मुंबई : महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Maharashtra Chief Minister Uddhav Thackeray) पर जनआशीर्वाद यात्रा में आपत्तिजनक टिप्पणी करने के मामले में केंद्रीय मंत्री नारायण राणे की गिरफ्तारी हो चुकी है. नारायण राणे पर आरोप है कि उन्होंने सीएम उद्धव को अपमानजनक टिप्पणी की थी, जिसके बाद बाद मुंबई में शिवसेना आक्रामक हो चुकी है. नारायण राणे के खिलाफ चार एफआईआर दर्ज हैं.
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक महाराष्ट्र पुलिस ने कहा है कि राणे को गिरफ्तार कर लिया गया है. इससे पहले रत्नागिरी के संगमेश्वर में राणे का मेडिकल परीक्षण कराया गया.
नारायण राणे (Narayan Rane) के नासिक में कोरोना गाइडलाइंस का उल्लंघन करते हुए जन आशीर्वाद रैली निकालने पर महाराष्ट्र सरकार सख्त हो गई है. उन पर कोरोना गाइडलाइंस के उल्लंघन का आरोप भी लगाते हुए शिवसेना ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है.
शिवसेना महानगर प्रमुख सुधाकर बडगुजारा की शिकायत पर नासिक साइबर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है. नासिक पुलिस ने इस मामले में क्राइम ब्रांच को उन्हें गिरफ्तार करने का आदेश दिया है.
जानकारी के मुताबिक, नासिक के पुलिस आयुक्त दीपक पांडे ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के खिलाफ आपत्तिजनक बयान देने के मामले में मंगलवार को केन्द्रीय मंत्री नारायण राणे की तत्काल गिरफ्तारी के आदेश जारी किए. राणे के खिलाफ महाराष्ट्र के उत्तरी शहर में प्राथमिकी दर्ज होने के बाद उन्होंने यह आदेश जारी किए.
अधिकारी ने बताया कि आदेश के बाद नासिक पुलिस का एक दल आज सुबह रत्नागिरी जिले के लिए रवाना हो गया है. जहां राणे अभी अपनी ‘जन आर्शीवाद यात्रा’ के सिलसिले में मौजूद हैं. राणे ने दावा किया था कि स्वतंत्रता दिवस के मौके पर अपने संबोधन में ठाकरे यह भूल गए कि देश की आजादी को कितने साल हुए हैं और इसी संदर्भ में मंत्री ने यह विवादित बयान दिया.
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि शिकायत के आधार पर नासिक में राणे के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 500, 505, 153-बी(1)(सी) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई. राणे की टिप्पणी के मद्देनजर पूरे राज्य और नासिक में कानून व्यवस्था की स्थिति को देखते हुए, पुलिस आयुक्त दीपक पांडे ने मामले की जांच और केन्द्रीय मंत्री की तत्काल गिरफ्तारी के आदेश दिए.
अधिकारी ने बताया कि नासिक के पुलिस उपयुक्त (डीसीपी) (अपराध) संजय बरकुण्ड के नेतृत्व में एक दल को राणे को गिरफ्तार करने के लिए रत्नागिरी के चिपलुन रवाना किया गया है. इस दल में पुलिस निरीक्षक आनंद वाघ और अन्य अधिकारी भी शामिल हैं. दल को राणे को गिरफ्तार करने और उन्हें नासिक की एक अदालत के समक्ष पेश करने को कहा गया है. दल को केन्द्रीय मंत्री को गिरफ्तार करने के लिए उचित प्रक्रिया का पालन करने का भी निर्देश दिया गया है.
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दूसरी तरफ, केंद्रीय मंत्री नारायण राणे ने कहा कि वे अपने खिलाफ दर्ज एफआईआर से बेखबर हैं. उन्हें इसकी कोई जानकारी नहीं है.
उन्होंने कहा कि मुझे इस बात की कोई जानकारी नहीं है कि मेरे खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. मैंने कोई अपराध नहीं किया है. 15 अगस्त के बारे में कोई नहीं जानता तो क्या यह अपराध नहीं है? मैंने कहा था कि मैं थप्पड़ मार देता और यह अपराध नहीं है.
इस बीच, शिवसेना कार्यकर्ताओं ने नासिक स्थित भाजपा पार्टी कार्यालय पर पत्थरबाजी की. साथ ही केंद्रीय मंत्री नारायण राणे के खिलाफ नारे भी लगाए. मुंबई में भी शिव सैनिक सड़कों पर उतर आए हैं और राणे की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं.
केंद्रीय मंत्री नारायण राणे द्वारा रत्नागिरी कोर्ट में दायर की गई अग्रिम जमानत की याचिका अदालत द्वारा खारिज कर दी गई है. नारायण राणे के खिलाफ चार एफआईआर दर्ज हैं और पुलिस उन्हें गिरफ्तार करने की तैयारी में है.
स्मृति ईरानी का पलटवार
इस संबंध में केंद्रीयमंत्री स्मृति ईरानी ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि संविधान की धज्जियां उड़ाते हुए जन आशिर्वाद यात्रा को जो सहयोग मिल रहा था उसे देखते हुए सभी प्रॉटोकोल को तोड़कर केंद्रीयमंत्री के खिलाफ कानून का उल्लंघन किया गया. उन्होंने कहा कि हम लोकतंत्र की लड़ाई लोकतांत्रिक से लड़ेंगे.
उद्धव को थप्पड़ मारने संबंधी राणे के बयान पर विवाद
बता दें कि केन्द्रीय मंत्री नारायण राणे ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को थप्पड़ मारने संबंधी ववादित बयाना दिया है जिसके बाद विवाद खड़ा हो गया है. राणे ने दावा किया कि स्वतंत्रता दिवस के मौके पर अपने संबोधन में ठाकरे यह भूल गए कि देश की आजादी को कितने साल हुए हैं और इसी संदर्भ में मंत्री ने यह विवादित बयान दिया.
राणे ने रायगढ़ जिले में सोमवार को ‘जन आशीर्वाद यात्रा’ के दौरान कहा कि यह शर्मनाक है कि मुख्यमंत्री को यह नहीं पता कि आजादी को कितने साल हुए हैं. भाषण के दौरान वह पीछे मुड़ कर इस बारे में पूछताछ करते नजर आए थे. अगर मैं वहां होता तो उन्हें एक जोरदार थप्पड़ मारता.
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रह चुके राणे पहले शिवसेना में थे, जो बाद में कांग्रेस में आ गये और फिर, 2019 में वह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गए.
राणे ने दावा किया कि 15 अगस्त को जनता को संबोधित करते समय ठाकरे यह भूल गए थे कि आजादी को कितने साल पूरे हुए हैं. उन्होंने कहा कि भाषण के बीच में वह अपने सहयोगियों से पूछ रहे थे कि स्वतंत्रता दिवस को कितने साल हुए हैं.
वहीं, राणे के इस बयान की शिवसेना ने कड़ी निंदा की है. पार्टी कार्यकर्ताओं ने मुंबई और कई अन्य स्थानों पर पोस्टर लगाए हैं, जिसमें राणे को ‘कोम्बडी चोर’ (चिकन चोर) बताया गया है. गौरतलब है कि करीब पांच दशक पहले चेंबूर में राणे पॉल्ट्री की दूकान चलाते थे.
इस बीच, शिवसेना के रत्नागिरी-सिंधुदुर्ग से सांसद विनायक राउत ने कहा कि राणे मानसिक संतुलन खो चुके हैं. राउत ने कहा कि भाजपा नेतृत्व को खुश करने के लिए, राणे शिवसेना और उसके नेतओं को निशाना बना रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल में जगह मिलने के बाद वह अपना मानसिक संतुलन खो जुके हैं. मोदी को उन्हें बाहर कर देना चाहिए.