पुलवामा: कश्मीरी पंडित की हत्या के बाद पुलवामा स्थित उनके गांव अचन के लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया. उन्होंने कश्नीर घाटी में आंतकवादियों के खिलाफ नारे लगाये. उन्होंने कहा कि कश्मीर घाटी में आतंकवाद को रोका जाना चाहिए ताकि हम, मुस्लिम, पंडित और सिख सभी यहां शांति से रह सकें. यह विरोध प्रदर्शन अचन गांव के स्थानीय लोगों द्वारा आयोजित किया गया था. इस में गांव के बुजुर्गों के साथ-साथ युवाओं ने भी भाग लिया. लोगों ने आतंकवादी हमलों की दृढ़ता से निंदा की और इसके खिलाफ नारे लगाए.
पुलवामा में आतंकवादियों के खिलाफ स्थानीय लोगों का इस तरह का विरोध पहली बार देखा गया. गांव के लोगों ने कहा कि यह पहली घटना है जब इस गांव किसी कश्मीरी पंड़ित को आतंकवादियों ने टारगेट किलिंग का निशाना बनाया है. गांव के लोगों ने कहा कि यहां हिंदू और मुसलमान एक साथ बड़े हुए हैं. उन्होंने कहा कि भले ही कश्मीरी पंडित घाटी के अन्य हिस्सों से पलायन कर गये. लेकिन इस गांव से स्थिति का सामना करते हुए, उन्होंने यहां रहने का फैसला किया.
उन्होंने कहा कि आंतकवादियों ने आज जिन्हें निशाना बनाया है वह ईमानदार और नेक इंसान थे. आतंकवादियों ने उन्हें गोली मार दी, जिनकी हम निंदा करते हैं. उन्होंने कहा कि यह हमारे गांव और भाईचारे पर एक बुरा दाग जैसा है. इसी वारदात यहां इससे पहले कभी नहीं हुई थी. हम इस घटना की निंदा करते हैं. बता दें कि जम्मू कश्मीर के पुलवामा जिले में आतंकवादियों ने रविवार को एक कश्मीरी पंडित की उस वक्त गोली मारकर हत्या कर दी, जब वह बाजार जा रहे थे.
पुलिस के द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, घटना दिन के करीब 11 बजे हुई. गोली 40 वर्षीय व्यक्ति के सीने में लगी. मृतक की पहचान जिले के अचन इलाके के निवासी संजय शर्मा के तौर पर हुई है. जो एक एटीएम के सुरक्षा गार्ड के रूप में कार्यरत थे. इस बीच, शर्मा के सहकर्मियों ने कहा कि समुदाय के सदस्यों पर पूर्व में हुए आतंकी हमलों के बाद वह रात की ड्यूटी पर नहीं आ रहे थे.