नई दिल्ली / हैदराबाद : पीएम मोदी ने आज 84 वर्षीय कुरेला विट्ठालाचार्य (Dr Kurela Vithalacharya) की सराहना की. उन्होंने शिक्षा के प्रति विट्ठलाचार्य के समर्पण का जिक्र किया और कहा कि अपने जीवनभर की कमाई लगाकर विट्ठलाचार्य ने पुस्तकालय (Vithalacharya Library) की शुरुआत की. तेलंगाना की इस लाइब्रेरी में करीब 2 लाख पुस्तकें हैं.
पीएम मोदी ने कहा, हमारा भारत कई अनेक असाधारण प्रतिभाओं से संपन्न है. उन्होंने कहा, विट्ठलाचार्य इसकी मिसाल हैं कि जब बात अपने सपने पूरे करने की हो, तो उम्र कोई मायने नहीं रखती.
उन्होंने कहा कि किताबें सिर्फ ज्ञान ही नहीं देतीं बल्कि व्यक्तित्व भी संवारती हैं, जीवन को भी गढ़ती हैं. पीएम मोदी ने मन की बात (Mann Ki Baat) के श्रोताओं से आह्वान किया और कहा, 'आप इस वर्ष की अपनी उन 5 किताबों के बारे में बताएं, जो आपकी पसंदीदा रही हैं.' उन्होंने कहा कि इस तरह से आप दूसरे पाठकों को अच्छी किताबें चुनने में भी मदद कर सकेंगे.
बकौल पीएम मोदी, आज दुनियाभर में भारतीय संस्कृति के बारे में जानने को लेकर दिलचस्पी बढ़ रही है. उन्होंने कहा कि अलग-अलग देशों के लोग ना सिर्फ हमारी संस्कृति के बारे में जानने के लिए उत्सुक हैं बल्कि उसे बढ़ाने में भी मदद कर रहे हैं.
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