श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर के होनहार क्रिकेटर परवेज रसूल एक बार फिर सुर्खियों में हैं. हैरानी की बात यह है कि यह अब उनके शानदार प्रदर्शन के कारण नहीं, बल्कि पिच रोलर के खो जाने के कारण हैं.
जम्मू-कश्मीर में क्रिकेट के इतिहास का एक बड़ा नाम परवेज इस समय न सिर्फ जम्मू-कश्मीर क्रिकेट टीम के कप्तान हैं, बल्कि भारतीय टीम के लिए खेलने वाले कश्मीर के पहले और एकमात्र क्रिकेटर भी हैं. वह इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में सनराइजर्स हैदराबाद दल के लिए भी खेलते हैं. हालांकि, परवेज का नाम पहले भी कई विवादों से जुड़ा रहा है, लेकिन इस बार मामला काफी हैरान करने वाला है.
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स्पोर्टस एनालिस्ट हुमायू कैसर ने कहा, यह अजीब है कि उन्होंने (जेकेसीए) कहा कि पिच रोलर चोरी हो गया था. परवेज रोलर को किट बैग में ले गया और चला गया, क्या यह संभव है. उन्होंने कहा, पत्र लिखना और फिर उसे प्रकाशित करना अजीब है. कारण जो भी हो, आप अपने खिलाड़ी के साथ ऐसा व्यवहार नहीं कर सकते हैं.
एसोसिएशन ने जिस तरह से इस मुद्दे को संभाला है, उससे पता चलता है कि समस्या कुछ और है. हमारे उभरते खिलाड़ी, चाहे वे यहां से हों या जम्मू से, निराश हैं.
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क्रिकेट प्रेमी इशाक भट्ट ने कहा, खिलाड़ियों के प्रति एसोसिएशन की ओर से हमेशा एक नकारात्मक संदेश होता है. ऐसा नहीं होना चाहिए, इससे खिलाड़ियों का उत्साह कम होता है. आप हमारे स्टार खिलाड़ियों को आजकल सरकारी कार्यालयों में क्लर्क के रूप में काम करते देख सकते हैं. पिच रोलर के नुकसान पर मुद्दा बनाना बकवास है.
इस संबंध में जब ईटीवी भारत ने परवेज से संपर्क किया तो उन्होंने कहा, मैं ज्यादा बात नहीं करना चाहता, लेकिन मैं कहूंगा कि मुझे प्रताड़ित किया गया है. वे कह रहे हैं कि मेरे खिलाफ पुलिस कार्रवाई की जाएगी और उनके पास सबूत हैं.
उन्होंने कहा, मुझे समझ नहीं आ रहा है कि मामला क्या है, पिच रोलर क्रिकेट की गेंद नहीं है, जिसे मैं अपनी जेब में रखता हूं. मैं चाहता हूं कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड इस मामले में हस्तक्षेप करे.
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उन्होंने कहा कि बोर्ड को मामले को सुलझाने दें, वह इन दिनों क्रिकेट को बढ़ावा देने में व्यस्त हैं. इस बीच, जेकेसीए अधिकारी ने स्पष्ट किया कि पत्र सभी जिला संघों को भेजा गया था और परवेज को नोटिस भेजा गया था. क्योंकि केवल उनका विवरण हमें प्रदान किया गया था.