मुजफ्फरनगर : मुजफ्फरनगर के खुब्बापूर के नेहा पब्लिक स्कूल में मुस्लिम छात्र को सहपाठियों से पिटवाने का मामला देश की सर्वोच्च अदालत के चौखट पर पहुंच चुका है. महात्मा गांधी के परपोते तुषार गांधी ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है. याचिका पर बुधवार को जस्टिस अभय कोका और जस्टिस पंकज मिथल की बेंच सुनवाई करेगी.
जिले के खुब्बापुर के नेहा पब्लिक स्कूल में टेबल (पहाड़ा) याद न करने पर शिक्षिका ने एक बच्चे को अन्य बच्चों से चांटे लगवा दिए थे. मामले से जुड़ा वीडियो भी सामने आया था. बाद में राजनीतिक दलों के नेताओं ने भी घटना की निंदा करनी शुरू कर दी थी. इसके बाद ग्रामीणों की सूझबूझ से और कुछ लोगों के हस्तक्षेप से मामला सुलझ गया था. इस घटना के बाद स्कूल बंद चल रहा है. ऐसे में यहां पढ़ने वाले बच्चों के भविष्य को लेकर अभिभावक फिक्रमंद नजर आ रहे हैं. अगर स्कूल की मान्यता रद्द की जाती है तो बच्चों को दूसरे स्कूलों में दाखिला लेना होगा.
वहीं नेहा पब्लिक स्कूल के प्रबंधन पर आरोप है कि वे बिना मान्यता हासिल किए ही विद्यालय का संचालन कर रहे हैं. इस बात की तस्दीक खुद बेसिक शिक्षा अधिकारी शुभम शुक्ला ने की थी. उन्होंने बताया था कि 2019 में स्कूल ने नर्सरी से कक्षा पांच तक की मान्यता ली थी. यह अंतरिम रूप से तीन साल के लिए दी जाती है. इसकी अवधि 2022 में पूरी हो चुकी है. इसके बाद प्रबंधन ने मान्यता रिन्यू नहीं कराई. इसलिए स्कूल को बंद करने का आदेश दिया गया है और यहां पढ़ रहे बच्चों का एडमिशन दूसरे स्कूलों में कराया जाएगा.
यह भी पढ़ें : मुजफ्फरनगर: स्कूल पर लटका रहा ताला बच्चे हुए परेशान
बच्चे को चांटे लगवाने की घटना के बाद स्कूल बंद, बच्चों के भविष्य को लेकर अभिभावक चिंतित