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राजनीतिक लालसा नहीं, भारत का भविष्य संवारने वाले का दूंगा साथ : रामदेव

योग गुरु बाबा रामदेव ने कहा कि वह भारत के लोगों को स्वस्थ मन और स्वस्थ तन, दोनों देने के लिए निष्काम होकर अपने उद्देश्य में लगे हुए हैं, उन्हें कोई राजनीतिक लालसा नहीं है. रामदेव ने कहा कि जो भी पार्टी सनातन धर्म को आगे बढ़ाए और भारत के भविष्य को सुधारे वह उसी का साथ देंगे. जानिए ईटीवी भारत की वरिष्ठ संवाददाता अनामिका रत्ना से खास बातचीत में योगगुरु ने और क्या कहा.

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बाबा रामदेव
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Published : Jun 16, 2023, 8:30 PM IST

Updated : Jun 16, 2023, 10:08 PM IST

खास बातचीत

नई दिल्ली : योग गुरु बाबा रामदेव ने कहा कि उन्हें न तो एमपी बनना है ना ही एमएलए, इसलिए उनकी कोई राजनीतिक लालसा नहीं है. जो लोग देश बनाने वाले होंगे उन्हें उनका पूरा समर्थन मिलेगा.

इस सवाल पर कि एक योगगुरु, एक साधक और एक तपस्वी ने कैसे बड़ी-बड़ी मल्टीनेशनल कंपनियों और आयुर्वेदिक दवा कंपनियों को मुश्किल में डाल दिया. उनके लिए चुनौती खड़ी कर दी.

रामदेव ने कहा कि 'कुछ लोग बड़ा काम शुरू करते समय हिचकते हैं कि कोई पंगा होगा, लेकिन मैंने शुरू से ही इन्हें चुनौतियों के तौर पर देखा और तब से चरैवेति चरैवेति बस संघर्ष करता ही जा रहा हूं.'

बाबा रामदेव ने कहा कि उन्होंने संकल्प लिया और वो संघर्षों में ही पैदा हुए, इसलिए संघर्षों के बीच उन्होंने अपने सनातन धर्म, अपने सेवा धर्म और अपने राष्ट्र धर्म के प्रति हमेशा कर्तव्य निभाया. उन्होंने कहा कि हर मनुष्य के जीवन में संघर्ष है और उससे भागना नहीं चाहिए. हमें उसी में जीना है. जिनके जीवन में संघर्ष नहीं उनका जीना भी क्या जीना, वह तो मुर्दों की तरह हैं.

उन्होंने कहा कि 'हमने तो शौर्य के साथ जीवन की गाथा लिखी है और उसी वीरता के साथ जी रहे हैं. अपने लिए जीना भी क्या जीना है.' रामदेव ने कहा कि भगवान ने यदि सामर्थ्य दिया है तो उसे पूर्ण विवेक और श्रद्धा के साथ और परमार्थ की भावना के साथ निष्काम होकर हमे करना चाहिए तभी हम समाज में प्रेरणा बन सकते हैं.

बाधाओं पर भी बोले रामदेव : इस सवाल पर कि भारत में योग को बच्चे-बच्चे तक पहुंचाने का श्रेय उन्हें जाता है, ऐसे में उन्हें कितनी बाधाओं को पार करना पड़ा. बाबा रामदेव ने कहा कि वह संन्यासी थे, उनके पास एक कौड़ी भी नहीं थी. उन्होंने और आचार्य बालकृष्ण ने 30 साल से जो संघर्ष किया, जो झंझवातें झेलीं वह सब मीडिया ने देखा है.

रामदेव ने कहा कि कितने झंझावतों के साथ हम आगे बढ़े हैं, लेकिन अब बादल छट गए हैं. जैसे जब सेटेलाइट छोड़ते हैं तो वह ऊपर जाकर सेटल हो जाता है वही स्थिति पतंजलि की आ चुकी है. लेकिन फिर भी अभी भी लोग टांग खिंचाई कर ही लेते हैं जिसकी हम परवाह नहीं करते. उन्होंने कहा कि जो भगवान ने हमें उत्तरदायित्व दिया उसे पूरी प्रमाणिकता के साथ हमें पूरा करना है. उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि आर्थिक और सामरिक रूप से भारत को विश्व गुरु बनाएं.

'हमारे उत्पादों में केमिकल नहीं' : इस सवाल पर की आज उन्होंने कुछ ऐसे प्रोडक्ट लॉन्च किए हैं कि लोग जिम जाएंगे लेकिन प्रोटीन अगर खाएंगे तो वह बाबा रामदेव की कंपनी का. ऐसा कैसे किया. बाबा रामदेव ने कहा कि लोग सिंथेटिक चीजें खाकर हृदय की बीमारियों के रोगी हो रहे हैं. लोगों की किडनी और लीवर खराब हो रहे हैं हमने जो प्रोटीन बनाई है वह 100 फीसदी नेचुरल है. उसमें विटामिन b12 और आयुर्वेदिक चीजों की एक बड़ी श्रृंखला मौजूद है. इसमें प्रोटीन है लेकिन वह केमिकल बेस्ट नहीं है.

हार्ट अटैक के बढ़ते मामलों पर भी बोले रामदेव : हार्ट अटैक की घटनाएं काफी बढ़ रही है खासतौर पर कोरोना वायरस के बाद से कम उम्र के लोगों में भी ऐसा देखा गया है. इस सवाल पर कि इसके लिए बाबा रामदेव लोगों को क्या एहतियात बरतने की सलाह देंगे. बाबा रामदेव ने कहा कि 'मैंने इस बार के योग दिवस की थीम ही 'योगा फॉर ऑल' रखी है. योग से आत्मनिर्भर बनें और न्यू जनरेशन के लिए भी योग है जो अपना टूटा-फूटा तन और मन दोनों को योग के माध्यम से सुधार सकते हैं. उन्होंने कहा कि अपनी चिंता योग पर छोड़ देनी चाहिए और अपनी जिम्मेदारियों को निभाना चाहिए. उन्होंने कहा कि चाहें जिम जाएं लेकिन योग जरूर करें. उन्होंने कहा कि उनका संकल्प है कि वह एक करोड़ लोग योग कराने वाले तैयार कर देंगे.

'संन्यासी धर्म का पालन करना गलत नहीं' : इस सवाल पर कि हाल ही में लोगों ने उन पर आरोप लगाया कि वह युवाओं को संन्यासी बनाने का आह्वान कर रहे हैं. बाबा रामदेव ने कहा कि संन्यासी बनने में क्या बुराई है हमारी जनसंख्या करोड़ों को छू रही है वह सभी जानते हैं, ऐसे में संन्यासी धर्म का पालन करना कहां से गलत है. उन्होंने कहा कि कितने लोग रोग और भोग में फंसे हुए हैं यदि वह संन्यासी बनते हैं तो इसमें बुरा क्या है. बाबा रामदेव ने कहा कि हमारी जनसंख्या चाइना से भी आगे बढ़ गई है ऐसे में कुछ लोग यदि संन्यासी बनते हैं तो उसमें बुरा क्या है. उन्होंने कहा कि लोग अपनी मनमानी छोड़ योग की राह पकड़ें.

जनसंख्या नियंत्रण कानून : जनसंख्या नियंत्रण कानून यानी यूसीसी पर रामदेव ने कहा कि यह कानून जरूर आना चाहिए, इस कानून को लाने की जरूरत है. उत्तराखंड में इस पर पहल भी हो चुकी है जो एक अच्छी बात है. उन्होंने कहा कि 'उत्तराखंड के मुख्यमंत्री अच्छा काम कर रहे हैं और हम चाहते हैं कि यह कानून राष्ट्रीय स्तर पर भी आए.'

योगगुरु बोले-ऐसे लोगों को मिले कड़ी सजा : रामदेव ने कहा कि लव का जिहाद से कोई लेना देना नहीं होता. जहां प्यार होगा वहां जिहाद नहीं होगा यह तो कुछ झूठे लोग अपना नाम बदलकर लड़कियों को बहला-फुसलाकर उनके साथ संबंध बनाते हैं और उसके बाद हैवानियत की हद करते हैं उनके टुकड़े-टुकड़े करते हैं. उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों को तो सरेआम चौराहों पर मौत की सजा देनी चाहिए ताकि ऐसे लोगों के दिलों में खौफ पैदा हो.

'किसी से बैर नहीं होना चाहिए' : राहुल गांधी और विपक्ष के आरोप जिसमें यह कहा गया है कि भारत में बोलने की आजादी नहीं और लोकतंत्र खतरे में है. इसका जवाब देते हुए योग गुरु का कहना है कि 'किसकी हत्या हो रही है. गौहत्या हो रही है कि कन्या हत्या हो रही है या मुसलमानों की हत्या हो रही है या हिंदुओं की हत्या हो रही है यह तो देश जानता है और मैं पक्ष-विपक्ष में नहीं पड़ना चाहता लेकिन मैं एक बात कहता हूं कि देश अच्छा कैसे बने और देश का चरित्र ऊंचाइयों पर हो ताकि देश में सब लोग मिलजुलकर रहें. किसी भी तरह का उन्माद नहीं होना चाहिए. जीवन में प्रमाण नहीं होना चाहिए और किसी से बैर नहीं होना चाहिए.'

उन्होंने कहा कि तुलसीदास जी महाराज ने कहा था कि किसी भी प्रकार का आपस में सनातनी संस्कृति में मतभेद करना ठीक नहीं है और राजनीति के नाम पर एक दूसरे को बांटना भी सही नहीं है. राजनीतिक उन्माद या मजहबी उन्माद पैदा करना जो ऐसा कर रहे हैं वह गलत है.

2024 में किसका समर्थन करेंगे? : 2024 के चुनाव में बाबा रामदेव किसी राजनीतिक पार्टी का समर्थन करेंगे? इस सवाल पर योगगुरु ने कहा कि जो सनातन धर्म के साथ है, जो राष्ट्र धर्म के साथ हैं, जो पूरी ईमानदारी से अच्छी नीयत से देश को नेतृत्व देना चाहता है वह उसके साथ रहेंगे. उन्होंने कहा कि ना ही वह किसी के गुलाम हैं ना ही किसी के चाटुकार. उन्होंने कहा कि उन्हें ना तो एमएलए बनाना है, जो देश बनाने वाले होंगे उन्हें उनका संपूर्ण समर्थन मिलेगा.

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खास बातचीत

नई दिल्ली : योग गुरु बाबा रामदेव ने कहा कि उन्हें न तो एमपी बनना है ना ही एमएलए, इसलिए उनकी कोई राजनीतिक लालसा नहीं है. जो लोग देश बनाने वाले होंगे उन्हें उनका पूरा समर्थन मिलेगा.

इस सवाल पर कि एक योगगुरु, एक साधक और एक तपस्वी ने कैसे बड़ी-बड़ी मल्टीनेशनल कंपनियों और आयुर्वेदिक दवा कंपनियों को मुश्किल में डाल दिया. उनके लिए चुनौती खड़ी कर दी.

रामदेव ने कहा कि 'कुछ लोग बड़ा काम शुरू करते समय हिचकते हैं कि कोई पंगा होगा, लेकिन मैंने शुरू से ही इन्हें चुनौतियों के तौर पर देखा और तब से चरैवेति चरैवेति बस संघर्ष करता ही जा रहा हूं.'

बाबा रामदेव ने कहा कि उन्होंने संकल्प लिया और वो संघर्षों में ही पैदा हुए, इसलिए संघर्षों के बीच उन्होंने अपने सनातन धर्म, अपने सेवा धर्म और अपने राष्ट्र धर्म के प्रति हमेशा कर्तव्य निभाया. उन्होंने कहा कि हर मनुष्य के जीवन में संघर्ष है और उससे भागना नहीं चाहिए. हमें उसी में जीना है. जिनके जीवन में संघर्ष नहीं उनका जीना भी क्या जीना, वह तो मुर्दों की तरह हैं.

उन्होंने कहा कि 'हमने तो शौर्य के साथ जीवन की गाथा लिखी है और उसी वीरता के साथ जी रहे हैं. अपने लिए जीना भी क्या जीना है.' रामदेव ने कहा कि भगवान ने यदि सामर्थ्य दिया है तो उसे पूर्ण विवेक और श्रद्धा के साथ और परमार्थ की भावना के साथ निष्काम होकर हमे करना चाहिए तभी हम समाज में प्रेरणा बन सकते हैं.

बाधाओं पर भी बोले रामदेव : इस सवाल पर कि भारत में योग को बच्चे-बच्चे तक पहुंचाने का श्रेय उन्हें जाता है, ऐसे में उन्हें कितनी बाधाओं को पार करना पड़ा. बाबा रामदेव ने कहा कि वह संन्यासी थे, उनके पास एक कौड़ी भी नहीं थी. उन्होंने और आचार्य बालकृष्ण ने 30 साल से जो संघर्ष किया, जो झंझवातें झेलीं वह सब मीडिया ने देखा है.

रामदेव ने कहा कि कितने झंझावतों के साथ हम आगे बढ़े हैं, लेकिन अब बादल छट गए हैं. जैसे जब सेटेलाइट छोड़ते हैं तो वह ऊपर जाकर सेटल हो जाता है वही स्थिति पतंजलि की आ चुकी है. लेकिन फिर भी अभी भी लोग टांग खिंचाई कर ही लेते हैं जिसकी हम परवाह नहीं करते. उन्होंने कहा कि जो भगवान ने हमें उत्तरदायित्व दिया उसे पूरी प्रमाणिकता के साथ हमें पूरा करना है. उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि आर्थिक और सामरिक रूप से भारत को विश्व गुरु बनाएं.

'हमारे उत्पादों में केमिकल नहीं' : इस सवाल पर की आज उन्होंने कुछ ऐसे प्रोडक्ट लॉन्च किए हैं कि लोग जिम जाएंगे लेकिन प्रोटीन अगर खाएंगे तो वह बाबा रामदेव की कंपनी का. ऐसा कैसे किया. बाबा रामदेव ने कहा कि लोग सिंथेटिक चीजें खाकर हृदय की बीमारियों के रोगी हो रहे हैं. लोगों की किडनी और लीवर खराब हो रहे हैं हमने जो प्रोटीन बनाई है वह 100 फीसदी नेचुरल है. उसमें विटामिन b12 और आयुर्वेदिक चीजों की एक बड़ी श्रृंखला मौजूद है. इसमें प्रोटीन है लेकिन वह केमिकल बेस्ट नहीं है.

हार्ट अटैक के बढ़ते मामलों पर भी बोले रामदेव : हार्ट अटैक की घटनाएं काफी बढ़ रही है खासतौर पर कोरोना वायरस के बाद से कम उम्र के लोगों में भी ऐसा देखा गया है. इस सवाल पर कि इसके लिए बाबा रामदेव लोगों को क्या एहतियात बरतने की सलाह देंगे. बाबा रामदेव ने कहा कि 'मैंने इस बार के योग दिवस की थीम ही 'योगा फॉर ऑल' रखी है. योग से आत्मनिर्भर बनें और न्यू जनरेशन के लिए भी योग है जो अपना टूटा-फूटा तन और मन दोनों को योग के माध्यम से सुधार सकते हैं. उन्होंने कहा कि अपनी चिंता योग पर छोड़ देनी चाहिए और अपनी जिम्मेदारियों को निभाना चाहिए. उन्होंने कहा कि चाहें जिम जाएं लेकिन योग जरूर करें. उन्होंने कहा कि उनका संकल्प है कि वह एक करोड़ लोग योग कराने वाले तैयार कर देंगे.

'संन्यासी धर्म का पालन करना गलत नहीं' : इस सवाल पर कि हाल ही में लोगों ने उन पर आरोप लगाया कि वह युवाओं को संन्यासी बनाने का आह्वान कर रहे हैं. बाबा रामदेव ने कहा कि संन्यासी बनने में क्या बुराई है हमारी जनसंख्या करोड़ों को छू रही है वह सभी जानते हैं, ऐसे में संन्यासी धर्म का पालन करना कहां से गलत है. उन्होंने कहा कि कितने लोग रोग और भोग में फंसे हुए हैं यदि वह संन्यासी बनते हैं तो इसमें बुरा क्या है. बाबा रामदेव ने कहा कि हमारी जनसंख्या चाइना से भी आगे बढ़ गई है ऐसे में कुछ लोग यदि संन्यासी बनते हैं तो उसमें बुरा क्या है. उन्होंने कहा कि लोग अपनी मनमानी छोड़ योग की राह पकड़ें.

जनसंख्या नियंत्रण कानून : जनसंख्या नियंत्रण कानून यानी यूसीसी पर रामदेव ने कहा कि यह कानून जरूर आना चाहिए, इस कानून को लाने की जरूरत है. उत्तराखंड में इस पर पहल भी हो चुकी है जो एक अच्छी बात है. उन्होंने कहा कि 'उत्तराखंड के मुख्यमंत्री अच्छा काम कर रहे हैं और हम चाहते हैं कि यह कानून राष्ट्रीय स्तर पर भी आए.'

योगगुरु बोले-ऐसे लोगों को मिले कड़ी सजा : रामदेव ने कहा कि लव का जिहाद से कोई लेना देना नहीं होता. जहां प्यार होगा वहां जिहाद नहीं होगा यह तो कुछ झूठे लोग अपना नाम बदलकर लड़कियों को बहला-फुसलाकर उनके साथ संबंध बनाते हैं और उसके बाद हैवानियत की हद करते हैं उनके टुकड़े-टुकड़े करते हैं. उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों को तो सरेआम चौराहों पर मौत की सजा देनी चाहिए ताकि ऐसे लोगों के दिलों में खौफ पैदा हो.

'किसी से बैर नहीं होना चाहिए' : राहुल गांधी और विपक्ष के आरोप जिसमें यह कहा गया है कि भारत में बोलने की आजादी नहीं और लोकतंत्र खतरे में है. इसका जवाब देते हुए योग गुरु का कहना है कि 'किसकी हत्या हो रही है. गौहत्या हो रही है कि कन्या हत्या हो रही है या मुसलमानों की हत्या हो रही है या हिंदुओं की हत्या हो रही है यह तो देश जानता है और मैं पक्ष-विपक्ष में नहीं पड़ना चाहता लेकिन मैं एक बात कहता हूं कि देश अच्छा कैसे बने और देश का चरित्र ऊंचाइयों पर हो ताकि देश में सब लोग मिलजुलकर रहें. किसी भी तरह का उन्माद नहीं होना चाहिए. जीवन में प्रमाण नहीं होना चाहिए और किसी से बैर नहीं होना चाहिए.'

उन्होंने कहा कि तुलसीदास जी महाराज ने कहा था कि किसी भी प्रकार का आपस में सनातनी संस्कृति में मतभेद करना ठीक नहीं है और राजनीति के नाम पर एक दूसरे को बांटना भी सही नहीं है. राजनीतिक उन्माद या मजहबी उन्माद पैदा करना जो ऐसा कर रहे हैं वह गलत है.

2024 में किसका समर्थन करेंगे? : 2024 के चुनाव में बाबा रामदेव किसी राजनीतिक पार्टी का समर्थन करेंगे? इस सवाल पर योगगुरु ने कहा कि जो सनातन धर्म के साथ है, जो राष्ट्र धर्म के साथ हैं, जो पूरी ईमानदारी से अच्छी नीयत से देश को नेतृत्व देना चाहता है वह उसके साथ रहेंगे. उन्होंने कहा कि ना ही वह किसी के गुलाम हैं ना ही किसी के चाटुकार. उन्होंने कहा कि उन्हें ना तो एमएलए बनाना है, जो देश बनाने वाले होंगे उन्हें उनका संपूर्ण समर्थन मिलेगा.

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Last Updated : Jun 16, 2023, 10:08 PM IST
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