चेन्नई: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) 23 अक्टूबर को कोयम्बटूर में एक कार में हुए विस्फोट की जांच के सिलसिले में तमिलनाडु, कर्नाटक और केरल में करीब 60 ठिकानों पर छापेमारी की. मामले की जांच गंभीरता को देखते हुए इसकी जांच एनआईए कर रही है.
प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन आईएसआईएस से जुड़े जमेशा मुबीन की 23 अक्टूबर 2022 को कोयम्बटूर कोट्टई ईश्वरन मंदिर के सामने एक कार सिलेंडर विस्फोट की घटना में मौत हो गई थी. इससे संबंधित मामला तमिलनाडु पुलिस विभाग, सीबीसीआईडी और अंत में एनआईए को स्थानांतरित कर दिया गया था.
एनआईए के अधिकारियों ने इस मामले में कई स्थानों पर छापेमारी की और कई अहम दस्तावेज जब्त किए. इस जांच में पता चला कि उसने आत्मघाती हमले की योजना बनाई थी. खासकर पूजा स्थलों को नुकसान पहुंचाने का लक्ष्य रखा था. इसके लिए उनसे विस्फोटक और उपकरण ऑनलाइन खरीदा.
इस मामले में मोहम्मद अजहरुद्दीन, अबसार खान, मोहम्मद तलहा, मोहम्मद रियाज, पेरोज इस्माइल, मोहम्मद नवाज, इरतुल्लाह, सनोबर अली, मोहम्मद तौफीक, उमर फारूक, फिरोज खान समेत 11 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया. एनआईए के अधिकारियों ने गिरफ्तार व्यक्तियों को घटना स्थल पर ले जाकर जांच पड़ताल की. विभिन्न दृष्टिकोणों से घटना की गहन जांच की गई.
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जांच के दौरान प्राप्त दस्तावेजों के आधार पर आज एनआईए के अधिकारियों ने तमिलनाडु, कर्नाटक और केरल राज्यों में 60 से अधिक स्थानों पर तलाशी ली. एनआईए द्वारा यह बताया गया है कि वे विशेष रूप से आईएसआईएस आतंकवादी आंदोलन का समर्थन करने वाले संदिग्धों के ठिकानों की तलाशी ली गई. तमिलनाडु में भी एनआईए के अधिकारी चेन्नई, कोयम्बटूर, माइलादुथुराई, तिरुनेलवेली और तेनकासी सहित कई जिलों में छापेमारी की. पुलिस के अनुसार, 25 वर्षीय मुबीन एक इंजीनियरिंग स्नातक था. उससे 2019 में एनआईए के अधिकारियों ने कथित आतंकी संबंधों के लिए पूछताछ की थी. उसका नाम मामले के मुख्य आरोपी के रूप में बताया गया.