देहरादून : अभी कुछ दिनों पहले ही नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे (National Health Family Survey uttarakhand) की रिपोर्ट जारी हुई है. जिसमें उत्तराखंड को लेकर भी चौंकाने वाले आंकड़े सामने आये हैं. नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे की रिपोर्ट के अनुसार उत्तराखंड में 4.6 फीसदी महिलाएं और 33.7 फीसदी पुरुषों ने तंबाकू सेवन की बात स्वीकारी है. जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि उत्तराखंड में पुरुष ही नहीं, बल्कि महिलाएं भी नशे की आदी हो रही हैं.
नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे में यह बात सामने आई है जिसमें प्रदेश के खास तौर पर पहाड़ी जिलों में महिलाओं के द्वारा नशा करने की बात सामने आई है. इस सर्वे में तंबाकू और शराब का सेवन करने को लेकर कई चौंकाने वाले आंकड़े दिए गए हैं.
नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे (National Health Family Survey uttarakhand) के आंकड़ों के अनुसार प्रदेश में शराब का सेवन करने के मामले में पहाड़ी जनपद बेहद आगे हैं. यही नहीं तंबाकू खाने के मामले में उत्तराखंड की पहाड़ी जनपद की महिलाएं काफी आगे हैं. आंकड़ों के अनुसार राज्य में 0.3% महिलाएं और 25.5 फ़ीसदी पुरुषों ने शराब का सेवन करने को लेकर हामी भरी है.
उधर, तंबाकू सेवन के मामले में तो 4.6 फ़ीसदी महिलाओं ने और 33.7 फीसद पुरुषों ने ऐसा करने की बात स्वीकारी है. जाहिर है कि यह आंकड़े बताते हैं कि शराब का सेवन करने वालों से ज्यादा उत्तराखंड में तंबाकू का सेवन करने वाले लोग मौजूद हैं. इसमें महिलाओं की संख्या काफी चौंकाने वाली है.
बड़ी बात यह है कि बागेश्वर जिला महिलाओं के तंबाकू सेवन के मामले में सबसे ऊपर दिखाई देता है. उधर, अल्मोड़ा जनपद में पुरुष तंबाकू सेवन करने में सबसे आगे हैं. रुद्रप्रयाग महिलाओं द्वारा तंबाकू सेवन के मामले में सबसे नीचे है तो देहरादून जनपद भी पुरुषों के तंबाकू सेवन के मामले में सबसे पीछे है. शराब पीने के लिहाज से भी पुरुषों में बागेश्वर जिला सबसे आगे है. महिलाओं में पौड़ी जनपद आगे है. खास बात यह है कि इस मामले में ग्रामीण क्षेत्रों में तंबाकू सेवन और शराब पीने दोनों ही लिहाज से ज्यादा लोग हैं. इन क्षेत्रों में लोग नशे से ज्यादा प्रभावित हैं.
पढ़ेंः president Kovind in Haridwar : एशिया के पहले बाल्टिक सांस्कृतिक अध्यययन केंद्र का किया अवलोकन