प्रयागराज: माफिया अतीक अहमद का भले ही अंत हो गया हो लेकिन, उसके गुर्गे आज भी गुंडई चला रहे हैं और इसी के बलबूते गैंग को जिंदा रखे हुए हैं. ताजा मामला प्रयागराज के पूरामुफ्ती थाना क्षेत्र का है, जहां पर जेल से छूटे अतीक के गुर्गे मुहम्मद मुजफ्फर ने एक करोड़ की रंगदारी मांगी है और रकम न देने पर हत्या करने की धमकी भी दी है.
कौशाम्बी के सराय अकिल थाना क्षेत्र के रहने वाले रामसजीवन ने पूरा मुफ्ती थाने में अतीक के गुर्गे ब्लॉक प्रमुख और गो तस्करी करने वाले मुहम्मद मुजफ्फर और उसके 6 भाइयों के खिलाफ नामजद केस दर्ज करवाया है. पीड़ित की तहरीर पर पुलिस केस दर्ज कर आरोपियों की तलाश में जुट गयी है. इससे पहले भी पुलिस ने गैंगस्टर एक्ट के तहत मुजफ्फर के खिलाफ कुर्की से लेकर ध्वस्तीकरण तक की कार्रवाई की है.
अतीक का गुर्गा गो तस्करी में गया था जेलः प्रयागराज का रहने वाला मुहम्मद मुजफ्फर गो तस्करी के काम में सालों से लिप्त रहा है. उसे अतीक अहमद गैंग का सक्रिय सदस्य भी कहा जाता है. यही नहीं अतीक की वजह से मुजफ्फर का रसूख ऐसा था कि उसने जेल के अंदर से ही ब्लॉक प्रमुख का चुनाव जीत लिया और कौड़िहार ब्लॉक का प्रमुख बन गया. चुनाव जीतने के साथ ही उसकी हनक और बढ़ने लगी.
अतीक के साथ मुजफ्फर पर भी हुई कार्रवाईः इसी बीच माफिया अतीक अहमद के खिलाफ शुरू की गई कार्रवाई के तहत अतीक अहमद के इस गुर्गे मुजफ्फर के खिलाफ भी कार्रवाई शुरू कर दी गयी. उसकी कई सम्पत्तियों को कुर्क करने के साथ ही ध्वस्त भी किया गया. हाल ही मुहम्मद मुजफ्फर को कोर्ट से राहत मिल गई और वो जमानत पर छूटकर जेल से बाहर आ गया.
जेल से बाहर आते ही मांगी रंगदारीः मुजफ्फर ने जेल से बाहर आते ही फिर से अपनी गुंडई दिखानी शुरू कर दी. मुजफ्फर और उसके भाइयों ने मिलकर कौशाम्बी के सराय अकिल थाना क्षेत्र में रहने वाले रामसजीवन का पीछा किया और उसको बीच रास्ते में रोक कर धमकाया. एक करोड़ की रंगदारी मांगी और रकम न देने पर जान से मारने की धमकी भी दी.
पीड़ित रामसजीवन का आरोप है कि मुजफ्फर और उसके भाइयों अशरफ, असलम, आजम, जावेद, अज्जम और अकरम ने मिलकर उसको धमकाया. फिर कहा कि उसी की वजह से उनके घरों को कुर्क और ध्वस्त किया गया है. इसलिए वो एक करोड़ रुपया भरपाई के लिए तत्काल दे वरना उसको जान से मार दिया जाएगा. पीड़ित की तहरीर पर पुलिस ने मारपीट, धमकी देने, रंगदारी मांगने समेत एससी-एसटी एक्ट में केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है.
रामसजीवन की जमीन हड़पने का भी है आरोपः राम सजीवन ने पुलिस को दी तहरीर में बताया है कि उसकी पत्नी के नाम पर साढ़े तीन बीघा जमीन थी. जिस पर 2006 में मुजफ्फर ने कब्जा कर लिया और उस पर ईंट भट्ठा बना लिया. जिसकी शिकायत करने के कई साल बाद 2022 में वो जमीन वापस मिल सकी. इसी बीच मुजफ्फर जेल से छूटा तो उसने 22 मई को धमकी देते हुए रंगदारी मांगी. पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा ने बताया कि पीड़ित की तहरीर के आधार पर मुजफ्फर समेत उसके 6 भाइयों के खिलाफ केस दर्ज कर उनकी तलाश शुरू कर दी गई है.