कर रही है. उन्होंने कहा, 'चलती ट्रेन में इस की वारदात को अंजाम देने का यह पहला मामला है. यात्री डरे हुए हैं. हम उन्हें आश्वस्त करना चाहते हैं कि पुलिस घटना की विस्तार से जांच करेगी.'

  • Four people were shot dead in the firing incident inside the Jaipur Express train (12956). The accused has been arrested.

    Visuals from Mumbai Central Railway Station pic.twitter.com/RgNjYOTbMD

    — ANI (@ANI) July 31, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने पीटीआई-भाषा को बताया कि आरोपी आरपीएफ कांस्टेबल बहुत गुस्सैल प्रकृति का था. जीआरपी के मुताबिक, सिंह ने अपने स्वचालित हथियार से 12 राउंड फायरिंग की. घटना के बाद जीआरपी ने उसके स्वचालित हथियार से आठ गोलियां बरामद कीं. घटना के बाद ट्रेन को सुबह 6.21 बजे से 7.15 बजे तक लगभग एक घंटे तक बोरीवली स्टेशन पर रोके रखा गया. ट्रेन की परिचालन स्थिति के अनुसार, यह अपने अंतिम गंतव्य मुंबई सेंट्रल स्टेशन पर लगभग 72 मिनट की देरी से सुबह 8.07 बजे पहुंची. बी5 और बी6 कोच से अधिकांश यात्री बोरीवली स्टेशन पर उतरे.

अधिकारी के अनुसार, आरोपी ने मीरा रोड और दहिसर के बीच ट्रेन से भागने की कोशिश की, लेकिन राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) के कर्मियों ने उसे पकड़ लिया और उसका हथियार भी जब्त कर लिया. उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश के हाथरस का रहने वाला आरोपी मीरा रोड रेलवे पुलिस की हिरासत में है. उन्होंने बताया कि बोरीवली रेलवे स्टेशन पर शवों को ट्रेन से बाहर निकाला गया. रेलवे अधिकारियों के अनुसार, कांस्टेबल चौधरी समेत आरपीएफ के चार कर्मी सोमवार को गुजरात में सूरत स्टेशन से रवाना हुई जयपुर-मुंबई सेंट्रल एक्सप्रेस में पहरा दे रहे थे.

  • #WATCH | Mumbai: DRM Neeraj Kumar says, "At around 6 am we got to know that an RPF constable, who was on escorting duty opened fire...Four people have been shot dead...Our railway officer reached the spot. The families have been contacted. Ex-gratia will be given." pic.twitter.com/Zl7FfoUd8i

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रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इससे एक दिन पहले उन्होंने दादर-पोरबंदर-सौराष्ट्र एक्सप्रेस में सूरत स्टेशन तक पहरा दिया था. वापसी पर वे जयपुर-मुंबई सेंट्रल एक्सप्रेस में अपनी ड्यूटी पर तैनात थे. लंबी दूरी की ट्रेन में पहरा देने की ड्यूटी पर अक्सर जीआरपी और आरपीएफ के चार से पांच कर्मियों को तैनात किया जाता है. वे अपने-अपने रेलवे मंडल में ट्रेनों की सुरक्षा में तैनात रहते हैं और उसके बाद अन्य मंडलों के उनके समकक्ष सुरक्षा की जिम्मेदारी संभालते हैं.

पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी सुमित ठाकुर ने बताया कि आरोपी कांस्टेबल यहां लोअर परेल आरपीएफ चौकी में तैनात था जबकि एएसआई टीका राम मीणा दादर आरपीएफ चौकी में तैनात था. जयपुर-मुंबई सेंट्रल एक्सप्रेस रविवार दोपहर दो बजकर एक मिनट पर राजस्थान में जयपुर स्टेशन से रवाना हुई और सूरत स्टेशन पहुंची जहां सुरक्षा दल देर रात करीब दो बजकर 47 मिनट पर ट्रेन में चढ़ा.

आधिकारिक सूचना के अनुसार, सोमवार सुबह छह बजकर 21 मिनट पर मुंबई में बोरीवली स्टेशन पर पहुंचने से पहले ट्रेन गुजरात के वापी में रुकी जहां से वह एक मिनट की देरी से चार बजकर आठ मिनट पर रवाना हुई. ठाकुर ने बताया कि दहीसर स्टेशन के समीप ट्रेन की चेन खींचीं गयी जहां आरोपी कांस्टेबल उतरा और भाग गया लेकिन उसे मीरा रोड पर पकड़ लिया गया.

ये भी पढ़ें- संगम विहार में फायरिंग करने वाला गिरफ्तार, बदला लेने के लिए चलाई थी गोली

ट्रेन को जंजीर खींचे जाने के बादकरीब एक घंटे तक सुबह छह बजकर 21 मिनट से सवा सात बजे तक बोरीवली स्टेशन पर रोका गया और उसके बाद वह रवाना हुई तथा करीब एक घंटे 12 मिनट की देरी से सुबह आठ बजकर सात मिनट पर अपने गंतव्य मुंबई सेंट्रल स्टेशन पहुंची. पश्चिम रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मृतक एएसआई मीणा के परिजनों के लिए 25 लाख रुपये की अनुग्रह राशि की घोषणा की गयी है. पश्चिम रेलवे के प्रवक्ता सुमित ठाकुर ने बताया कि मीणा के परिजनों को रेलवे सुरक्षा कल्याण निधि से 15 लाख रुपये दिए जाएंगे तथा इसके अलावा अंतिम संस्कार के खर्च के लिए 20,000 रुपये दिए जाएंगे. अन्य तीन मृतकों के परिवार के लिए मुआवजे के बारे में पूछे जाने पर ठाकुर ने बताया कि उन्हें भी अनुग्रह राशि दी जाएगी.

इन धाराओं में केस दर्ज : आरोपी जवान के खिलाफ 946/2023, धारा 302 आईपीसी के साथ धारा 3, 25, 27 भारतीय हथियार अधिनियम के साथ धारा 152 भारतीय रेलवे अधिनियम दर्ज किया गया है. आरोपी जवान चेतन सिंह उत्तर प्रदेश के हाथरस का मूल निवासी है. उसके परिवार का दावा है कि वह मानसिक रूप से अस्वस्थ हैं और पिछले कई दिनों से तनाव में है.

चेतन के पिता भी आरपीएफ जवान थे. 2007 में दिल का दौरा पड़ने से उनकी मृत्यु हो गई. फिर 2009 में चेतन को उनकी जगह अनुकंपा नौकरी मिल गई. पुलिस सूत्रों के अनुसार थाने में मेडिकल रिपोर्ट के लिए डॉक्टर जवान की जांच करेंगे. उसे कल कोर्ट में पेश किया जाएगा.

जांच के लिए विशेष जांच दल नियुक्त: इस घटना में मारे गये तीन लोगों की पहचान कर ली गई है. मृतकों की पहचान टीकाराम मीना (उम्र 58 वर्ष), अजगर अब्बास शेख (उम्र 48 वर्ष) और जवान के सहकर्मी अब्दुल कादरभाई मोहम्मद हुसैन मानपुरवाला (उम्र 62 वर्ष) के रूप में की गई है. मामले की जांच के लिए एक विशेष जांच दल नियुक्त किया गया है. पुलिस आगे की जांच कर रही है.

Last Updated : Jul 31, 2023, 10:42 PM IST
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