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Mobile Tower Stolen in Bihar: मोबाइल टॉवर उखाड़ ले गए चोर, कंपनी के कर्मचारी बनकर आए थे छत पर

बिहार में बड़े से बड़े सामान का चोरी हो जाना कोई बड़ी बात नहीं है. लोहे के पुल और रेल इंजन की चोरी के बाद अब मोबाइल टॉवर चुराने का नया मामला सामने आया है. हैरान कर देने वाला ये मामला राजधानी पटना के (Mobile Tower Stolen In Sabzibag Patna) सब्जीबाग इलाके का है. जहां एक घर की छत पर लगे मोबाइल टॉवर को ही चोर अपने साथ उखाड़ कर ले गए. पढ़ें पूरी खबर...

पटना में मोबाइल टावर चोरी
पटना में मोबाइल टावर चोरी
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Published : Jan 19, 2023, 11:44 AM IST

Updated : Jan 19, 2023, 6:07 PM IST

देखें वीडियो.

पटनाः राजधानी पटना के पीरबहोर थाना क्षेत्र (Pirbhor Police Station) में चोरों ने एक घर में लगे मोबाइल टॉवर (GTL Company Mobile tower Theft In Patna) पर अपना हाथ साफ कर लिया. घर के मालिक को जब शक हुआ तो उन्होंने इसकी जानकारी मोबाइल टावर कंपनी जीटीएल को दी. उसके बाद कंपनी के मैनेजर ने एक लिखित शिकायत पीरबहोर थाने में दर्ज कराई. पुलिस मामले की जांच में जुटी है.

ये भी पढ़ेंः OMG! पुल के बाद अब बिहार में मोबाइल टावर ही उड़ा ले गए चोर, पुलिस भी हैरान

''हमारा दरवाजा खुला था, तो कोई छत की तरफ जा रहा था, हमने पूछा कि कौन हो तो उसने बताया कि वो टावर मेंटिनेंस के लिए आए हैं. वो ऊपर छत पर क्या करते थे मुझे नहीं पता. हमें कई साल से किराया नहीं मिला था. हम चाहते थे कि टावर छत से हटे. ताकि छत खाली हो जाए.'' - अनवर, मकान मालिक का बेटा

2006 में लगाया गया था मोबाइल टावरः जानकारी के अनुसार ये मोबाइल टॉवर 2006 में लगाया गया था, जो एयरसेल कंपनी का था लेकिन बाद में इसे जीटीएल कंपनी ने खरीद लिया था. लिखित एफआईआर में जीटीएल कंपनी ने बताया है कि मोबाइल टॉवर जिस मकान पर लगा था, वहां कुछ लोग खुद को जीटीएल कंपनी का कर्मी बताकर आए थे. उसके बाद घर की छत पर जाकर उन्होंने 4 घंटे तक मोबाइल टॉवर खोला और वहां से लेकर निकल गए.

''ये पूरा मामला कन्फ्यूजन का लगता है. अभी ये स्पष्ट नहीं हो पाया है कि टावर कौन उठाकर ले गया है. एयरसेल ने जीटीएल को कंपनी बेच दी थी. 5 साल पहले इन लोगों ने एयरसेल वालों से कहा था कि आप किराया दीजिए या न दीजिए लेकिन छत खाली कर दीजिए. कंपनी बेचे जाने के बाद जीटीएल पहले चरण में इस टावर का सामान हटाए जाने कि पुष्टि की है. जिसमें जेनरेटर भी शामिल था. लेकिन दूसरे चरण का सामान जीटीएल ने नहीं ले गई है. इस बारे में जांच जारी है.'' - सबिह उल हक, पीरबहोर थाना प्रभारी

खंगाले जा रहे सीसीटीवी फुटेजः मामला दर्ज होने के बाद पुलिस सीसीटीवी फुटेज के आधार पर चोरों की पहचान करने में जुटी है. जीटीएल कंपनी के मैनेजर मोहम्मद शाहनवाज अनवर के मुताबिक मोबाइल टॉवर की कुल कीमत 8 लाख 32 हजार रुपये थी. अज्ञात चोरों के खिलाफ थाने में लिखित एफआईआर दर्ज कराया है. मैनेजर ने ये भी बताया कि कंपनी द्वारा पहले अपने स्तर पर इस पूरे मामले की जांच कराई जा रही थी, जिसमें 4 महीने लग गये और अब 4 महीने बाद पुलिस को मोबाइल टॉवर चोरी की सूचना दी गई है. पुलिस मामले की तफ्तीश में जुट गई है. आपको बता दें कि पटना में मोबाइल टावर चोरी का ये दूसरा मामला है.

"4 महीने पहले ही चोरी हुई थी. मोबाइल टॉवर की कुल कीमत 8 लाख 32 हजार रुपये थी. कंपनी पहले अपने स्तर पर इस पूरे मामले की जांच करा रही थी. जब चोरों का कुछ पता नहीं चला तो अब थाने में मामला दर्ज कराया गया है. पुलिस सीसीटीवी फुटेज के आधार पर मामले की तफ्तीश में जुट गई है"- मोहम्मद शाहनवाज अनवर, कंपनी के मैनेजर

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पटनाः राजधानी पटना के पीरबहोर थाना क्षेत्र (Pirbhor Police Station) में चोरों ने एक घर में लगे मोबाइल टॉवर (GTL Company Mobile tower Theft In Patna) पर अपना हाथ साफ कर लिया. घर के मालिक को जब शक हुआ तो उन्होंने इसकी जानकारी मोबाइल टावर कंपनी जीटीएल को दी. उसके बाद कंपनी के मैनेजर ने एक लिखित शिकायत पीरबहोर थाने में दर्ज कराई. पुलिस मामले की जांच में जुटी है.

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''हमारा दरवाजा खुला था, तो कोई छत की तरफ जा रहा था, हमने पूछा कि कौन हो तो उसने बताया कि वो टावर मेंटिनेंस के लिए आए हैं. वो ऊपर छत पर क्या करते थे मुझे नहीं पता. हमें कई साल से किराया नहीं मिला था. हम चाहते थे कि टावर छत से हटे. ताकि छत खाली हो जाए.'' - अनवर, मकान मालिक का बेटा

2006 में लगाया गया था मोबाइल टावरः जानकारी के अनुसार ये मोबाइल टॉवर 2006 में लगाया गया था, जो एयरसेल कंपनी का था लेकिन बाद में इसे जीटीएल कंपनी ने खरीद लिया था. लिखित एफआईआर में जीटीएल कंपनी ने बताया है कि मोबाइल टॉवर जिस मकान पर लगा था, वहां कुछ लोग खुद को जीटीएल कंपनी का कर्मी बताकर आए थे. उसके बाद घर की छत पर जाकर उन्होंने 4 घंटे तक मोबाइल टॉवर खोला और वहां से लेकर निकल गए.

''ये पूरा मामला कन्फ्यूजन का लगता है. अभी ये स्पष्ट नहीं हो पाया है कि टावर कौन उठाकर ले गया है. एयरसेल ने जीटीएल को कंपनी बेच दी थी. 5 साल पहले इन लोगों ने एयरसेल वालों से कहा था कि आप किराया दीजिए या न दीजिए लेकिन छत खाली कर दीजिए. कंपनी बेचे जाने के बाद जीटीएल पहले चरण में इस टावर का सामान हटाए जाने कि पुष्टि की है. जिसमें जेनरेटर भी शामिल था. लेकिन दूसरे चरण का सामान जीटीएल ने नहीं ले गई है. इस बारे में जांच जारी है.'' - सबिह उल हक, पीरबहोर थाना प्रभारी

खंगाले जा रहे सीसीटीवी फुटेजः मामला दर्ज होने के बाद पुलिस सीसीटीवी फुटेज के आधार पर चोरों की पहचान करने में जुटी है. जीटीएल कंपनी के मैनेजर मोहम्मद शाहनवाज अनवर के मुताबिक मोबाइल टॉवर की कुल कीमत 8 लाख 32 हजार रुपये थी. अज्ञात चोरों के खिलाफ थाने में लिखित एफआईआर दर्ज कराया है. मैनेजर ने ये भी बताया कि कंपनी द्वारा पहले अपने स्तर पर इस पूरे मामले की जांच कराई जा रही थी, जिसमें 4 महीने लग गये और अब 4 महीने बाद पुलिस को मोबाइल टॉवर चोरी की सूचना दी गई है. पुलिस मामले की तफ्तीश में जुट गई है. आपको बता दें कि पटना में मोबाइल टावर चोरी का ये दूसरा मामला है.

"4 महीने पहले ही चोरी हुई थी. मोबाइल टॉवर की कुल कीमत 8 लाख 32 हजार रुपये थी. कंपनी पहले अपने स्तर पर इस पूरे मामले की जांच करा रही थी. जब चोरों का कुछ पता नहीं चला तो अब थाने में मामला दर्ज कराया गया है. पुलिस सीसीटीवी फुटेज के आधार पर मामले की तफ्तीश में जुट गई है"- मोहम्मद शाहनवाज अनवर, कंपनी के मैनेजर

Last Updated : Jan 19, 2023, 6:07 PM IST
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