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शिवसेना पर बरसे राणे, कहा- आपसे डर नहीं, सरकार बोली- दंडात्मक कार्रवाई नहीं करेंगे

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर जनआशीर्वाद यात्रा में आपत्तिजनक टिप्पणी करने के मामले में केंद्रीय मंत्री नारायण राणे की गिरफ्तारी हुई थी. राणे के खिलाफ चार एफआईआर दर्ज हैं. राणे को म्हाड की अदालत से मंगलवार देर रात जमानत मिल गई थी. इसके बाद आज राणे ने प्रेस वार्ता कर कहा कि उन्हें शिवसेना नेतृत्व से कोई डर नहीं लगता. इससे पहले महाराष्ट्र सरकार ने राणे की याचिका पर सुनवाई के दौरान बॉम्बे हाईकोर्ट के समक्ष कहा कि राणे के खिलाफ 17 सितंबर तक कोई दंडात्मक कार्रवाई नहीं की जाएगी.

नारायण राणे
नारायण राणे
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Published : Aug 25, 2021, 4:58 PM IST

Updated : Aug 25, 2021, 9:06 PM IST

मुंबई : केंद्रीय मंत्री नारायण राणे को सीएम उद्धव ठाकरे पर टिप्पणी करने के मामले में जमानत मिल गई. इसके बाद आज प्रेस वार्ता में राणे ने कहा कि शिवसेना नेतृत्व से कोई डर नहीं लगता. इसी से जुड़े एक अन्य घटनाक्रम में बॉम्बे हाईकोर्ट में राणे की याचिका पर सुनवाई हुई. सरकार ने राणे के खिलाफ कोई दंडात्मक कार्रवाई न करने की बात कही. संक्षिप्त सुनवाई के बाद अदालत ने मामले में अगली सुनवाई के लिए 17 सितंबर की तारीख निर्धारित कर दी.

केंद्रीय मंत्री नारायण राणे ने कहा कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने भी भाजपा नेताओं-अमित शाह और योगी आदित्यनाथ का जिक्र करते हुए अपशब्दों का इस्तेमाल किया था. शिवसेना विधायकों द्वारा मौखिक रूप से धमकी दिए जाने के बारे में राणे ने कहा, 'मैं हैरान हूं, क्या उन्होंने कभी एक चूहा भी मारा होगा.'

शिवसेना से डर नहीं, गुस्से का किया इजहार
महाड स्थित एक अदालत से मंगलवार को जमानत मिलने और बुधवार को बंबई उच्च न्यायालय से राहत पाने के बाद राणे ने संवाददाताओं से कहा कि वह राज्य में सत्ताधारी शिवसेना से नहीं डरते. राणे ने कहा, 'मैं किसी से नहीं डरता और मैं पीछे नहीं हट रहा. मेरे शब्द मुख्यमंत्री (उद्धव ठाकरे) के खिलाफ गुस्से का इजहार थे जो भारत की आजादी का वर्ष भूल गए थे. मैंने संवाददाताओं से सिर्फ वह कहा था जो वह पहले कह चुके हैं, इसलिए यह अपराध कैसे हो सकता है.'

सीएम योगी पर ठाकरे की टिप्पणी
यह पूछे जाने पर कि वह महाराष्ट्र की शिवसेना-राकांपा-कांग्रेस गठबंधन सरकार की आलोचना कैसे करेंगे, उन्होंने कहा, 'मैं अच्छे शब्दों का इस्तेमाल कर उनकी आलोचना करूंगा.' राणे ने कहा कि ठाकरे ने अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं को आदेश दिया था कि 'सेनाभवन' (मुंबई स्थित पार्टी मुख्यालय) पर हमला करने वाले लोगों के जबड़े तोड़ दें. उन्होंने दावा किया कि ठाकरे ने यह भी कहा था कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सैंडल से पिटाई की जानी चाहिए.

उद्धव सरकार को घेरेंगे
केंद्रीय मंत्री राणे ने कहा, 'उद्धव ठाकरे ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को बेशर्म कहा था. उन्होंने कहा था कि वह जानबूझकर शाह के बारे में असंसदीय शब्दों का इस्तेमाल कर रहे हैं. कितनी सभ्य भाषा है.' राणे ने कहा, 'शिवसेना के मुताबिक अगर मैं एक गैंगस्टर था, उसी पार्टी ने मुझे मुख्यमंत्री बनाया था. क्या पार्टी के लिए यह ठीक था?' उन्होंने कहा, 'मैं चुप नहीं बैठूंगा. आने वाले दिनों में हम सभी संसदीय साधनों और कानूनी शक्तियों का उपयोग कर एमवीए सरकार को घेरेंगे.'

इससे पहले आज महाराष्ट्र सरकार ने बंबई उच्च न्यायालय को बताया कि वह मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के खिलाफ टिप्पणी को लेकर नासिक में दर्ज प्राथमिकी के सिलसिले में केंद्रीय मंत्री नारायण राणे के खिलाफ कोई दंडात्मक कार्रवाई नहीं करेगी.

न्यायमूर्ति एस एस शिन्दे और न्यायमूर्ति एन जे जामदार की खंडपीठ राणे द्वारा दायर याचिका पर सुनवाई कर रही थी जिसमें नासिक में दर्ज प्राथमिकी और भविष्य में दर्ज किए जा सकने वाले अन्य सभी मामलों को निरस्त करने का आग्रह किया गया है. राणे ने मंगलवार को दायर अपनी याचिका में गिरफ्तारी से संरक्षण दिए जाने का भी आग्रह किया है.

राज्य सरकार की ओर से पेश वरिष्ठ अधिवक्ता अमित देसाई ने कहा कि नासिक में दर्ज प्राथमिकी के सिलसिले में याचिका पर सुनवाई की तारीख 17 सितंबर तक राणे के खिलाफ कोई दंडात्मक कार्रवाई नहीं की जाएगी.

राणे के वकील सतीश मानशिन्दे ने कथित बयान के संबंध में उत्पन्न हो सकने वाले सभी मामलों में संरक्षण प्रदान करने का आग्रह किया. देसाई ने हालांकि कहा कि याचिका में केवल नासिक में दर्ज प्राथमिकी का उल्लेख है, इसलिए पूर्ण संरक्षण की बात नहीं की जा सकती.

उद्धव को थप्पड़ मारने संबंधी राणे के बयान पर विवाद
बता दें कि केन्द्रीय मंत्री नारायण राणे ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को थप्पड़ मारने संबंधी ववादित बयाना दिया है जिसके बाद विवाद खड़ा हो गया है. राणे ने दावा किया कि स्वतंत्रता दिवस के मौके पर अपने संबोधन में ठाकरे यह भूल गए कि देश की आजादी को कितने साल हुए हैं और इसी संदर्भ में मंत्री ने यह विवादित बयान दिया.

राणे ने रायगढ़ जिले में सोमवार को 'जन आशीर्वाद यात्रा' के दौरान कहा कि यह शर्मनाक है कि मुख्यमंत्री को यह नहीं पता कि आजादी को कितने साल हुए हैं. भाषण के दौरान वह पीछे मुड़ कर इस बारे में पूछताछ करते नजर आए थे. अगर मैं वहां होता तो उन्हें एक जोरदार थप्पड़ मारता.

यह भी पढ़ें- सीएम ठाकरे पर आपत्तिजनक टिप्पणी मामले में किसी भी वक्त गिरफ्तार हो सकते हैं नारायण राणे

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रह चुके राणे पहले शिवसेना में थे, जो बाद में कांग्रेस में आ गये और फिर, 2019 में वह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गए.

राणे ने दावा किया कि 15 अगस्त को जनता को संबोधित करते समय ठाकरे यह भूल गए थे कि आजादी को कितने साल पूरे हुए हैं. उन्होंने कहा कि भाषण के बीच में वह अपने सहयोगियों से पूछ रहे थे कि स्वतंत्रता दिवस को कितने साल हुए हैं.

(एजेंसी)

मुंबई : केंद्रीय मंत्री नारायण राणे को सीएम उद्धव ठाकरे पर टिप्पणी करने के मामले में जमानत मिल गई. इसके बाद आज प्रेस वार्ता में राणे ने कहा कि शिवसेना नेतृत्व से कोई डर नहीं लगता. इसी से जुड़े एक अन्य घटनाक्रम में बॉम्बे हाईकोर्ट में राणे की याचिका पर सुनवाई हुई. सरकार ने राणे के खिलाफ कोई दंडात्मक कार्रवाई न करने की बात कही. संक्षिप्त सुनवाई के बाद अदालत ने मामले में अगली सुनवाई के लिए 17 सितंबर की तारीख निर्धारित कर दी.

केंद्रीय मंत्री नारायण राणे ने कहा कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने भी भाजपा नेताओं-अमित शाह और योगी आदित्यनाथ का जिक्र करते हुए अपशब्दों का इस्तेमाल किया था. शिवसेना विधायकों द्वारा मौखिक रूप से धमकी दिए जाने के बारे में राणे ने कहा, 'मैं हैरान हूं, क्या उन्होंने कभी एक चूहा भी मारा होगा.'

शिवसेना से डर नहीं, गुस्से का किया इजहार
महाड स्थित एक अदालत से मंगलवार को जमानत मिलने और बुधवार को बंबई उच्च न्यायालय से राहत पाने के बाद राणे ने संवाददाताओं से कहा कि वह राज्य में सत्ताधारी शिवसेना से नहीं डरते. राणे ने कहा, 'मैं किसी से नहीं डरता और मैं पीछे नहीं हट रहा. मेरे शब्द मुख्यमंत्री (उद्धव ठाकरे) के खिलाफ गुस्से का इजहार थे जो भारत की आजादी का वर्ष भूल गए थे. मैंने संवाददाताओं से सिर्फ वह कहा था जो वह पहले कह चुके हैं, इसलिए यह अपराध कैसे हो सकता है.'

सीएम योगी पर ठाकरे की टिप्पणी
यह पूछे जाने पर कि वह महाराष्ट्र की शिवसेना-राकांपा-कांग्रेस गठबंधन सरकार की आलोचना कैसे करेंगे, उन्होंने कहा, 'मैं अच्छे शब्दों का इस्तेमाल कर उनकी आलोचना करूंगा.' राणे ने कहा कि ठाकरे ने अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं को आदेश दिया था कि 'सेनाभवन' (मुंबई स्थित पार्टी मुख्यालय) पर हमला करने वाले लोगों के जबड़े तोड़ दें. उन्होंने दावा किया कि ठाकरे ने यह भी कहा था कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सैंडल से पिटाई की जानी चाहिए.

उद्धव सरकार को घेरेंगे
केंद्रीय मंत्री राणे ने कहा, 'उद्धव ठाकरे ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को बेशर्म कहा था. उन्होंने कहा था कि वह जानबूझकर शाह के बारे में असंसदीय शब्दों का इस्तेमाल कर रहे हैं. कितनी सभ्य भाषा है.' राणे ने कहा, 'शिवसेना के मुताबिक अगर मैं एक गैंगस्टर था, उसी पार्टी ने मुझे मुख्यमंत्री बनाया था. क्या पार्टी के लिए यह ठीक था?' उन्होंने कहा, 'मैं चुप नहीं बैठूंगा. आने वाले दिनों में हम सभी संसदीय साधनों और कानूनी शक्तियों का उपयोग कर एमवीए सरकार को घेरेंगे.'

इससे पहले आज महाराष्ट्र सरकार ने बंबई उच्च न्यायालय को बताया कि वह मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के खिलाफ टिप्पणी को लेकर नासिक में दर्ज प्राथमिकी के सिलसिले में केंद्रीय मंत्री नारायण राणे के खिलाफ कोई दंडात्मक कार्रवाई नहीं करेगी.

न्यायमूर्ति एस एस शिन्दे और न्यायमूर्ति एन जे जामदार की खंडपीठ राणे द्वारा दायर याचिका पर सुनवाई कर रही थी जिसमें नासिक में दर्ज प्राथमिकी और भविष्य में दर्ज किए जा सकने वाले अन्य सभी मामलों को निरस्त करने का आग्रह किया गया है. राणे ने मंगलवार को दायर अपनी याचिका में गिरफ्तारी से संरक्षण दिए जाने का भी आग्रह किया है.

राज्य सरकार की ओर से पेश वरिष्ठ अधिवक्ता अमित देसाई ने कहा कि नासिक में दर्ज प्राथमिकी के सिलसिले में याचिका पर सुनवाई की तारीख 17 सितंबर तक राणे के खिलाफ कोई दंडात्मक कार्रवाई नहीं की जाएगी.

राणे के वकील सतीश मानशिन्दे ने कथित बयान के संबंध में उत्पन्न हो सकने वाले सभी मामलों में संरक्षण प्रदान करने का आग्रह किया. देसाई ने हालांकि कहा कि याचिका में केवल नासिक में दर्ज प्राथमिकी का उल्लेख है, इसलिए पूर्ण संरक्षण की बात नहीं की जा सकती.

उद्धव को थप्पड़ मारने संबंधी राणे के बयान पर विवाद
बता दें कि केन्द्रीय मंत्री नारायण राणे ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को थप्पड़ मारने संबंधी ववादित बयाना दिया है जिसके बाद विवाद खड़ा हो गया है. राणे ने दावा किया कि स्वतंत्रता दिवस के मौके पर अपने संबोधन में ठाकरे यह भूल गए कि देश की आजादी को कितने साल हुए हैं और इसी संदर्भ में मंत्री ने यह विवादित बयान दिया.

राणे ने रायगढ़ जिले में सोमवार को 'जन आशीर्वाद यात्रा' के दौरान कहा कि यह शर्मनाक है कि मुख्यमंत्री को यह नहीं पता कि आजादी को कितने साल हुए हैं. भाषण के दौरान वह पीछे मुड़ कर इस बारे में पूछताछ करते नजर आए थे. अगर मैं वहां होता तो उन्हें एक जोरदार थप्पड़ मारता.

यह भी पढ़ें- सीएम ठाकरे पर आपत्तिजनक टिप्पणी मामले में किसी भी वक्त गिरफ्तार हो सकते हैं नारायण राणे

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रह चुके राणे पहले शिवसेना में थे, जो बाद में कांग्रेस में आ गये और फिर, 2019 में वह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गए.

राणे ने दावा किया कि 15 अगस्त को जनता को संबोधित करते समय ठाकरे यह भूल गए थे कि आजादी को कितने साल पूरे हुए हैं. उन्होंने कहा कि भाषण के बीच में वह अपने सहयोगियों से पूछ रहे थे कि स्वतंत्रता दिवस को कितने साल हुए हैं.

(एजेंसी)

Last Updated : Aug 25, 2021, 9:06 PM IST
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