आगराः शहर के रिटायर्ड जज के घर में रक्षाबंधन पर दोहरी खुशी आई है. रिटायर्ड जज की बेटी और बेटा जज बन गए हैं. भाई-बहन ने एक साथ उत्तर प्रदेश न्यायिक सेवा में बाजी मारी है जिससे परिवार और परिचित खुशी मना रहे हैं. भाई-बहन ने पहले ही प्रयास में घर पर रहकर यह सफलता पाई है. इस पर भाई बहन का कहना है कि, सफलता का कोई शॉर्ट कट नहीं है. मेहनत और लगन से हर लक्ष्य पाया जा सकता है. इसलिए, लक्ष्य तय करके ही तैयारी शुरू करें.
बता दें कि खंदौली थाना क्षेत्र के नगला अर्जुन निवासी आरबी सिंह मौर्य रिटायर्ड जज हैं. उनकी बेटी शैलजा (25) और बेटा सुधांश (22) का उप्र न्यायिक सेवा में चयनित हुए हैं. उप्र न्यायिक सेवा की परीक्षा के जारी परिणाम में शैलजा की 51वीं रैंक आई है जबकि, सुधांश की 276वीं रैंक है. भाई और बहन ने पहले ही प्रयास में सफलता पाई है. भाई बहन ने घर पर रहकर पढ़ाई की. रक्षाबंधन के दिन जारी किए गए रिजल्ट में भाई और बहन के जज बनने से परिवार में डबल खुशी है. शैलजा और सुधांशु उत्तर प्रदेश न्यायिक सेवा सिविल जज (जूनियर डिवीजन) में चयनित हुए हैं.
लक्ष्य निर्धारित करके पढ़ाई
शैलजा और सुधांशु की युवाओं को सलाह है कि घबराएं नहीं, अपना लक्ष्य निर्धारित करें. उसके मुताबिक मन लगाकर पढ़ाई करें. पढ़ाई और मेहनत का परिणाम जरूर मिलता है. सफलता का कोई शार्ट कट नहीं होता है. मन लगाकर मेहनत करें. शैलजा ने बताया कि 12 वीं के बाद जज बनने का लक्ष्य निर्धारित किया. पिता और बड़े भाई को देखकर जज बनने का लक्ष्य बनाया. मैं और छोटे भाई सुधांशु ने घर पर तैयारी की, नोट्स बनाए. जो भी समझ में आता था तो पहले आपस में चर्चा करते फिर, पिता और बड़े भाई ने पढ़ाई में मदद के साथ ही मार्गदर्शन भी किया.
बड़े भाई अर्जित सिंह भी जज
रिटायर्ड जज आरबी सिंह के बड़े बेटे अर्जित सिंह भी जज हैं. वे भदोही में सिविल जज के पद पर तैनात हैं. अब बेटी शैलजा और बेटा सुधांश जज बन गए हैं. अब परिवार में एक रिटायर्ड जज और तीन मौजूदा जज हैं. भाई बहन की इस सफलता पर उनके घर पर बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है.
जज के पद से रिटायर हुए थे पिता
आरबी सिंह हाल में कालिंदी विहार में परिवार के साथ रहते हैं. वे जुलाई में एटा जनपद से न्यायाधीश के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं. शैलजा सिंह ने बताया कि विधि स्नातक की पढ़ाई लखनऊ विवि से की है. बीएएलएलबी किया. जिसमें गोल्ड मेडलिस्ट हैं. इसके एलएलएम भी किया जबकि, भाई सुधांशु ने सन 2022 नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी से बीएएलएलबी की है. उनकी प्रारंभिक शिक्षा बाराबंकी में हुई है.
ये भी पढ़ेंः पीसीएस जे में कानपुर की निशि क़ो पहली रैंक, पिता चलाते पान की गुमटी
ये भी पढ़ेंः PCS J 2022 Result 2022: पीसीएस जे का परिणाम घोषित, टॉप 20 में 15 लड़कियां