बेंगलुरु : कर्नाटक के नीलासंद्रा से एक मामला सामने आया है. परिवार वालों की आपत्ति के बावजूद लड़के और लड़की ने शादी कर ली. उन्होंने तमिलनाडु के एक मंदिर में जाकर शादी की. वे घर से भाग गए थे. पर उनकी एक चूक या जानकारी का अभाव, जो भी कहें, उनकी शादी अवैध हो गई.
पुलिस ने बताया कि लड़का कैब ड्राइवर है. वह नीलासंद्रा में रहता है. उसी इलाके में लड़की भी रहती थी. वे कुछ सालों से एक-दूसरे को प्यार करते थे. आखिरकार उन्होंने शादी करने का फैसला कर लिया. लेकिन, क्योंकि लड़की बालिग नहीं थी, इसलिए उसने शादी टाल दी. वह तब तक इंतजार करता रहा जबतक कि लड़की 18 साल की नहीं हो गई.
लड़की के बालिग होते ही उसकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा. उन्होंने अपने संबंधों की जानकारी परिवार वालों को दी. पर लड़की के परिवार वाले नहीं माने. आखिरकार, लड़के ने घर से निकलने की प्लानिंग कर ली. वह अपनी बहन को बताकर घर से निकल गया. उसके साथ उसकी प्रेमिका भी थी.
वे दोनों कर्नाटक से तमिलनाडु चले आए. यहां पर तिरुवल्लुर मंदिर में चार नवंबर को उन्होंने शादी कर ली. उधर लड़की के परिवार वालों ने लड़की की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करा दी. छानबीन में पुलिस जुटी रही. पुलिस ने किसी तरह से उन्हें ट्रेस किया. उसके बाद उन्हें तिरुवल्लूर लेकर आई.
लड़के ने पुलिस को बताया कि यह शादी दोनों की मर्जी से हुई है. इसमें किसी को कोई आपत्ति नहीं हैं. लड़की ने भी पुलिस के सामने अपना बयान दिया. उसने लड़के से अपनी सहमति जताई. लड़के ने यह भी कहा कि लड़की बालिग है, इसलिए यह शादी अवैध नहीं हो सकती है.
उसके बाद जब पुलिस ने उन्हें डॉक्युमेंट दिखाने को कहा, तो उन्होंने अपना-अपना आधार कार्ड दिखाया. यहां पर पुलिस ने जो जानकारी पाई. वह चौंकाने वाली थी. इसके अनुसार लड़की की उम्र तो 18 साल थी, लेकिन लड़का नाबालिग मिला. उसकी उम्र 20 साल 6 महीने थी. पुलिस ने लड़के की बहन और दूसरे रिश्तेदार को गिरफ्तार कर लिया. अभी वे जमानत पर हैं. पुलिस ने उनकी शादी को गैर कानूनी बताया.
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