लखनऊ: पीएम मोदी ने पीवी सिंधु (PV Sindhu) के कोच पार्क ताए-सांग से कहा, क्या आप कभी अयोध्या (Ayodhya) गए हैं. आपको पता है कोरिया और अयोध्या का एक-दूसरे से गहरा नाता है.
पीएम ने कहा, कोरिया की फर्स्ट लेडी, यानि राष्ट्रपति की पत्नी किम जोंग सूक अयोध्या में हुए दीपोत्सव कार्यक्रम (2018) में मुख्य अतिथि बनकर आईं थी. इसलिए आप भी अयोध्या आइए और वहां के अध्यात्म और इतिहास को जानिए. अयोध्या घुमने के बाद आपको गर्व की अनुभूति होगी.
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दक्षिण कोरियाई इतिहासकार इर्यान ने 'साम्गुक युसा' नामक पुस्तक में कोरिया और अयोध्या के रिश्तों के बारे में लिखा है. उनके मुताबिक, लगभग 48 ईसा पूर्व अयोध्या की राजकुमारी सूरी रत्ना नौकायन के दौरान दक्षिण कोरिया पहुंच गई थीं. उन दिनों कोरिया में 'काया' राजवंश का शासन था और किम सुरो वहां का राजा था, जिससे राजकुमारी हौ को प्रेम हो गया और दोनों वैवाहिक बंधन में बंधन गए थे. उस वक्त राजकुमारी सूरी रत्ना 16 साल की थीं.
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कारक गोत्र के तकरीबन 60 लाख कोरियाई खुद को राजा सुरो और अयोध्या की राजकुमारी हौ का वंशज मानते हैं. दक्षिण कोरिया की बड़ी आबादी आज भी खुद को किम सुरो की 72वीं पीढ़ी बताती है और अयोध्या के मौजूदा राज परिवार को काया राजवंश का हिस्सा मानते हैं.
इस राजवंश से जुड़े लोगों का सम्मान भी करते हैं. दक्षिण कोरियाई सरकार ने अपनी पूर्व रानी की स्मृति में अयोध्या में एक स्मारक भी बनवा रखा है, अब योगी सरकार जिसका कायाकल्प करने जा रही है.