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मुंद्रा हेरोइन जब्ती मामला: पूछताछ में आरोपियों ने खोले अहम राज

पूछताछ में सुधाकर ने बताया कि अफगानिस्तान स्थित हसन हुसैन निजी कंपनी से गुजरात मुंद्रा बंदरगाह पर टैल्कम पाउडर आयात करने की अनुमति मिली थी. साथ ही भारत में अमित नाम के बिचौलिए ने इस आयात में शामिल अफगान नागरिक जाविद से संपर्क किया.

मुंद्रा हेरोइन जब्ती मामले में मिले अहम सुराग
मुंद्रा हेरोइन जब्ती मामले में मिले अहम सुराग
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Published : Sep 24, 2021, 2:07 PM IST

चेन्नई: गुजरात के मुंद्रा बंदरगाह पर जब्त की गई 21 हजार करोड़ रुपये के हेरोइन मामले की जांच में तेजी लाई जा रही है. बता दें, पिछले हफ्ते अफगानिस्तान के रास्ते मुंद्रा बंदरगाह पर दो कंटेनरों में 3 हजार किलोग्राम हेरोइन मिली थी. अंतरराष्ट्रीय बाजार में एक किलोग्राम हेरोइन की कीमत 5 से 7 करोड़ रुपये तक है. बताया जा रहा है कि यह भारत में अभी तक हेरोइन की सबसे बड़ी जब्ती है

राजस्व निदेशालय (DRI) की प्रारंभिक जांच से पता चला है कि चेन्नई से मचावरम सुधाकर और उनकी पत्नी वैशाली गुजरात में मुंद्रा बंदरगाह के माध्यम से अफगानिस्तान से ड्रग्स की तस्करी करते हैं.

मुंद्रा हेरोइन जब्ती मामले में मिले अहम सुराग
मुंद्रा हेरोइन जब्ती मामले में मिले अहम सुराग

चेन्नई के केलमबक्कम इलाके में छिपे दंपती को कुछ दिन पहले राजस्व निदेशालय ने चेन्नई से गिरफ्तार किया और गुजरात ले गए. बता दें, विशेष अदालत ने दोनों आरोपियों की 10 दिनों की हिरासत में भेज दिया है. इसके अलावा दंपती के खिलाफ चेन्नई, विजयवाड़ा, दिल्ली और गुजरात में मामला दर्ज किया गया है. जांच में पता चला है कि इन आरोपियों ने आसी सोलर सिस्टम नाम की एक फर्जी कंपनी शुरू की थी. बाद में सुधाकर ने पिछले साल अगस्त में आसी ट्रेडिंग कंपनी शुरू की.

पूछताछ में सुधाकर ने बताया कि अफगानिस्तान स्थित हसन हुसैन निजी कंपनी से गुजरात मुंद्रा बंदरगाह पर टैल्कम पाउडर आयात करने की अनुमति मिली थी. साथ ही भारत में अमित नाम के बिचौलिए ने इस आयात में शामिल अफगान नागरिक जाविद से संपर्क किया. इसके बाद राजस्व निदेशालय को दो कंटेनरों में करीब 21 हजार करोड़ रुपये की हेरोइन मिली.

प्रारंभिक जांच में यह भी पता चला कि उसी कंपनी के नाम से पहले भी 9 जून को टैल्कम पाउडर के तहत सामान आयात किया गया था. इसके अलावा, उस आयातित माल को बंदरगाह दस्तावेजों के माध्यम से पाए गए डीआरआई के चेन्नई पते पर भेजा गया था. चेन्नई पुलिस की मदद से डीआरआई अधिकारी 9 जून को आयात किए गए सामान की जांच कर रहे हैं.

पढ़ें: मुंद्रा हेरोइन जब्ती मामला : मनी-लॉन्ड्रिंग जांच के लिए ईडी तैयार, अब तक आठ गिरफ्तार

वहीं, इस बात का भी खुलासा हुआ है कि अफगानिस्तान से आया यह माल दिल्ली के कुलदीप सिंह के नाम पर आयात किया गया था. सुधाकर ने यह भी बताया कि बिचौलिए अमित ने कुलदीप सिंह के नाम से माल आयात करने को कहा था. उसके साथ दस्तावेज भी तैयार किए गए थे. बता दें, डीआरआई, विजयवाड़ा और तमिलनाडु राज्य पुलिस इस मामले में पूरे जोरों पर जांच कर रही है.

चेन्नई: गुजरात के मुंद्रा बंदरगाह पर जब्त की गई 21 हजार करोड़ रुपये के हेरोइन मामले की जांच में तेजी लाई जा रही है. बता दें, पिछले हफ्ते अफगानिस्तान के रास्ते मुंद्रा बंदरगाह पर दो कंटेनरों में 3 हजार किलोग्राम हेरोइन मिली थी. अंतरराष्ट्रीय बाजार में एक किलोग्राम हेरोइन की कीमत 5 से 7 करोड़ रुपये तक है. बताया जा रहा है कि यह भारत में अभी तक हेरोइन की सबसे बड़ी जब्ती है

राजस्व निदेशालय (DRI) की प्रारंभिक जांच से पता चला है कि चेन्नई से मचावरम सुधाकर और उनकी पत्नी वैशाली गुजरात में मुंद्रा बंदरगाह के माध्यम से अफगानिस्तान से ड्रग्स की तस्करी करते हैं.

मुंद्रा हेरोइन जब्ती मामले में मिले अहम सुराग
मुंद्रा हेरोइन जब्ती मामले में मिले अहम सुराग

चेन्नई के केलमबक्कम इलाके में छिपे दंपती को कुछ दिन पहले राजस्व निदेशालय ने चेन्नई से गिरफ्तार किया और गुजरात ले गए. बता दें, विशेष अदालत ने दोनों आरोपियों की 10 दिनों की हिरासत में भेज दिया है. इसके अलावा दंपती के खिलाफ चेन्नई, विजयवाड़ा, दिल्ली और गुजरात में मामला दर्ज किया गया है. जांच में पता चला है कि इन आरोपियों ने आसी सोलर सिस्टम नाम की एक फर्जी कंपनी शुरू की थी. बाद में सुधाकर ने पिछले साल अगस्त में आसी ट्रेडिंग कंपनी शुरू की.

पूछताछ में सुधाकर ने बताया कि अफगानिस्तान स्थित हसन हुसैन निजी कंपनी से गुजरात मुंद्रा बंदरगाह पर टैल्कम पाउडर आयात करने की अनुमति मिली थी. साथ ही भारत में अमित नाम के बिचौलिए ने इस आयात में शामिल अफगान नागरिक जाविद से संपर्क किया. इसके बाद राजस्व निदेशालय को दो कंटेनरों में करीब 21 हजार करोड़ रुपये की हेरोइन मिली.

प्रारंभिक जांच में यह भी पता चला कि उसी कंपनी के नाम से पहले भी 9 जून को टैल्कम पाउडर के तहत सामान आयात किया गया था. इसके अलावा, उस आयातित माल को बंदरगाह दस्तावेजों के माध्यम से पाए गए डीआरआई के चेन्नई पते पर भेजा गया था. चेन्नई पुलिस की मदद से डीआरआई अधिकारी 9 जून को आयात किए गए सामान की जांच कर रहे हैं.

पढ़ें: मुंद्रा हेरोइन जब्ती मामला : मनी-लॉन्ड्रिंग जांच के लिए ईडी तैयार, अब तक आठ गिरफ्तार

वहीं, इस बात का भी खुलासा हुआ है कि अफगानिस्तान से आया यह माल दिल्ली के कुलदीप सिंह के नाम पर आयात किया गया था. सुधाकर ने यह भी बताया कि बिचौलिए अमित ने कुलदीप सिंह के नाम से माल आयात करने को कहा था. उसके साथ दस्तावेज भी तैयार किए गए थे. बता दें, डीआरआई, विजयवाड़ा और तमिलनाडु राज्य पुलिस इस मामले में पूरे जोरों पर जांच कर रही है.

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