इस्लामाबाद : पाकिस्तान में राजनीतिक अस्थिरता गहराने के संकेत हैं. मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि इमरान खान को पद से हटाने का निर्णय जनरल बाजवा और तीन अन्य वरिष्ठ लेफ्टिनेंट जनरलों की बैठक के बाद उन्हें हटाने की तैयारी जोर पकड़ रही है. खबरों के मुताबिक इमरान के इस्तीफे की मांग से पहले बाजवा और पाक के जासूस लेफ्टिनेंट जनरल नदीम अंजुम ने इमरान खान से मुलाकात की.
रिपोर्ट में यह बताया गया कि सभी चार सैन्य नेताओं ने इमरान खान को पद पर बने रहने देने का कोई रास्ता नहीं देने का फैसला किया है. पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) को उम्मीद है कि इमरान खान के कहने पर पूर्व सेना प्रमुख राहील शरीफ की बाजवा से मुलाकात करेंगे. इस तुरुप के पत्ते से इमरान खान की सरकार बच जाएगी. हालांकि, स्थानीय मीडिया ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि राहील शरीफ अपने मिशन में विफल रहे. बता दें कि अपनी सरकार के खिलाफ चल रहे अविश्वास प्रस्ताव के बीच इमरान खान ने शुक्रवार को सेना प्रमुख बाजवा से मुलाकात की थी.
इमरान और बाजवा की बैठक को पाकिस्तान के हालिया राजनीतिक घटनाक्रमों के इर्द-गिर्द होने अनुमान लगाया जा रहा है. स्थानीय मीडिया ने बताया कि दोनों की बैठक के एजेंडे में पाकिस्तान में आगामी ओआईसी शिखर सम्मेलन, बलूचिस्तान में चल रही अशांति और इमरान खान सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव शामिल हो सकता है.
एक पाकिस्तानी मीडिया चैनल कैपिटल टीवी ने बताया कि देश में नाजुक राजनीतिक स्थिति के बीच पीटीआई के अधिकांश नेता इमरान और बाजवा की बैठक के नतीजे का इंतजार कर रहे हैं. बैठक को इमरान खान द्वारा अपनी सरकार को बचाने और पाकिस्तानी सेना के साथ संबंध सुधारने के प्रयास के रूप में भी देखा जा रहा है.
बता दें कि इमरान खान की सरकार और पाक सेना के बीच दरार तब दिखाई दी जब 11 मार्च को अपने अभद्र भाषा वाले भाषण में पूर्व इमरान खान ने बाजवा की सलाह को ठुकरा दिया था. बाजवा ने इमरान से विपक्षी नेताओं के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी का उपयोग नहीं करने की अपील की थी.
यह भी पढ़ें- pak no confidence motion : इमरान खान का भविष्य संकट में, राजनीतिक अस्थिरता बढ़ने की आशंका
जेयूआई-एफ नेता मौलाना फजलुर रहमान का जिक्र करते हुए इमरान खान ने कथित तौर पर कहा था, मैं जनरल बाजवा (पाकिस्तानी सेना के प्रमुख) से बात कर रहा था और उन्होंने मुझसे फजल को 'डीजल' नहीं कहने को कहा. इमरान ने कहा था, ऐसा मैं नहीं कह रहा हूं. जनता ने उनका नाम डीजल रखा है.
(एएनआई)