बेंगलुरु: कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने सोमवार को कहा कि विपक्ष ने कभी भी जनता दल-सेक्युलर को अपना हिस्सा नहीं माना और उनकी पार्टी किसी भी विपक्षी गठबंधन का हिस्सा नहीं बनेगी. उन्होंने यह भी कहा कि उनकी पार्टी को 18 जुलाई को बैठक के लिए भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन से निमंत्रण नहीं मिला है.
उन्होंने कहा, 'विपक्ष ने कभी भी जद (एस) को अपना हिस्सा नहीं माना. इसलिए, जद (एस) के किसी भी महागठबंधन की पार्टी होने का कोई सवाल ही नहीं है.' वह 17-18 जुलाई को बेंगलुरु में विपक्षी दलों की बैठक के बारे में एक सवाल का जवाब दे रहे थे. एनडीए की ओर से किसी निमंत्रण के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि वे इस मोर्चे पर देखेंगे.
कुमारस्वामी ने कहा, 'एनडीए ने हमारी पार्टी को किसी भी बैठक के लिए आमंत्रित नहीं किया है. हम उस मोर्चे पर देखेंगे. उन्होंने कहा कि महागठबंधन प्रबंधकों को भ्रम है कि जेडी-एस डूब गया है.' जद-एस नेता ने कर्नाटक में कांग्रेस सरकार की आलोचना की और कहा कि उसने अपनी उपलब्धियों का बखान करते हुए सड़कों पर पोस्टर लगाए हैं.
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उन्होंने कहा, 'उन्होंने करोड़ों रुपये खर्च किए हैं. किसानों की मौत देखी नहीं जाती. बयालीस किसानों ने आत्महत्या कर ली. सरकार ने अभी तक इस मामले पर कुछ नहीं कहा है.' कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि विपक्षी दलों की बैठक में 26 दलों के नेता शामिल होंगे. विपक्षी दल 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के खिलाफ एकजुट मोर्चा बनाने की कोशिश कर रहे हैं. सोमवार शाम 6 बजे विपक्षी दलों की अनौपचारिक बैठक होनी है जिसके बाद रात 8 बजे डिनर होगा. औपचारिक बैठक मंगलवार को होगी. विपक्षी एकता की पहली बैठक पिछले महीने पटना में हुई थी.
(एएनआई)