महेंद्रगढ़: जिले के मोहल्ला ढाणी के गणेश मंडल के लोगों द्वारा गणेश जी की मूर्ति का विसर्जन (Accident during immersion of Ganesh idol in Mahendragarh) किया जा रहा था. बताया जा रहा है कि आसनवास की बड़ी नहर में मूर्ति विसर्जित करते समय काफी लोग तेज बहाव में बह गये. डूबने वालों में 4 की मौत हो गई. जबकि देर रात तक चले सर्च ऑपरेशन में कुल 9 लोगों को बाहर निकाला गया. इनमें से चार लोगों की हालत नाजुक बताई जा रही है. चारों घायलों को हायर सेंटर रेफर किया गया है.
वहीं मरने वालों के नाम आकाश, निकुंज, टिंकू और नितिन है. सभी की उम्र 18 से 24 साल के बीच बताई जा रही है. ये सभी महेंद्रगढ़ के ढाणी मोहल्ला के रहने वाले हैं. प्रशासन के आला अधिकारी ने बताया कि कुल 13 लोग विसर्जन के लिए नहर में उतरे थे. इनमें चार की मौत हो गई जबकि नौ लोगों को रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान नहर निकाला गया. इनमें चार लोगों को हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया है. जबकि पांच लोग पूरी तरह सुरक्षित हैं.
महेंद्रगढ़ में ये दर्दनाक हादसा उस समय हुआ जब लोग गणेश भगवान की मूर्ति का विसर्जन करने के लिए झगड़ोली की नहर मे पहुंचे थे. विसर्जन के दौरान भारी भीड़ होने के चलते लोग हादसे का शिकार हो गए और पानी में डूब गए. सभी लोग महेंद्रगढ़ के मोहल्ला ढाणी के गणेश मंडल के बताये जा रहे हैं. मामले की सूचना पुलिस व जिला प्रशासन को दी गई. सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और स्थानीय लोगों द्वारा रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया.
प्राथमिक दृष्टि से हादसे का मुख्य कारण पानी का तेज बहाव माना जा रहा है. बताया जा रहा है कि मूर्ति विसर्जित करने वालों को नहर की गहराई का अंदाजा नहीं हुआ और वो पानी में बह गये. सुरक्षा के तौर पर नहर की मुख्य माइनर को बंद करवा दिया गया है. पंप की सभी मोटर भी बंद कर दी गई हैं ताकि पानी का बहाव कम किया जा सके. प्रशासनिक अधिकारियों के अलावा पूर्व शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा भी मौके पर मौजूद हैं.