श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर पुलिस ने शुक्रवार को कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के पास हर समय उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए व्यापक और पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था रहती है. यह बयान पीडीपी द्वारा बृहस्पतिवार को अनंतनाग जिले में एक दुर्घटना में महबूबा के बाल-बाल बचने के बाद पार्टी अध्यक्ष के लिए सुरक्षा प्रोटोकॉल पर सवाल उठाने के बाद आया है.
पीडीपी प्रमुख की निजी सुरक्षा के एक सदस्य सहित दो लोग इस दुर्घटना में घायल हो गए, जबकि मुफ्ती दुर्घटना में बाल-बाल बच गईं. पुलिस ने बयान में कहा, 'जेड प्लस श्रेणी (Z+) की सुरक्षा प्राप्त महबूबा मुफ्ती के पास हर समय उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक व्यापक सुरक्षा व्यवस्था होती है. उन्होंने कहा कि उनकी सुरक्षा में इंस्पेक्टर रैंक के एक मुख्य सुरक्षा अधिकारी के नेतृत्व में 34 कर्मियों की एक टीम शामिल है.
सुरक्षा दल में व्यक्तिगत सुरक्षा अधिकारी (पीएसओ) और करीबी लड़ाई के लिए विशेष रूप से प्रशिक्षित कर्मियों की एक टीम शामिल है. इसमें सड़क यात्राओं पर उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सुरक्षाकर्मी शामिल हैं. पुलिस ने कहा, 'उन्हें अर्धसैनिक बल के आठ कर्मियों का डबल एस्कॉर्ट प्रदान किया गया है. खिम्बर स्थित उनकी आवास की सुरक्षा अर्धसैनिक बल के जवानों की एक मजबूत टुकड़ी द्वारा की जाती है. उनकी सुरक्षा काफिले में इलेक्ट्रॉनिक खतरों को बेअसर करने के लिए वाहन पर लगे जैमर सहित कई वाहन शामिल हैं.'
पीडीपी की इस आलोचना पर कि श्रीनगर से एक वैकल्पिक वाहन बुलाया गया था, जिसे अनंतनाग पहुंचने में समय लगा. पुलिस ने कहा कि दुर्घटना के बाद जम्मू-कश्मीर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की थी. बयान में कहा गया है कि जेड प्लस श्रेणी सुरक्षा का हिस्सा होने के बारे में पीडीपी द्वारा मीडिया में किए गए कुछ दावे तथ्यात्मक रूप से सही नहीं हैं.
आदर्श रूप से वरिष्ठ सुरक्षा प्राप्त व्यक्तियों की सुरक्षा व्यवस्था पर सार्वजनिक रूप से चर्चा नहीं की जाती है. हालांकि, पीडीपी के पार्टी पदाधिकारियों सहित हमारे सुरक्षा प्राप्त लोगों को आश्वस्त करना आवश्यक हो गया है कि मुफ्ती के लिए सुरक्षा व्यवस्था पूरी तरह से लागू थी और जारी रहेगी. पुलिस ने कहा, 'दुर्भाग्य से कई बार दुर्घटनाएं अप्रत्याशित कारकों और अन्य उपयोगकर्ताओं के कारण होती हैं.