ETV Bharat / bharat

घर बैठे मुद्रा लोन लेने के चक्कर में ठगे जाते हैं लोग, जान लें प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के नियम

Pradhan Mantri Mudra Yojana : अगर आप अपने मोबाइल फोन पर आए मैसेज पर दिए नंबर या लिंक के जरिये प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (PMMY) का लोन लेने की तैयारी कर रहे हैं तो सतर्क हो जाएं. आजकल लोगों के पास यह मैसेज भेजा जा रहा है कि मुद्रा योजना के तहत 2% ब्याज पर 1 से 5 लाख रुपये तक का लोन मिल रहा है. यह आर्थिक धोखाधड़ी का एक प्रयास है.

mudra loan fraud
mudra loan fraud
author img

By

Published : Dec 11, 2021, 8:19 PM IST

हैदराबाद : प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के नाम पर ठगी का खेल जमकर चल रहा है. ठग सबसे पहले मैसेज के माध्यम से अपने शिकार को टारगेट करते हैं. जब एक बार लोग चंगुल में फंस जाते हैं तो उनसे रुपये ऐंठ लिया जाता है. आसानी से घर बैठे फोन से 5 लाख का लोन मिलने की लालच में कई बार लोग हजारों रुपये दे भी देते हैं. इसके अलावा साइबर अपराधियों ने मुद्रा लोन दिलाने के नाम पर ठगी के डिजिटल ऐप लॉन्च कर दिए हैं.

लोन के लिए फिजिकल वेरिफिकेशन जरूरी होता है : अगर आपके पास भी ऐसा मेसेज है तो संदिग्ध लिंक या प्लेटफॉर्म पर अपनी व्यक्तिगत जानकारी साझा न करें. अगर संभव हो तो इन माध्यमों से लोन लेने का प्लान कैंसल कर दें. ध्यान रखें, किसी भी लोन की प्रक्रिया कभी फोन पर पूरी नहीं होती है. इसके लिए फिजिकल वेरिफिकेशन जरूरी होता है. 2019 में सस्ते दर पर मुद्रा लोन दिलाने के नाम पर फ्रॉड के 2313 केस रजिस्टर्ड किए गए थे. पिछले दो साल में ऐसी ठगी के हजारों मामले सामने आए हैं.

mudra loan fraud
twitter पर मुद्रा लोन के नाम पर हुई ठगी की शिकायतों की भरमार है.

रुपये ऐेठने के बाद मोबाइल नंबर बंद कर देते हैं ठग : प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (PMMY) के तहत लोन दिलाने के नाम पर जमकर ठगी हो रही है. इस योजना से मिलते-जुलते नाम वाली फर्जी फाइनैंस कंपनियां बनाकर पैसों की धोखाधड़ी की जा रही है. सितंबर 2021 में दिल्ली पुलिस ने प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत लोन दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया था. इस गिरोह के सदस्य लोगों से कम ब्याज पर लोन देने का झांसा देते थे. फॉर्म भरने समेत अलग-अलग शुल्क के नाम पर हजारों की रकम ऐंठकर आरोपी अपने मोबाइल नंबर बंद कर दिया करते थे.

वॉट्सऐप पर बैंक नहीं भेजता है लोन का अप्रूवल लेटर : ट्वीटर पर ठगी की शिकायतों की भरमार है. कई मामलों में ठगों ने फाइनैंस कंपनी का नकली अप्रूवल लेटर साइन, मुहर और कोर्ट एफिडेविट के साथ लोगों को वॉट्स ऐप पर भेज दी. इसके बाद प्रोसेसिंग फीस और अन्य खर्चों के नाम पर हजारों रुपये की डिमांड की गई. फ्रॉड करने वालों ने पैसे देने पर लोन की राशि 15 मिनट के अंदर बैंक अकाउंट में डालने का वादा किया. आपको बता दें कि कोई बैंक या वित्तीय संस्था वॉट्सऐप पर अप्रूवल की कॉपी नहीं भेजती है. अक्सर फ्रॉड करने वाले बड़े वित्तीय संस्थानों के फर्जी लेटरहेड पर लोन अप्रूवल के लेटर भेज देते हैं.

  • कथित रूप से पीएम मुद्रा योजना के तहत जारी किए गए एक पत्र में ₹1999 जमा करने पर लोन उपलब्ध कराने का दावा किया जा रहा है#PIBFactCheck

    ➡️प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत ऐसा कोई पत्र जारी नहीं किया गया है।

    ➡️केंद्र सरकार के नाम पर हो रहे ऐसे धोखाधड़ी के प्रयासों से सावधान रहें। pic.twitter.com/3EAmafq3uo

    — PIB Fact Check (@PIBFactCheck) October 27, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

15 मिनट कभी नहीं मिलता है लोन, रेफरेंस आईडी भी जरूरी : लोन के मामलों में ठगी करने वाले अधिकतर फोन, वॉट्सऐप और ई-मेल के जरिये डील करते हैं. वह 15 मिनट में कम समय में अप्रूवल का दावा करते हैं. सच यह है कि कोई भी बैंक या वित्तीय संस्था15 मिनट में कभी भी लोन नहीं देती है. नियम के अनुसार फिजिकल वेरिफिकेशन और डॉक्युमेंट से संबंधित प्रक्रिया को पूरा करना पड़ता है. सभी तरह के लोन के लिए एक रेफेरेंस आईडी मिलती है. लोन मंजूर होने के बाद लोन अकाउंट नंबर दिया जाता है. अगर आपके प्रोसेस में रेफरेंस आईडी और लोन अकाउंट नंबर मिसिंग है तो समझ लें यह फ्रॉड है.

बैंक में करें एप्लाई, कंपनियों में मुद्रा नाम देखकर भ्रमित नहीं हों : ध्यान रखें ठगी से बचने का सबसे अच्छा उपाय है कि आप मुद्रा योजना के तहत लोन के लिए सरकारी या बैंक की शाखा में आवेदन करें. किसी एजेंट या लोन दिलाने वाली फाइनैंस कंपनी के जरिए मुद्रा लोन लेने की पहल नहीं करें. 2015 में प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (PMMY) शुरू हुई है. उसके बाद से मुद्रा नाम जोड़कर कई कंपनियां लोगों को झांसा दे रही हैं. इसलिए मुद्रा लोने के लिए सरकार ने जिन बैंकों को चुना है, उनमें से किसी एक में एप्लिकेशन डालें. प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (PMMY) के तहत लोन वाणिज्यिक बैंक, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक (RRB), लघु वित्त बैंक, सहकारी बैंक, एमएफआई और एनबीएफसी से लिया जा सकता है.

जान लें मुद्रा योजना के तहत लोन कैसे मिलता है.

आप प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (PMMY) के तहत 10 लाख रुपये तक के लोन के लिए आवेदन कर सकते हैं. मगर याद रहे यह नॉन कॉरपोरेट और गैर कृषि लघु उद्यमों के लिए दिया जाता है. इसका उद्देश्य लोगों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए पूंजी उपलब्ध कराना है. प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत तीन तरह से लोन मिलता है. अपनी जरूरत के हिसाब से शिशु, किशोर और तरूण लोन के तहत बैंक में अप्‍लाई किया जा सकता है.

mudra loan fraud
15 मिनट में लोन का एप्लिकेशन मंजूर होता है, मगर उसकी प्रक्रिया बिना फिजिकल वैरिफिकेशन के पूरी नहीं होती है. इसलिए धोखे वाले मैसेज से सतर्क रहें.

शिशु लोन : अगर आप अपने नए शुरू करने के लिए मुद्रा लोन लेना चाहते हैं तो बैंक में शिशु लोन के लिए एप्लाई करना होगा. इसके तहत अधिकतम 50,000 रुपये का लोन दिया जाता है. इसका भुगतान 5 साल की अवधि में करना जरूरी है. इस लोन पर सलाना 10% से 12% का ब्याज लगता है.

किशोर लोन : अगर आपका कारोबार पहले ही शुरू कर चुके हैं, लेकिन अभी तक स्थापित नहीं हुआ है तो आप 50,000 से 5 लाख रुपये के बीच किशोर लोन ले सकते हैं. ब्याज की दर लोन देने वाली संस्था या बैंक तय करता है. लोन के भुगतान की अवधि भी बैंक ही तय करता है.

तरुण लोन : मुद्रा योजना की इस कैटिगरी में 5 लाख से 10 लाख का लोन दिया जाता है. इसके लिए आवेदक को यह प्रूफ करना होता है कि उसका व्यापार स्थापित हो चुका है और अब उसे बढ़ाने और संपत्ति की खरीद के लिए धन की आवश्यकता है. बैंक या वित्तीय संस्था ब्याज दर और भुगतान की अवधि और आवेदक के क्रेडिट रिकॉर्ड के आधार पर तय करता है.

हैदराबाद : प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के नाम पर ठगी का खेल जमकर चल रहा है. ठग सबसे पहले मैसेज के माध्यम से अपने शिकार को टारगेट करते हैं. जब एक बार लोग चंगुल में फंस जाते हैं तो उनसे रुपये ऐंठ लिया जाता है. आसानी से घर बैठे फोन से 5 लाख का लोन मिलने की लालच में कई बार लोग हजारों रुपये दे भी देते हैं. इसके अलावा साइबर अपराधियों ने मुद्रा लोन दिलाने के नाम पर ठगी के डिजिटल ऐप लॉन्च कर दिए हैं.

लोन के लिए फिजिकल वेरिफिकेशन जरूरी होता है : अगर आपके पास भी ऐसा मेसेज है तो संदिग्ध लिंक या प्लेटफॉर्म पर अपनी व्यक्तिगत जानकारी साझा न करें. अगर संभव हो तो इन माध्यमों से लोन लेने का प्लान कैंसल कर दें. ध्यान रखें, किसी भी लोन की प्रक्रिया कभी फोन पर पूरी नहीं होती है. इसके लिए फिजिकल वेरिफिकेशन जरूरी होता है. 2019 में सस्ते दर पर मुद्रा लोन दिलाने के नाम पर फ्रॉड के 2313 केस रजिस्टर्ड किए गए थे. पिछले दो साल में ऐसी ठगी के हजारों मामले सामने आए हैं.

mudra loan fraud
twitter पर मुद्रा लोन के नाम पर हुई ठगी की शिकायतों की भरमार है.

रुपये ऐेठने के बाद मोबाइल नंबर बंद कर देते हैं ठग : प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (PMMY) के तहत लोन दिलाने के नाम पर जमकर ठगी हो रही है. इस योजना से मिलते-जुलते नाम वाली फर्जी फाइनैंस कंपनियां बनाकर पैसों की धोखाधड़ी की जा रही है. सितंबर 2021 में दिल्ली पुलिस ने प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत लोन दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया था. इस गिरोह के सदस्य लोगों से कम ब्याज पर लोन देने का झांसा देते थे. फॉर्म भरने समेत अलग-अलग शुल्क के नाम पर हजारों की रकम ऐंठकर आरोपी अपने मोबाइल नंबर बंद कर दिया करते थे.

वॉट्सऐप पर बैंक नहीं भेजता है लोन का अप्रूवल लेटर : ट्वीटर पर ठगी की शिकायतों की भरमार है. कई मामलों में ठगों ने फाइनैंस कंपनी का नकली अप्रूवल लेटर साइन, मुहर और कोर्ट एफिडेविट के साथ लोगों को वॉट्स ऐप पर भेज दी. इसके बाद प्रोसेसिंग फीस और अन्य खर्चों के नाम पर हजारों रुपये की डिमांड की गई. फ्रॉड करने वालों ने पैसे देने पर लोन की राशि 15 मिनट के अंदर बैंक अकाउंट में डालने का वादा किया. आपको बता दें कि कोई बैंक या वित्तीय संस्था वॉट्सऐप पर अप्रूवल की कॉपी नहीं भेजती है. अक्सर फ्रॉड करने वाले बड़े वित्तीय संस्थानों के फर्जी लेटरहेड पर लोन अप्रूवल के लेटर भेज देते हैं.

  • कथित रूप से पीएम मुद्रा योजना के तहत जारी किए गए एक पत्र में ₹1999 जमा करने पर लोन उपलब्ध कराने का दावा किया जा रहा है#PIBFactCheck

    ➡️प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत ऐसा कोई पत्र जारी नहीं किया गया है।

    ➡️केंद्र सरकार के नाम पर हो रहे ऐसे धोखाधड़ी के प्रयासों से सावधान रहें। pic.twitter.com/3EAmafq3uo

    — PIB Fact Check (@PIBFactCheck) October 27, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

15 मिनट कभी नहीं मिलता है लोन, रेफरेंस आईडी भी जरूरी : लोन के मामलों में ठगी करने वाले अधिकतर फोन, वॉट्सऐप और ई-मेल के जरिये डील करते हैं. वह 15 मिनट में कम समय में अप्रूवल का दावा करते हैं. सच यह है कि कोई भी बैंक या वित्तीय संस्था15 मिनट में कभी भी लोन नहीं देती है. नियम के अनुसार फिजिकल वेरिफिकेशन और डॉक्युमेंट से संबंधित प्रक्रिया को पूरा करना पड़ता है. सभी तरह के लोन के लिए एक रेफेरेंस आईडी मिलती है. लोन मंजूर होने के बाद लोन अकाउंट नंबर दिया जाता है. अगर आपके प्रोसेस में रेफरेंस आईडी और लोन अकाउंट नंबर मिसिंग है तो समझ लें यह फ्रॉड है.

बैंक में करें एप्लाई, कंपनियों में मुद्रा नाम देखकर भ्रमित नहीं हों : ध्यान रखें ठगी से बचने का सबसे अच्छा उपाय है कि आप मुद्रा योजना के तहत लोन के लिए सरकारी या बैंक की शाखा में आवेदन करें. किसी एजेंट या लोन दिलाने वाली फाइनैंस कंपनी के जरिए मुद्रा लोन लेने की पहल नहीं करें. 2015 में प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (PMMY) शुरू हुई है. उसके बाद से मुद्रा नाम जोड़कर कई कंपनियां लोगों को झांसा दे रही हैं. इसलिए मुद्रा लोने के लिए सरकार ने जिन बैंकों को चुना है, उनमें से किसी एक में एप्लिकेशन डालें. प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (PMMY) के तहत लोन वाणिज्यिक बैंक, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक (RRB), लघु वित्त बैंक, सहकारी बैंक, एमएफआई और एनबीएफसी से लिया जा सकता है.

जान लें मुद्रा योजना के तहत लोन कैसे मिलता है.

आप प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (PMMY) के तहत 10 लाख रुपये तक के लोन के लिए आवेदन कर सकते हैं. मगर याद रहे यह नॉन कॉरपोरेट और गैर कृषि लघु उद्यमों के लिए दिया जाता है. इसका उद्देश्य लोगों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए पूंजी उपलब्ध कराना है. प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत तीन तरह से लोन मिलता है. अपनी जरूरत के हिसाब से शिशु, किशोर और तरूण लोन के तहत बैंक में अप्‍लाई किया जा सकता है.

mudra loan fraud
15 मिनट में लोन का एप्लिकेशन मंजूर होता है, मगर उसकी प्रक्रिया बिना फिजिकल वैरिफिकेशन के पूरी नहीं होती है. इसलिए धोखे वाले मैसेज से सतर्क रहें.

शिशु लोन : अगर आप अपने नए शुरू करने के लिए मुद्रा लोन लेना चाहते हैं तो बैंक में शिशु लोन के लिए एप्लाई करना होगा. इसके तहत अधिकतम 50,000 रुपये का लोन दिया जाता है. इसका भुगतान 5 साल की अवधि में करना जरूरी है. इस लोन पर सलाना 10% से 12% का ब्याज लगता है.

किशोर लोन : अगर आपका कारोबार पहले ही शुरू कर चुके हैं, लेकिन अभी तक स्थापित नहीं हुआ है तो आप 50,000 से 5 लाख रुपये के बीच किशोर लोन ले सकते हैं. ब्याज की दर लोन देने वाली संस्था या बैंक तय करता है. लोन के भुगतान की अवधि भी बैंक ही तय करता है.

तरुण लोन : मुद्रा योजना की इस कैटिगरी में 5 लाख से 10 लाख का लोन दिया जाता है. इसके लिए आवेदक को यह प्रूफ करना होता है कि उसका व्यापार स्थापित हो चुका है और अब उसे बढ़ाने और संपत्ति की खरीद के लिए धन की आवश्यकता है. बैंक या वित्तीय संस्था ब्याज दर और भुगतान की अवधि और आवेदक के क्रेडिट रिकॉर्ड के आधार पर तय करता है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.