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अंतरराष्ट्रीय जलवायु शिखर सम्मेलन में बाेले पीएम माेदी- 'सभी के लिए ये बहुत बड़ा खतरा है'

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ब्रिटेन दौरे का आज दूसरा दिन है. पीएम मोदी अंतरराष्ट्रीय जलवायु शिखर सम्मेलन 'सीओपी-26' में हिस्सा लेने वहां पहुंचे हैं. उन्होंने कहा, 'इंफ्रास्ट्रक्चर फॉर रिसाइलेंट आईलैंड स्टेट्स' का लॉन्च एक नई आशा जगाता है, नया विश्वास देता है.

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Published : Nov 2, 2021, 3:12 PM IST

ग्लासगो : ब्रिटेन दौरे के दूसरे दिन मंगलवार काे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बैठक में भारत के जलवायु एजेंडे पर औपचारिक स्थिति पेश की.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि 'इंफ्रास्ट्रक्चर फॉर रिसाइलेंट आईलैंड स्टेट्स' का लॉन्च एक नई आशा जगाता है, नया विश्वास देता है. ये सबसे वल्नरेबल देशों के लिए कुछ करने का संतोष देता है.

PM मोदी ने कहा कि मैं इसके लिए कोएलिशन फॉर डिजास्टर रेजिस्टेंस इंफ्रास्ट्रक्चर को बधाई देता हूं. इस महत्वपूर्ण मंच पर मैं ऑस्ट्रेलिया और यूके समेत सभी सहयोगी देशों और विशेष रूप से मोरेसेस और जमैका समेत छोटे द्वीप समूहों के नेताओं का स्वागत करता हूं.

पिछले कुछ दशकों ने सिद्ध किया है कि जलवायु परिवर्तन के प्रकोप से कोई भी अछूता नहीं है. विकसित देश हों या फिर प्राकृतिक संसाधनों से धनी देश सभी के लिए ये बहुत बड़ा खतरा है. इसमें भी जलवायु परिवर्तन से सबसे अधिक खतरा स्मॉल आईलैंड डेवलपिंग स्टेट्स को है.

PM मोदी ने कहा कि भारत की स्पेस एजेंसी इसरो, सिड्स के लिए एक स्पेशल डेटा विंडो का निर्माण करेगी. इससे सिड्स को सैटेलाइट के माध्यम से सायक्लोन, कोरल-रीफ मॉनिटरिंग, कोस्ट-लाइन मॉनिटरिंग आदि के बारे में समय रहते जानकारी मिलती रहेगी.

IRIS के लॉन्च को बहुत अहम मानता हूं. IRIS के माध्यम से सिड्स को प्रौद्योगिकी, वित्तिय सहायता, जरूरी जानकारी तेजी से जुटाने में आसानी होगी. स्मॉल आईलैंड डेवलपिंग स्टेट्स में क्वालिटी इंफ्रास्ट्रक्चर को प्रोत्साहन मिलने से वहां जीवन और आजीविका दोनों को लाभ मिलेगा.

पढ़ें : स्कॉटलैंड में प्रवासी भारतीयों से मिले प्रधानमंत्री, प्रवासियाें ने कहा- पीएम माेदी 'एक शानदार नेता'

ग्लासगो : ब्रिटेन दौरे के दूसरे दिन मंगलवार काे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बैठक में भारत के जलवायु एजेंडे पर औपचारिक स्थिति पेश की.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि 'इंफ्रास्ट्रक्चर फॉर रिसाइलेंट आईलैंड स्टेट्स' का लॉन्च एक नई आशा जगाता है, नया विश्वास देता है. ये सबसे वल्नरेबल देशों के लिए कुछ करने का संतोष देता है.

PM मोदी ने कहा कि मैं इसके लिए कोएलिशन फॉर डिजास्टर रेजिस्टेंस इंफ्रास्ट्रक्चर को बधाई देता हूं. इस महत्वपूर्ण मंच पर मैं ऑस्ट्रेलिया और यूके समेत सभी सहयोगी देशों और विशेष रूप से मोरेसेस और जमैका समेत छोटे द्वीप समूहों के नेताओं का स्वागत करता हूं.

पिछले कुछ दशकों ने सिद्ध किया है कि जलवायु परिवर्तन के प्रकोप से कोई भी अछूता नहीं है. विकसित देश हों या फिर प्राकृतिक संसाधनों से धनी देश सभी के लिए ये बहुत बड़ा खतरा है. इसमें भी जलवायु परिवर्तन से सबसे अधिक खतरा स्मॉल आईलैंड डेवलपिंग स्टेट्स को है.

PM मोदी ने कहा कि भारत की स्पेस एजेंसी इसरो, सिड्स के लिए एक स्पेशल डेटा विंडो का निर्माण करेगी. इससे सिड्स को सैटेलाइट के माध्यम से सायक्लोन, कोरल-रीफ मॉनिटरिंग, कोस्ट-लाइन मॉनिटरिंग आदि के बारे में समय रहते जानकारी मिलती रहेगी.

IRIS के लॉन्च को बहुत अहम मानता हूं. IRIS के माध्यम से सिड्स को प्रौद्योगिकी, वित्तिय सहायता, जरूरी जानकारी तेजी से जुटाने में आसानी होगी. स्मॉल आईलैंड डेवलपिंग स्टेट्स में क्वालिटी इंफ्रास्ट्रक्चर को प्रोत्साहन मिलने से वहां जीवन और आजीविका दोनों को लाभ मिलेगा.

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